पाठ-3

बार में नीली सी मध्यम सी रोशनी और शांत सा संगीत मन को शांति सी देता था, कुछ देर के लिए इंसान ज़िन्दगी की सारी परेशानियां भूल कर किसी और ही दुनिया में खो जाता है !अनीता इन्तजार कर रही थी अपने आर्डर आने का ! तभी उसकी नज़र कोने वाले टेबल पर पडी !  तीन लडके बैठे थे उनकी टेबल पर बीयर थी और खाना, तीनों लडके बहुत आकर्षक थे,दो लडके तो खाने और बाते करने में व्यस्त थे , लेकिन एक लडका जो बहूत ही हैंडसम था,ब्लै्क रंग की कमीज और ब्लैंक पैंट में था गले में सोने की चैन साफ दिख रही थी क्योंकि उसकी कमीज़ के उपर के तीन बटन खुले थे,गोरा रंग बडी बडी आंखें,बाल माथे पर, कुछ भी कह लो वो लडका देखने में फिल्म एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा जैसा लग रहा था ! अनीता तो उसको देखते ही उस पर फ़िदा हो गई ! लेकिन वो लडका खा नही रहा था कुछ सिर्फ बीयर पी रहा था वो भी धीरे धीरे,और वो अनीता और अनु के टेबल की तरफ ही देख रहा था !जब तक अनीता कुछ कहती,वेटर बीयर और खाना लेकर आ गया ,वेटर के गिलास में बीयर डालते ही अनीता ने गटकना शुरू कर दिया,जैसे जन्मों की प्यासी हो !अनीता : पी यार थोडी तू भी, बहुत मस्त मूड हो गया !अनु : नही मैने अपने लिए कोल्डड्रिंक मगवा ली है ,और तू हिसाब से पीना !अनु जानती थी कि घर में भी अनीता जब आती थी तो बीयर इतनी पी लेती थी कि अपने घर नही जा पाती थी,बस नशे में सो जाती थी तब अनु ही उसे ठीक से सुलाती थी, सुबह उठ कर ही पता लगता था अनीता को कि रात को कितनी पी गई ! अनीता : यार अनु वो सामने कोने वाले टेबल की तरफ देख ! वो ब्लैक कपड़ों में जो लडका है वो कब से तुझे ही घूर रहा है ! अनु ने साईड की तरफ मुंह करके कोने वाले टेबल की तरफ़ देखा,एक खूबसूरत सा लडका उसे ही देख रहा था ! अनु और उसकी आंखें मिलीं,तो वो बीयर पीता पीता रुक गया, अनु ने तुरंत अपनी नजरें हटा कर झेंपते हुए अपना मुंह अनीता की तरफ कर लिया !अनीता: देखा ना !! वो लडका तुझे कब से देख रहा है !अनु: तो यार क्या करूं ? देखने दे मुझे क्या ? ऐसे तो रोज़ कोई ना कोई देखता है !अनीता: अरे ये थोड़ा ज्यादा ही हैंडसम और हौट है ! ये कह कर अनीता अपनी बीयर का पूरा ग्लास गटक कर और डालने लगी !अनु उसे कहती रही कि ज्यादा मत पी,रात के आठ बज चुके थे ! अनीता समझ चुकी थी कि आज आटौ से ही घर जाना होगा क्योंकि अनीता पूरी बोतल पी कर ही मानेगी !तभी वेटर खाना ले आया ! अनु ने खाना शुरू कर दिया लेकिन अनीता धीरे धीरे खा रही थी ! अनीता के बातों की रफ्तार भी कम हो गई थी क्योंकि सारी बोतल जो पी चुकी थी !खाना ख़त्म करने के बाद अनु ने अनीता के पास मुंह करके बोला : चले मैडम ? अनीता जो थोडा सा नशे में थी बोली: हा चल चलते है ट्रेन भी पकड़नी है !अनु : नही आज आॅटो में चलते है ! चल तू खड़ी हो !अनु बिल दे कर अनीता के साथ ही खडी हो गई ! अनीता थोडा लड़खड़ाते हुए अनु के साथ रेस्ट्रोरेन्ट से बाहर आ गई !बाहर आंतें ही अनीता एक तरफ सीढ़ियों पर बैठ गई !अनु: जब तुझे हज़म ही नही होती तो क्यो पीती है ? अब तुझसे खडे भी नही हुआ जा रहा !अनु थोड़ा परेशान हो गई थी कि रात के दस बज रहे थे और यहां से घर तक का सफर एक घंटे का था ! अनु आॅटो वाले को देखने लगी लेकिन उसे कोई आॅटो वाला इस तरफ आता दिखाई नही दे रहा था !

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