पाठ-5

अनु ने विक्रम की बात का कोई जवाब नही दिया ! वो बस गाडी से बाहर ही देखती रही !तभी अनु ने देखा कि उसके घर का मोड आ गया था ! तभी उसने बोला : यहा से बाए तरफ मोड कर सामने ग्रे कलर की बिल्डिंग है !विक्रम ने गाडी उसी तरफ मोड दी ! सडक की साईड में एक रोड थी, बिल्कुल सन्नाटा था ,रात के 2 बज गये थे !

विक्रम ने अनु के कहने पर गाडी एक ग्रे कलर की बिल्डिंग के आगे रोक दी !

अनु जल्दी से उतर कर गाडी के पीछे का दरवाजा खोल कर अनीता को हिला कर बुलाने लगी ,जो कि बेखबर सो रही थी !

विक्रम : आप हटिए एक तरफ मैं इनको छोड आता हू,ये अभी फुल नींद में है !

अनु साईड हो गई, और विक्रम ने पीछे की सीट पर झुक कर अनीता को अपनी दोनों बांहों में उठा लिया और अनु की तरफ देख कर बोला जो उसे एक टक देख रही थी : हां जी ! कौन सा फ्लोर है आपका ? यह तो बता दीजिए !

अनु ने तपाक से बोला : 2 फ्लोर !

अनु ने आगे बढकर मेन गेट खोला और नीचे वाले फ्लोर के साईड से उपर के 2 फ्लोर की सीढ़ियां जा रही थी !

अनु ने फटाफट लाॅक खोला और साईड खडी हो गई !विक्रम अनीता को उठा कर अन्दर आ गया ,उसने साईड के कमरे में जो सामने लिविंग रूम के एक साईड में था उसमें बैड पर अनीता को लिटा दिया और खुद भी एक तरफ बैड पर धम्म से बैठ गया !

     विक्रम हांफ रहा था ! तभी अनु भी अन्दर आ कर अनीता को ठीक से लिटा कर रुम से बाहर आ गई !विक्रम  खुद फ्रिज खोलकर ठन्डे पानी की बोतल निकाल कर गटागट पीने लग गया !

अनु ने उसे बडी हैरानी से देखा !

तभी विक्रम बोला : क्या ?

अनु ने दुसरी तरफ मुंह कर लिया !

तभी विक्रम पास आकर अनु की तरफ झुक कर धीरे से बोला : आप थकी हुई थी तो आपसे पानी मांगने की बजाय खुद फ्रिज से ले लिया !

अनु जो मुंह उठा कर विक्रम की बात सुनकर खो सी गई थी,एकदम से इतने पास विक्रम की सांसें भी महसूस कर गई थी एकदम से पीछे हट गई !

विक्रम ने टेबल पर पडे अनु के फोन को उठाया जो अनु ने आते ही टेबल पर रख दिया था , विक्रम ने अनु के फोन से अपना नम्बर डायल कर लिया और अनु का फोन वापस टेबल पर रख कर बोला : ओके मै चलता हूं अपना नम्बर छोड दिया है मैने आपके फोन में,अगर जब भी जरूरत हो तो हाज़िर हो जाऊगा !

इतना कह कर विक्रम दरवाजे से बाहर हो गया !

अनु बस एक टक विक्रम को जाते हुए देखती रही,कुछ भी बोल ही नही सकी अनु ! उसे ऐसा लगा जैसे अतीत का कोई हिस्सा आज उसके सामने खडा हो गया हो और वह बस उस लम्हें में खो सी गई थी !अनु वही लिविंग रूम में सोफे पर बैठ गई ! नींद उससे कोसो दूर थी ! उसने अपना सर पीछे की तरफ टिका लिया और छत को निहारने लग गई !

तभी फोन पर मैसज की रिंग टोन बजी ! वो भी वट्सऐप की ! अनु सोचने लगी इतनी रात को किसका मैसज आया ?

अनु ने फोन उठा कर मैसज देखा ! अनजान नम्बर से मेसज था ! क्योंकि अनु के फोन में उसके जानने वालो के नम्बर फीड थे !अनु ने मैसज खोला,लिखा था : तुम बहुत ही खूबसूरत हो ! तुम्हारी झील सी आंखों ने मजबूर किया मुझे आज तुम्हारी मदत करने को ! विक्रम !!

अनु समझ गई कि ये मैसज विक्रम का है ! लेकिन उसने उसे नम्बर लेने से रोका क्यो नही ?यही सवाल अनु के दिमाग में उठ रहा था लेकिन वो फिर भी इस सवाल को इग्नोर कर देना चाहती थी !तभी एक मैसेज और आया ; ज्यादा सोचो मत अब सो जाओ !मैसज के नीचे स्माइली का इमोजी  था !

अनु ने एकदम हैरान होकर फोन साइड में रख दिया और साथ वाले कमरे में अनीता के साथ बैड पर लेट गई ! पता नही कब अनु की आंख लग गई !

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