राय मेंशन में तीनो अंदर आती है उन्हे इतना जल्दी आता देख दादी बोलती है__ क्या हुआ तुम तीनो इतनी जल्दी आ गए,, तो aki दादी के पास बैठते हुए बोली__ दादी आपको पता है मॉल में एक लड़की थी वो कृति दी को परेशान किया,, तो साक्षी जी__ऐसा क्या हुआ था मॉल में और किसने मेरी बेटी को परेशान किया,, तो अरु बोली__ थी एक लड़की को पैसों का घमंड दिखा रही थी मन तो कर रहा था की उसका वही ऑमलेट बना दूं।।
ये बोल वो सब कुछ साक्षी जी को बता देती है जिसे सुन कर साक्षी जी को बहुत गुस्सा आता है और बोलती है__ उस लड़की की इतनी हिम्मत की वो मेरी बेटी से इस तरह से बात करे तुम सब ने उसी वक्त फोन क्यों नहीं किया बच्चे। कृतिका बोली__ मां छोड़ो ना उस बात को जो हो गया सो हो गया जाने दो,, साक्षी जी कृतिका के तरफ देख कर बोली__ बेटा अगर कभी कुछ भी परेशानी हो तो बेहजीझक तुम मुझसे या अपने डैड से कह देना ठीक है कभी भी चुप मत रहना।
तो कृतिका कल के कॉल के बारे में सोचती है पर वो तुरंत अपना ध्यान उस चीज से हटा देती है,, तभी सविता जी बोली__ अब जाओ का कर फ्रेश हो जाओ ठीक है रेस्ट कर लो,, तो तीनो एक दूसरे को देखने लगते है तो उन्हे इस तरह से देख साक्षी जी बोली__ क्या हुआ तुम तीनो इशारों इशारों में क्या बातें कर रही हो कुछ बात है क्या,, तो कृतिका बोली__ मां वो हमें कल दिल्ली के लिए निकलना होगा क्लास स्टार्स होने वाले है,, तो साक्षी जी बोली__ तो उसमे इतनी सोचने वाली कोन सी बात है।
अरु साक्षी जी को फुसलाते हुए बोली__ वो मासी आप तो जानती है ना की मैं आपसे कितना प्यार करते है,, साक्षी जी अपनी आंखें छोटी करते हुए बोली__ अब तुम मुझे माखन मत लगाओ बोलो क्या बात है,, तो कृतिका बोली__ मां उसने इंटर्नशिप के लिए मल्होत्रा कंपनी में अप्लाई किया है उसने पहले राय कंपनी में अप्लाई की थी पर अगस्त्य अंकल ने कहा की उसे अगर वहां इंटर्न के लिए गई तो सब उसके आगे पीछे होंगे इसलिए अंकल ने एप्लीकेशन रिजेक्ट कर दिया और कहा की उसे दूसरी कंपनी में try करना चाहिए जहां उनकी जान पहचान न हो तो उसने अंकल से छुप कर मल्होत्रा कंपनी में अप्लाई किया है इसलिए ये आपको ऐसे माखन लगा रही है,,
कृतिका के बोलने के बाद अरु साक्षी जी को गले लगाते हुए बोली__मेरी प्यारी मासी आप तो मुझसे बहुत प्यार करती है ना प्लीज मौसा जी से कह कर मुझे इंटर्न के लिए वहां जॉब लगा दीजिए ना,, तो साक्षी जी भी उसी की नकल करती हुई बोली__ मेरी प्यारी अरु तुम्हे पता है ना तुम्हारे पापा कुछ सोच समझ कर ही ये डिसीजन लिया होगा ना इसलिए उनकी बात को हमेशा मानना,, तो अरु बोली__ प्लीज मासी,, साक्षी जी भी अपना सार हिला कर बोली__ नही,,
तो अरु उनकी बात नही तल सकी और उन्हें पप्पी फेस बना कर देखने लगी जिसे देख सब हंस दिए,, सविता जी बोली__ अच्छा चलो तुम सब फ्रेश हो जाओ और अपनी पैकिंग सुरु कर दो क्यों तुम सब हमेशा कुछ न कुछ जरूरी सामान भूल जाति हो,, तो तीनो अपनी अपनी रूम में चली जाति है,, वही रूम में पोहंच कर कृतिका फ्रेश होने के लिए चली जाति है उसके जाने के बाद उसके फोन पर नए नंबर से कॉल आ रहा था थोड़ी देर बाद जब कृतिका बाहर आती है तो फिर से फोन रिंग होने लगता है।
जिसे देख वो थोड़ा डरती है पर हिमात कर के कॉल उठती है और बोली__ हेलो,, तो दूसरी तरफ से एक नाराजगी भरी आवाज आती है__ क्या तुम मुझे इग्नोर कर रही हो,, तो कृतिका शांत होते हुए बोली__ क्रिश ये तुम हो मुझे लगा की,, ये बोलते बोलते वो रुक गई और बात को टालते हुए बोली__ खेर छोड़ो तुमने मुझे बिन बताए क्यों चले गए और वो भी,, ये बोलते बोलते वो रुक गई और अपनी जीभ को दांतों तले दबाते हुए मन में बोली__ ये मैने क्या कर दिया अब ये क्रिश मुझे छिड़ने का कोई मौका नहीं छोड़ेगा,, तो क्रिश की आवाज से होश में आती है तो क्रिश बोला__ ओ ओहो लगता है किसी के दिल में मेरे भाई के लिए प्यार का जगह बनने लगा है,,
तो कृतिका बोली__ ऐसी कोई बात नही है वो तो मुझे कल के लिए उनसे थैंक यू बोलना था बस और कुछ नही,, तो क्रिश बोला__ अच्छा पर मुझे तो नही लगता कहीं तुम सच में मेरे भाई से प्यार करने लगी हो वैसे भी भी तुमसे प्यार करते है तो उस हिसाब से तो मुझे तुम्हे भाभी बुलाना चाहिए है ना भले ही हम सेम एज के है पर रिश्ते में तो तुम सॉरी i mean आप मेरे से बड़ी है,,
तो कृतिका अपना माथा पीटते हुए बोली__ क्रिश दिल्ली अब मुझे छोड़ना बंद भी करो,, शर्म से कृतिका का चेहरा लाल हो चुका था कहीं न कहीं कृतिका को उसे भाभी बुलाना अच्छा लग रहा था,, क्रिश बोला__ अच्छा तो क्या आप कल फ्री हो वो क्या है ना में और मेरे बेस्टफ्रेंड कल घूमने जाने का प्लान बना रहे है तो क्या आप तीनो कल आओगे,, तो कृतिका अफसोस भरी आवाज में बोली__ क्रिश I'm really sorry वो हम कल वापस दिल्ली के लिए निकल रहे है दो दिन बाद हमारे क्लास स्टार्स होने वाले है इसलिए हम नही आ सकते,,
तो क्रिश बोला__ अच्छा कोई बात नही हम फिर कभी चलेंगे वैसे वो छिपकली कहां गई उसकी आवाज सुनाई नहीं दे रही है,, तो कृतिका बोली__ वो अपने रूम में है पैकिंग कर रही है,, तो क्रिश बोला__ अच्छा तो ठीक में कॉल रखता हूं और उसे परेशान करता हूं ,, कृतिका हंस देती है और कॉल रख देती है,, वो थोड़ा उदास और मुंह फूला कर बोली__ आप मुझसे मिल कर भी नही गए,, तो वो खुद से बोली__ मैं उनके बारे में क्यों सोच रही हूं मुझे क्यों बुरा लग रहा है मुझे मिले या न मिले मुझे क्या,, फिर थोड़ी देर बाद बोली__ लेकिन एक बार तो मिल लेते मेरी तबियत के बारे में भी नही पूछा ,, कही न कही कृतिका को आहिर पसंद आने लगा था लेकिन उसे इस बात का एहसास अभी तक नही हुआ,,
अगले दिन सुबह,,
सब लिविंग रूम में बैठे थे कृतिका aru और aki नीचे आते है साक्षी जी बोली__ I'm sorry मेरा बच्चा मैं तुम्हे दिल्ली छोड़ने नही जा सकती हम रात को ही लंदन के लिए निकलना वहां का सारा काम लिपटा कर हमेशा के लिए इंडिया सिफ्ट होना है हम जल्दी ही तुमसे मिलने आयेंगे,, तो कृतिका बोली__ कोई बात नही मां आप जब चाहे मुझे वीडियो कॉल कर लेना ओके आप और पापा अपना ध्यान रखना ओके,, तो साक्षी जी के आंखों में आंसू आ गए जिसे देख सब इमोशनल हो गए,,
क्यों की बरसों बाद साक्षी जी और राजेश जी को मां पापा कहना वाली उनकी फिकर करने वाली उनका ध्यान रखने वाली कोई थी,, फिर कृतिका राजेश जी से बोली__ और पापा आप टाइम से खाना खा लीजिएगा और अपनी और मां ध्यान रखिएगा काम को जायदा प्रेशर पड़ने मत दीजियेगा ओके,, तो राजेश भी इमोशनल हो के उसे गले लगा लेते है,,
पूरी फैमिली उन्हे बीदा करती है कृतिका खिड़की से बाहर देखते हुए मन में बोली__ पता नही अब फिर कब ऐसे मुलाकात होगी ना जाने क्यों जबसे आपसे मिली हूं तबसे आपके बारे में सोचने से खुद को रोक नहीं पाती क्या मुझे सच में आपसे प्यार हो गया,,
वही दूसरी तरफ मुंबई की एक बड़ी बिल्डिंग में जहां वो ऊंचाई को छू रही थी और उस बिल्डिंग के सबसे टॉप फ्लोर पर एक बड़े से केबिन में जहां हर एक चीज बहुत ही सलीके से रखा हुआ था और उस केबिन के इंटीरियर इसे थे की पता ही नही चलता था की वो एक कमरा है या ऑफिस का केबिन क्यों की वो केबिन बहुत बड़ा था बड़े सोफे थे टेबल थी और ग्लास वॉल्स लगे हुए थे जहां से पूरी मुंबई देखी जा सकती थी
तभी उस केबिन में एक लड़का आता है और बोलता है__ बॉस ये फाइल जो अपने मंगवाई थी अपने सही सोचा था मिस्टर बिजलानी हमसे धोका दे रहे है वो हमारे दुश्मनों से मिले हुए है,, तो सामने ceo की बड़े से चेयर पर बैठा आहिर जो कुछ फाइल में साइन कर रहा था उसका असिस्टेंट जो विक्रम कपूर था उसकी बात सुन आहिर साइन करते करते करते रुक जाता है और बोल__ उसके ऊपर नजर गड़ाए रहो वो कहां जाता है किस्से से मिलता है सब डिटेल्स मुझे बताते रहना और उसका कॉल डिटेल्स निकलवाओ और मुझे उसकी हार उड़ते देते रहना।
विक्रम जी बॉस बोल वहां से चला जाता है और आहिर ग्लास विंडो के पास का कर खड़ा हो जाता है और सीक्रेट का काश लेते हुए अपनी फोन में कृतिका का फोटो देखते हुए बोला__ स्वीटहार्ट तुम बस मेरी हो बस कुछ दिन और उसके बाद तुम हमेशा हमेशा के लिए तुम मेरे पास रहोगी मेरे साथ मेरी बाहों में (फिर अपनी आंखें बंद कर के बोलता है) "तेरा खुमार कुछ इस तरह चढ़ा है, कि खुद को भी भुला बैठा हूँ, बस तेरा दीवाना बना हूँ"।
दिल्ली के शर्मा मेंशन जहां चारों तरफ बॉडीगार्ड्स थे उस मेंशन में अभी का माहोल बहुत गरम था ऐसा लग रहा था की कोई सीरियस बात हो रही है,, वीरेंद्र शर्मा जो एक बिजनेसमैन है बिजनेस के दुनिया में इनका भी काफी नाम है पर इस वक्त इनका बिजनेस में भरी लॉस हो रहा था जिस वजह से ये बहुत टेंशन में थे वो लिविंग रूम में इधर उधर घूमते हुए गुस्से से बोले__ वो लड़की के वजह से हमें इतनी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है उसकी वजह से मेरी कंपनी का लॉस होते जा रहा है कोई हमसे डील तोड़ कर जा रहा है कोयल बहु क्या तुमने उसे कॉल किया था क्या वो आ रही है,,
कोयल जो उनके बड़े बेटे प्रकाश शर्मा की बीवी है वो बोली__ जी पापा जी मैने उसे कॉल किया था पर उसने,,ये बोल वो रो देती है जिसे उसकी सास कनिका बोली__ क्या हुआ बहु टू ऐसी क्यों रो रही है,, तो प्रकाश बोला__ मां वो कोयल ने जब कृतिका को कॉल कर के बुलाया तो उसने ये कहा की वो हमसे नफरत करती है और कोयल को उसने बहुत बुरा भला बोली की उसके वजह से हमने उसे घर से निकल दिया उसे बदनाम करने की कोशिश की लेकिन असल में वो खुद घर से भाग गई और अभी वो उसका सारा इल्जाम कृतिका पर डाल रही है,,
वही वीरेंद्र जी गुस्से से बोले__ उसकी इतनी हिम्मत हो गई की उसने ये सब कहा प्रकाश तुम कुछ भी करो लेकिन उस लड़की को ढूंढ कर मेरे सामने लाओ हमारे पास जायदा समय नही है,,
तो ये कृतिका के फैमिली जिसे डर कर कृतिका उनसे छुपाती रहती है क्या हुआ है कृतिका के साथ क्या किया है उन लोगों ने कृतिका के साथ।
क्या आहिर को पता चल पाएगा की कृतिका अब वापस दिल्ली जा चुकी है??
क्या कृतिका को होने लगा है आहिर से प्यार??
जानने के लिए पढ़ते रहिए तेरा मेरा वास्ता।
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