कृतिका गिरी पूल में

अब पार्टी खतम होने को थी कृतिका को बार बार किसी नंबर से कॉल आ रही थी पर वो इग्नोर कर रही थी तभी उसे एक मैसेज आता है जिसे पढ़ वो तुरंत वहां से निकल कर पूल साइड आ जाति है जहां कोई नही था उसने तुरंत वो उस नंबर पर कॉल करती है तो दूसरी साइड से एक गुस्से भरी आवाज आती है__ my dear sister शायद तुम अब सब कुछ भूल चुकी हो की अब तुम मेरा कॉल भी नही उठाएगी इतनी हिम्मत बढ़ गई तुम्हारी,, कृतिका घबराते हुए बोली__ भा..भाई सॉरी..सॉरी वो मेरे फ्रेंड के घर..घर पर फंक्शन है तो मैं.. मैं बीसी हो गई थी।

उधर से आवाज आई__ तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी कॉल इग्नोर करने की क्या तुम अपने बड़े भाई से अब बात भी नही करोगी और सबसे बड़ी बात तुमने अपनी भाभी से क्या कहा जिससे वो तुमसे बात करने के बाद रोए जा रही है तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई उसे रुलाने की हां,, तो इधर कृतिका डरते हुए बोली__ मैने कुछ नही किया..तो उधर से उसका भाई बोला__ दो दिन बस दो दिन के अंदर अगर तुम नही नही तो देख लेना इस बार मैं तुम्हे कहीं का नही छोड़ूंगा बहुत देख ली तुम्हारी हाइड एंड सिक का गेम अगर तुम दो दिन के अंदर नही आई तो आगे तुम्हारी मर्जी।

ये बोल उसका भाई उसका कॉल काट देता है इधर कृतिका के आंखों से आंसू बह निकलते है वो खुद से बोलती है__ क्यों क्यों भगवान जी क्यों क्यों अपने मेरी किस्मत ऐसी लिखी मैं जितना भी अपने उस परिवार से पीछा छुढ़ना चाहती हूं जो मुझे अपने मानते ही नहीं है हर बार उनको मेरी साथ जोड़ देते हो क्यों भगवान जी क्यों। ये बोल वो वही रोती रहती है थोड़ी देर बाद उसका रोना जब काम हुआ तो वो खुद को संभाल वहां से जाने वाली होती है पर तभी उसका पैर फिसल जाता है जिससे वो पूल में गिर जाति है।

उसे तेहेरना नही आता था जिससे वो डर से बेहोश हो जाति है जिससे वो डूबने लगती है पर तभी उसे एक शाक्स आ कर उसे थाम लेता है और उसे अपनी बाहों में थम कर पूल से बाहर आता है कृतिका जो अब तक बेहोश हो चुकी थी वो शक्स उसे देखते हुए बोला__ आई प्रोमिस जिसने भी तुम्हे रुलाने की कोशिश की है मैं उसे कही का नही छोड़ूंगा स्वीटहार्ट। कृतिका को बचाने वाला और कोई नही आहिर ही था जो कृतिका को परेशान देख उसके पीछे पीछे आ गया था पर उसे थोड़ा लेट हो गया जिससे वो कृतिका को पूल में गिरने से नही बचा पाया।

वो कृतिका को ले कर अंदर चला गया अब तक मेहमान भी जा चुके थे बस विवान और उसकी मां और बाकी घरवाले थे वही आहिर जब अंदर आता है तो सब की नजर उस पर जाति है और उसकी बाहों में कृतिका पर जाति है जो पूरी भीगी हुई थी और बेहोश थी जिसे देख साक्षी जी घबरा जाति है आहिर कृतिका को रूम में ले जा कर लेता देता है।

साक्षी जी कृतिका के पास बैठते हुए बोली__ इसे क्या हुआ है ये इस तरह से इस हालत में ,, तो आहिर बोला__ वो पूल में गिर गई थी शायद डर से वो घबरा गई और बेहोश हो गई है। क्रिश बोला__ मैने डॉक्टर को कॉल कर दिया है वो आते ही होंगे,, आहिर एक तक कृतिका के चेहरे को देख वहां से चला जाता है,, क्रिश भी उसके पीछे पीछे जाता है और अपने भाई से बोलता है__ भाई आखिर ये सब हुआ कैसे,, तो आहिर सर्द आवाज में बोला__ वो किसी से कॉल पर बात करने गई हुई थी मैं जब पोहंचा तो वो रो रही रही थी पर अचानक से उसका पैर फिसला और वो पूल में गिर गई।

क्रिश कुछ सोचता हुए बोला__ तो भाई ऐसे भी क्या हुआ की कृतिका रो रही थी,, तो आहिर उसके तरफ पलट कर बोला__ यही बात तुम्हे पता करना है क्यों की तुम आराधना और लिटिल गर्ल साथ में रहते हो तो हो सकता है वो तुम लोग को इस बारे में बताए,, क्रिश अपना सार खुजाते हुए कन्फ्यूज में बोला__ ये लिटिल गर्ल कोन है,, तो आहिर उसे घूर कर देखता है जिसे क्रिश को समझते देर नहीं लगी की वो कृतिका को ही लिटिल गर्ल बोल रहा है।

वही कृतिका के रूम में सब परेशान थे डॉक्टर उसे चेक करते हुए बोले__ कोई बात नही ये डर के वजह से बेहोश हो गई थी मैने इन्हे इंजेक्शन दे दिया है जिसे इन्हे अच्छे नींद आ सके और ये सुबह तक ठीक हो जाएगी। सब को थोड़ा सुकून मिला की कृतिका ठीक है साक्षी जी जो कृतिका के पास ही उसका हाथ पकड़ बैठी थी उन्हे देख राजेश जी बोले__ साक्षी परेशान मत हो वो ठीक है,, साक्षी जी बोली__ पर कृतिका पूल साइड गई क्यों थी,, तो वैशाली जी बोली__ मैने साम से नोटिस किया की वो साम से कुछ परेशान लग रही थी इसलिए शायद वो उस तरफ गई हो ताकि उसे कुछ अच्छा महसूस हो। राजेश जी बोले__ पर मेरी बेटी परेशान क्यों थी उसने हमें कुछ बताए भी नही।

अरु कुछ सोचते हुए अपने में बोलती है__ कही उन लोगों ने तो इसे फिर से कॉल कर के डराया तो नही है,, तभी सविता जी बोली__ अरु क्या तुम्हे पता है की कृति क्यों परेशान थी,, अरु न में सार हिलाते हुए बोली__ नही मां मुझे तो उसने कुछ भी नही बताया है मैने भी उसे परेशान होते हुए देखा था मैंने उसे पूछा भी था पर उसने कुछ नही बताया।

तो सविता जी सब से बोली__ आप सब जा कर रेस्ट कर लिए कृतिका के पास मैं और जीजी है डॉक्टर ने भी कह दिया की वो ठीक है। सब जाना तो नही चाहते थे पर साक्षी जी के कहने पर सब अपने रूम में चले गए।

दूसरी तरफ, मुंबई के एक बड़े बंगलों में एक लड़की जो अपने रूम बैठी हुई थी उसने डार्क ब्लू कलर की सारी पहनी हुई थी मांग में सिंदूर और गले में मंगलसूत्र पहनी हुई थी,, वो सामने बैठा अपने भाई से बोलती__ बस कुछ दिन और रवि फिर ये सारी प्रॉपर्टी पर सिर्फ हमारा हक होगा और इस प्रॉपर्टी पर सिर्फ हम राज करेंगे बस कुछ दिन और,, तो उसका भाई रवि कहता है__ हां दीदी वैसे मानना पड़ेगा आपको क्या सॉलिड प्लानिंग किया है अपने,, तभी वो लड़की मुंह में उंगली रख कर उसे चुप कराते हुए बोली__ shhhhh तुम्हे पता है ना दीवारों के भी कान होते है इसलिए कभी भी इस बारे बात मत करना ठीक है,, तो उसका भाई रवि हां में सार हिला देता है।

सुबह का वक्त कृतिका की आंखें धीरे धीरे खुलती है और वो इधर उधर देखती है तो वो अपने आप को अपने कमरे में पति है वो कुछ याद करते हुए वो बोलती है__ मुझे कोन लाया यहां में तो कल पूल में गिर गई था ना,, तभी उसे याद आता है की जब वो पूल में गिरी और डर से बेहोश होने से पहले उसने आहिर को अपनी तरफ आते हुए देखा था जिसे याद कर वो बोली__ वो मन तो है जैसे भी हो उन्होंने कल मेरी जान बचाई है तो मुझे उन्हे थैंक यू तो बोलना चाहिए,,

ये बोल वो स्माइल करने लगती है फिर खुद से कहती ही__ कृति तू क्यों स्माइल कर रही है पागल कहीं की,, ये बोल वो फिर उसकी नजर घड़ी पर जाति है जो 9 बज चुके थे वो खुद से बोली__ ओह नो सुबह के 9 बज गए कही सब मुझे डांटने न लग जाए,, ये बोल वो हड़बड़ाते हुए बेड से उठी है और बाथरूम चली जाति है। वही लिविंग रूम में सब कोई थे दादी बोली__ अरे बेटा तुम सब आज ही जा रहे हो थोड़े दिन रुक ही जाते तो क्या हो जाता,, तो क्रिश एक छोटे बच्चे की तरह दादी से लिपट कर बोला__ वही तो गर्लफ्रेंड देखो ना मुझे नही जाना फिर भी मुझे जबरकस्ती ले कर जा रहे है प्लीज उन्हे बोलो ना की मुझे आपके साथ यही रहने दे,, तो अदिति जी बोली__ मां जी वो क्या है ना इनकी बहन और उनके परिवार वाले आ रहे है हमें जाना होगा हम फिर कभी आ जायेंगे वैसे भी हम एक ही शहर में रहते है।

दादाजी बोले__ कोई नही बेटा लेकिन कभी कभी हमसे मिलने आते रहना,, सब बड़े कबीर जी और उनके फैमिली को बाहर तक छोड़ने गए वही आहिर जो अब रूम से निकल रहा था तो एक नजर कृतिका के रूम की तरफ देखता है वो उसके रूम के तरफ जाने ही वाला था की तभी उसे उसकी मां की आवाज आती है तो वो वहां से बाहर चला जाता है वही कृतिका जो अभी फ्रेश हो कर आई थी वो नीचे जाति है तो सब घर वालों को बाहर से अंदर आते हुए देखती है।

अरु की नजर कृतिका के ऊपर जाति है तो दौड़ कर उसके पास जाति है और उसे गले लगा लेती है और बोली__ कृति तू ठीक तो है न तूने तो मुझे डरा ही दिया था,, कृतिका भी उसे गले लगा लेती है तभी सब घर वाले भी आ जाते है और बोले__ बेटा तुम ठीक तो हो ना,, तो कृतिका हां में सार हिला देती है साक्षी जी उसे गले लगा लेती है वो थोड़ा इमोशनल हो जाति है जिसे देख कृतिका बोली__ मां रो मत प्लीज मुझे अच्छा नहीं लगता जब आप रोती हो तो।

साक्षी जी खुद को शांत करते हुए बोली__ अच्छा ठीक है नही रोऊंगी पहले ये बता तू वहां पूल साइड में क्या कर रही थी,, उनका सवाल सुन कृतिका असमंजस में पड़ जाति है की उन्हें क्या जवाब देगी,, तो अरु ये बात नोटिस कर लेती है और कहती है__ छोड़िए न मासी ये सब के बारे में बाद में बात करते है कृतिका ठीक है यही हमारे लिए बहुत है,, तो सब कृतिका से कुछ नही पूछते,,

वही कृतिका की नजर किसी और को ढूंढ रही थी जो साक्षी जी ने नोटिस कर ली थी,, उन्होंने कृतिका से बोली__ क्या हुआ बेटा तुम किसी को ढूंढ रही हो क्या ,, तो कृतिका हड़बड़ा जाgति है और बोली__ न नही..नही मां,, तो उसकी ऐसी हालत देख अरु और aki मुंह छुपा कर हंस देती है वही साक्षी जी को थोड़ा शक तो गया था की कृतिका आहिर को पसंद करने लगी है जिसे साक्षी जी के होंठों पर स्माइल आ जाति है। वो और कुछ नही बोली अरु कृतिका से बोली__ कृति चल रेडी हो जा हमें कही जाना है ,, तो सविता जी बोली__ अब तुझे कहां जाना है तुम्हे पता है ना कृतिका को रेस्ट करने की जरूरत है ,, तो अरु बोली__ मां अगर हम बाहर घूम के आयेंगे तो कृति को भी थोड़ा अच्छा लगेगा न प्लीज मां,,

तो सविता जी उनको परमिशन दे देती है तो लोग रेडी हो कर बाहर वो लोग एक शॉपिंग मॉल के लिए निकल जाते है आधे घंटे बाद वो तीनों कृतिका aru aki एक बड़े से शॉपिंग मॉल के अंदर जाते है वहां शॉपिंग करते वक्त एक बड़े ब्रांड जिसका नाम AK था उस सेक्शन में वो तीनो ड्रेस देख रहे थे तो वही कृतिका ने एक ड्रेस चूस किया जो उसे बहुत पसंद आया तो उसने वो ड्रेस पकड़ी की तभी वहां एक लड़की आ गई और वो उससे वो ड्रेस छीन कर बोली__ I'm sorry dear पर ये ड्रेस मैने पहले देखी थी।

तो कृतिका कुछ नही बोलती बस हां में सर हिला देती है और वहां से दूसरी लाइन में जा कर ड्रेस लेती है तो फिर से वही लड़की आ कर उसे उसी तरह ड्रेस ले लेती है।

कृतिका कुछ नही कहती और दूसरे लाइन में चली जाति है वो जैसे ही ड्रेस लेने वाली होती है वो लड़की फिर आ जाति है और वो ड्रेस ले लेती है जिसे अब कृतिका को गुस्सा आ गया और वो बोली__ आप जो भी है क्यों बार बार मेरे साथ ऐसी कर रही है पहले अपने ऐसे किया तो मुझे लगा की कोई नही आपको ये ड्रेस पसंद आई होगी लेकिन आप तो फिर भी मेरे पीछे ही पड़ गई,, 

तो लड़की जिसका नाम सोनाली था उसने गुस्से से बोली__ how dare you? तुमने मुझसे इस तरह से बात करी तुम जानती भी हो की मैं कोन हूं,, तो तभी अरु आई और बोली__ तुम जो भी हो लेकिन हमें तुमसे कोई मतलब नहीं समझी अगर तुम्हे ड्रेस ही लेनी है तो स्टाफ से कह कर मंगवा लेती ना ऐसे किसी से बातामीजी करने की क्या जरूरत है।

तो सोनाली बोली__ तुम तो मुझे बड़े खंडन की लगती हो लेकिन तुम इस मिडिल क्लास लड़की की साइड क्यों ले रही हो और तुम्हे पता है ऐसे मिडिल क्लास वाले पैसों के लिए कुछ भी कर सकते है और ऐसे लड़की तो पता नहीं कितनी के साथ,, तभी वहां पर एक चटक की आवाज आई अरु और aki जो वहां खड़ी थी उनकी नजर कृतिका पर जाति है जो सोनाली को एक जोर दार थापड़ जड़ दिया था।

वहां अब तक भिड़ हो चुकी थी स्टाफ भी उन्हे रोकने की कोशिश कर रहे थे पर वो सोनाली से डर रहे थे क्यों की सोनाली एक बड़े खंडन से आती थी।

सोनाली अपने गाल पर हाथ रखते हुए गुस्से से बोली__ how dare you? तुम्हारी हिमात कैसे हुई मुझ पर हाथ उठने की,, कृतिका भी गुस्से में आ चुकी थी उसने भी गुस्से से कहा__तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरे बारे में इस तरह बात करने की,, सोनाली हंसते हुए बोली__ देखा लिया न सच बोलने से आ गई तुम्हारी असलियत सामने.. तुम्हे पता भी ये ब्रांड लाखों में है इसकी प्राइस क्या है इसकी प्राइस इतनी है की ये अफोर्ड भी नही कर सकती और तुम्हारी औकात भी नही है की तुम ये अफोर्ड कर सको,, तो अरु बोली__ तुम्हे तो मैं,,

तभी कृतिका अपने पर्स से एक कार्ड निकलती है और स्टाफ को देते हुए कहती है__ इसे लो और AK ब्रांड की जितनी भी अच्छी ड्रेस है और कॉस्टली है उन्हे मेरे और मेरी बहन के लिए पैक करो और जितनी भी बिल बने उसे इस कार्ड से कर लो,, कृतिका ने इस तरह से कहा की एक पल के लिए स्टाफ मेंबर और बाकी सब भी डर गए,, वही सबकी नजर उस कार्ड पर गई जो बहुत कम लोगों के पास है वो कार्ड देख कर तो सोनाली की आंखें फैल गई वो कभी कार्ड को तो कभी कृतिका को देखती है।

सोनाली पागलों की तरह हंसते हुए बोली__ देख लिया ना सबने ये मिडिल क्लास लड़की के पास ये पलटीनुक कार्ड जो सिर्फ रिचेस्ट लोगों के पास होती है वो इसके पास कैसे आई जरूर उसने किसी अमीर आदमी को फंसाया होगा,, तभी फिर से एक जोर दर्द थापड़ सोनाली के दूसरे गाल पर पड़ती है जो पहले वाले से जायदा जोर की पड़ी थी।

कृतिका जो सोनाली की बातें सुन गुस्से में आ चुकी थी उसने फिर से उसे एक थापड़ जड़ दिया था कृतिका बोली__ mind your language तुम एक लड़की हो के एक दूसरी लड़की के बारे में ऐसे कैसे बोल सकती हो और कभी भी किसी को उसके कपड़ों से जज मात करना जज करने से पहले खुद को देख लेना क्यों की तुम अगर सामने वाले को उंगली कर रहे हो तो ये याद रखना की बाकी चार उंगली तुम्हारी तरफ ही है समझी। ये बोल वो एक नजर सोनाली पर डालती है जो उसे खा जाने वाली नज़रों से देख रही उसे देख कृतिका वहां से चली जाति है। कृतिका और अरु aki का मूड अब पूरी तरह से खराब हो चुका था इसलिए वो वहां से घर चले जाते है।

क्या सब जन पाएंगे कृतिका की परेशानी??

क्या आहिर पता लगा पाएगा कृतिका के बारे में??

क्या कृतिका चाहने लगी है आहिर को??

जानने के लिए पढ़ते रहिए तेरा मेरा वास्ता।

अगर आप नोवेल से रिलेटेड कुछ पूछना चाहते हो तो मुझे मेरे इंस्टाग्राम id पर मैसेज कीजिए__wynter_writes05 ये है मेरी id

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