कृतिका का नया परिवार

सुबह के 7 बज चुके थे । सविता जी सुबह से काम में भागा ढोडी कर रही थी क्यों की आज उनकी बड़ी बहन और जीजा जी आने वाले है तभी सीढ़ियों से उतरती हुई कृति नजर आई कृति उनकी पैर छूते हुए बोली 

कृति,, गुड मॉर्निंग आंटी ।  सविता जी मुस्कुराते हुए। सविता जी बोली ,, अरे बेटा तुम उठ गई  अभी तो सुबह के 7 बजे है और अभी बाहर बोहुत ठंड है जाओ जा कर तुम अपने कमरे में रहो वरना तुम ठंड लग जायेगी।

कृति मुंह बनाते हुए बोली,, नही आंटी मुझे रूम में बोहुत बोर लग रहा है क्या मैं आपकी हेल्प करूं प्लीज आंटी मुझे माना मात कीजिएगा 

सविता जी बोली,,तुम भी ना अच्छा ठीक है जाओ जा कर किचेन में तुम कमला जी को आज की ब्रेकफास्ट बनाने का मेनू दे दो अगर तुम्हे कुछ ठीक न लगे तो अपनी इच्छा से भी तुम मेनू में ऐड कर सकती हो ठीक है बेटा।

कृति बोली,, ठीक है आंटी

सविता जी कृति को जाता देख मुस्कुरा दी और सोचने लगी कितनी प्यारी बच्ची है काश ये सब उसके साथ कभी हुआ ही न होता बोल कर उनकी आंखों में थोड़ा सा नामी आ गई 

कृति किचेन में सब काम देखने लगी और बाकी सर्वेंट को भी समझने लगी और वो खुद भी किचेन में उनकी हेल्प करने लगी फिर सुबह के 9 बज चुके थे सभी उठ कर फ्रेश हो कर डिनिग टेबल पर पोहनाच चुके थे फिर कृति का वेट करने लगे फिर दादी बोली

दादी,, अरे aru kitu बेटा कहा चली गई आज तो वो दिखाई ही नहीं दे रही और नही वो मेरे कमरे में आई 

Aru,, पता नही दादी कृति कहा चली गई वो अपने रूम में भी नही है मैने उसको कॉल भी किया था पर उसका फोन तो रूम में ही है

तभी सविता जी डाइनिंग टेबल पर खाने का bowl लाते हुए बोली

सविता जी,, क्या हुआ आप लोग किसकी बात कर रहे है मुझे भी बताए

Aru,,  देखो ना मम्मा कृति कहा चली गई वो मेरा फोन भी नही उठा रही है

तभी कृति आवाज लगाते हुए दूसरी bowl पकड़ कर मुस्कुराते हुए आ रही थी

कृति,, गुड मॉर्निंग एवरीवन

बोल bowl टेबल पर रख दी तो दादी बोली

दादी,, अरे kitu तुम सुबह सुबह किचेन में क्या कर रही हो 

तो सविता जी बोली,, मां जी कृति आज सुबह से मेरी हेल्प कर रही है मैने इससे रूम में जाने को भी बोला पर ये है की मेरी बात सुनती ही नही है और मेरी हेल्प करने का जीध करने लगी

कृति,, आंटी आप सुबह के 5 बजे से उठ कर काम पर लगी है मुझे रूम में बैठे बैठे बोर हो लग रहा था तो मैं आ गई आपकी हेल्प करने और आप बोल रही है की ये मेरी बात सुनती नई है 

तभी दादी बोली ,, हां सविता कृति बिलकुल ठीक कह रही है इतनी सारी तैयारी करनी बाकी है और तुम अकेले काम पर लगी हो 

सविता जी ,, पर मां जी सर्वेंट है ना मेरी हेल्प करने के लिए

Aru और aki को तो पता ही नही था की यह चल क्या रहा है कृति सविता जी की हेल्प करने तक तो समझ आ गया पर तैयारी सुन कर aru और aki एक दूसरे को देखने लगे । एक्चुअली में aru और aki को मालूम ही नहीं था की उनके मामा की बेटी अक्षरा की 2 दिन बाद engagement है क्यों की अक्षरा इनको सर्प्राइज देने वाली थी और घर में सबको बताने से साफ मना किया गया था की aru और aki को बिलकुल पता नही लगना चाहिए

Aki ने एक्साइटेड होते हुए पूछा,, मम्मा किस चीज की तैयारी हो रही है कोई पार्टी है क्या ।

सविता जी बोली,, ये एक सरप्राईज है बाद में पता चल जायेगा की किस चीज की तैयारी चाल रही है चलो अब जल्दी से ब्रेकफास्ट करो ,,बोल कर

सभी ब्रेकफास्ट करने लगे थोड़ी देर बाद सविता जी ने कृति को बाहर जरूरी सामान लाने के लिए भेज रही थी क्यों की कृति को सविता जी ने पहले से ही बातों बातों में सब बता दिया था की तभी aru और aki भी बाहर जाने के लिए जीध करने लगी।

तीनों बाहर समान लेने चले गए समान लाने के लिए बाकी सर्वेंट्स भी थे पर ये चीज बहुत जरूरी चीज engagement के लिए लानी थी इसलिए सविता जी ने कृति को भेजना सही समझा

गाड़ी में कृति aru और aki को ऐसे कुसूर फुसुर होता देख समझ गई थी की ये दोनो बहनें कुछ तो खिचड़ी पका रही है सच उगलवाने के लिए क्यों की ये जितना झगड़ती है एक दूसरे से इन्हे देख कर तो कोई भी कहेगा की ये तो एक दूसरे की जानी दुश्मन है aru और aki कृति से सच उगलवाने के लिए प्लानिंग कर चुके थे पर कृति से अपने प्लानिंग के हिसाब से पीछे रहे पर कृति ने दोनो को कुछ नही बताया बास hint दे दिया था की 2 दिन बाद engagement है पर दोनो समझ ही नही जिस तरह से कृति ने बताया था

Rai mansion,

अब तक के साम के 5 बज चुके थे तीनों समान ले कर आ चुकी थी aru और aki जैसे ही घर पोहंचे की वो थक हार कर दोनो सर्वेंट को बुला कर बैग्स पकड़ा दिए और अपनी अपनी कमरे में चली गई थी दादी और दादाजी लिविंग रूम में बैठे एक सर्वेंट से रिश्तेदारों की लिस्ट बनाने में बसी थे और कृति डेकोरेशन में बसी थी सर्वेंट्स को भी इंस्ट्रक्शन दे रही थी सविता जी खाने का menu बनाने में और engagement कि जरूरी सामान देख रही थी तयियारी पूरा जोरो सोरों से चल रही थी की तभी बाहर गाड़ी रुकने की आवाज आई

जब सब अपने अपने काम में busy थे और किसी का ध्यान भी गेट के पास नही गया एक सुंदर सी लड़की स्माइल करते हुए अंदर आ रही थी वो पूरे घर को जगमगाते हुए देख कर बोहुत खुश भी थी और इमोशनल भी तभी ऊपर से आती हुई aki की नजर अक्षरा पर पड़ी और वो चिलाते हुए बोली 

Aki,, akshu दीदी बोल कर दोध कर गई और akshu को जा कर काश कर गले लगाया तभी उनकी नजर उनकी तरफ गई तो सब खुश हो गए और तब तक aru भी नीचे पोहनाच चुकी थी सब कोई सविता जी के भईया भाभी से मिले उनकी एक लौटी बेटी थी akshu

Mr. Arora- vinayak arora,,Arora कॉरपोरेशन के ओनर है और उनकी पत्नी vaishali Arora ये एक हाउसवाइफ है और उनकी एक ही बेटी थी अक्षरा अरोरा ये दिल्ली के जाने माने बिजनेस मैन है और ये दिल्ली में ही रहते है

Aru ने मुंह बनाते हुए कहा ,, क्या di आप तो मुझे भूल ही गई बोल कर akshu के पास जा कर उससे गले लगा लिया akshu ने कहा,, अरे पगली मुझे सब से मिल लेने तो दे फिर सब से मिलने के बाद साइड में खड़ी कृति के पास गई और वो उससे पुकारते हुए बोली

Akshu,, कृति तुम वहा क्यों खड़ी हो क्या तुम अपनी बड़ी di से नहीं मिलोगी ,, बोल कर उसको गले लगा ली तभी aru और aki भी दोध कर उन्हे गले लगा ली तो akshu बोली,, अरे आराम से भाई बोल कर अलग होते हुए बोली कैसी हो तुम सब और तुम्हारी स्टडी कैसे चल रही है।

कृति,, हम सब ठीक है di 

Aki,, हम सब ठीक है पर ये aru didi ने अपना तबियत खराप कर लिया था कृति di और मैं रात भर जागते रहे इनका खयाल रखा 5पर v मुझे एक थैंक यू तक नहीं बोला और मुझसे लड़ती रहती है 

Aki तो सिकायते ही बंद नहीं हो रही थी।

बाकी सब भी अपने बात में थे की तभी गाड़ियों की रुकने की आवाज फिर से आई और सविता जी और विनायक जी एक शत बोले बड़ी दीदी आ गई तभी गाड़ी बैठी महिला बाहर आई और उनके साथ उनके पति mr. Malhotra

Introduction, 

सविता जी और विनायक जी की बड़ी बहन sakshi Malhotra और ये तीनों भाई बहन एक दूसरे से बोहुत close है  किसी को कुछ भी हो ये एक दूसरे के लिए मौजूद रहते है इनकी फैमिली कहने के लिए बस ये तीनो ही है अब आते है sakshi malhotra के बारे में

ये अपने पति के साथ london में रहती है इनके पति का नाम rajesh Malhotra है ये एक businessman है इनकी कंपनी malhotra company पूरे दुनिया में  फेमस है इनकी कंपनी top 5 list में से सेकंड लिस्ट पर आती है इनकी कोई बच्चे नहीं है sakshi जी की कुछ प्रोब्लम के कारण बच्चे नहीं हो पाए पर फिर rajesh जी इनका साथ नही  छोड़े ये लंदन से अपनी भाई की बेटी की सगाई पर आई थी 

अब आगे,,

सविता जी और विनायक जी अपनी दीदी के पास आ रहे थे और साक्षी जी अपनी  छोटे भाई बहन के पास आ रही थी सविता जी बोली साक्षी जी का पैर छू कर गले लगाते हुए बोली,,

दीदी आप कैसी है और आपका सफर कैसा था कोई दिकत तो नई हुई न

साक्षी जी बोली,, हम ठीक है हमे कोई प्राब्लम नही हुई तुम सब कैसे हो तयारी कैसे चल रही है 

सविता जी ,,दीदी जीजा जी अंदर आइए न बैठ कर बात करते है आप थक गए होंगे। साक्षी जी जब अंदर आई तो aki , aru , और akshu दोध कर जा कर राजेश जी और साक्षी जी को गले लगाया सब कर रहे थे तभी सविता जी कृति से मिलवाने के लिए कृति को देख रही थी पर कृति कही नजर ही नहीं आई

सविता जी बोली,, अरे aru कृति कहा चाली गई दिखाई भी नही दे रही। Aru बोली,, मम्मा वो किचन में सब के लिए गर्म गर्म चाय कॉफी बनाने गई है 

सविता जी ,, अरे ये लड़की भी न बोल कर john(maid) को बुला कर कृति को बुलाने के लिए बोली सभी लिविंग रूम में बैठ कर बातें कर रहे थे aru,aki,akshu सब एक साइड बैठ कर बातें कर रहे थे और सब बड़े दूसरी साइड की sofa पर बैठ कर बातें कर रहे थे साक्षी जी ने सविता जी को पूछा,, savi तुम किसकी बात कर रही थी कृति कोन है। सविता जी जब कृति के बारे में बताने वाली थी तभी कृति कमला जी के साथ चाय कॉफी ले कर आ रही थी उसके चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान थी 

तो सविता जी बोली,, वो रही कृति बोहुत ही प्यारी बच्ची है aru की दोस्त है पर इसके साथ बोहुत बुरा हुआ ।  इतना ही कही थी की कृति उनके पास आई और सब को चाय कॉफी सर्व करने लगी तो सविता जी ने कृति को बताने लगी।

सविता जी बोली,, कृति बेटा इधर आओ 

कृति उनके पास गई तो वो बोली,, कृति बेटा ये है साक्षी दीदी और यह है इनके पति राजेश जीजा जी विनायक भाई और मेरे दीदी और जीजा जी ये लंदन में रहते है मैंने बताया था न तुम्हे। तो कृति हां में सर हिलाई और साक्षी जी और राजेश जी के पास जा कर उनका पैर छू कर उनका आशीर्वाद ली तो साक्षी जी उससे आशीर्वाद देते हुए बोली जीती रहो कृति बेटा,, राजेश जी बोले,, हमारे यह बेटियां पैर नही छूती।बोल कर उससे गले लगा लिया साक्षी जी और राजेश जी थोड़ा सा emotional हो गए थे और उनके आंखों में आसूं आ गए क्यों की वो जैसे बेटी चाहते थे कृति बिलकुल वैसे ही थी सुंदर सुशील चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान थोड़ा देर बाद akshu ने जब aru और aki को अपने इंगेजमेंट के बारे में जब बताया तो दोनो शॉक्ड थे और सब को देखने लगे aru और aki की तो नौटंकी ही बंद नहीं हो रही थी akshu को परेशान कर रहे थे की क्यों उसने उन्हें पहले नही बताया टाइम ऐसे ही मस्ती मजाक में चला गया और अभी सब डिनर कर के अपने रूम में थे दादा जी दादी जी अपने रूम में सो गए अगस्त्य विनायक राजेश जी सब अपने अपने ऑफिस काम को पूरा करने में लगे थे क्यों की akshu की इंगेजमेंट में उन्हें टाइम ही नहीं मिलेगा और उनका काम भी बढ़ जायेगा इसलिए फिर सविता जी साक्षी जी वैशाली जी लिविंग रूम में बैठे बात कर रहे थे

सविता जी बोली,, कृति बहुत ही प्यारी बच्ची है वो aru के साथ ही अपनी पढ़ाई पूरी कर कर रही है।सविता जी रुकते हुए बोली ,,पर जब उसके बड़े भाई rishi के शादी से पहले सब ठीक चल रहा था जब उसके भाई की शादी हुई तब धीरे धीरे सब बदलने लगा उसकी भाभी koyal उससे कुछ न कुछ कर के घर के लोगों के नजरों में गिरने लगी पता नही पर धीरे धीरे सब के मन में कृति के लिए नफरत भर गई उसके परिवार वाले उससे अच्छे से ट्रीट नही करते थे उससे अपने ही घर में पराया जैसे बेहववार करते थे उससे घर का नौकरानी बना कर रखते थे अगर थोड़ी सी भी कुछ गलती हो तो उससे मरने पे उतर जाते थे । ये सब बोलते वक्त सविता जी के आंखों में घुसा उतर आया था साथ साक्षी जी वैशाली जी भी  सविता जी,, फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ जो उससे पूरा तोड़ कर रख दिया बोलकर उसके आंखों में आसूं आ गए

साक्षी जी बोली,, क्या हुआ था 

सविता जी ,, पता नही कृति से लाख पूछने पर भी उसने कभी हमें नहीं बताया

वैशाली जी बोली,, वो अपनी ही बेटी के साथ ऐसा कैसे कर सकते है जरूर उस लड़की koyal ने ही कुछ किया होगा दीदी में केह रही हूं अगर वो मेरे सामने आ गई तो छोढ़ूंगीं नही वो लोग कृति के साथ ऐसा कैसे कर सकते है इतना कुछ होने के बाद भी कृति अपने चेहरे पर मुस्कान लिए रहती है की कोई नही समझ सकता उसके साथ क्या हुआ है 

साक्षी जी कुछ सोचते हुए,, मैं सोच रही हूं की में और राजेश कृति को adopt कर ले

वैशाली जी और सविता जी उन्हे देखने लगे और सविता जी बोली,, पर पहले कृति से बात करना होगा

साक्षी जी ,, savi क्या कृति इसके लिए मानेगी

सविता जी हमें कृति से पहले जीजा जी से भी बात करना होगा ये बोलकर सविता ने किसी को बुला कर अगस्त्य जी विनायक और राजेश जी को बुलवाया

अभी रात के करीब 11 बजे थे,

राजेश जी विनायक और अगस्त्य जब आए तो बात स्टार्ट हुआ अगस्त्य जी को तो कृति के बारे में पहले से पता था तो सविता जी ने विनायक और राजेश जी को भी बताई तो उन्हे भी कृति के फैमिली के ऊपर बहुत घुसा आया क्यों की कृति को सब पसंद करते थे उससे अपनी ही बेटी जैसे ट्रीट करते थे । 

साक्षी जी ने राजेश जी को बोला,, मैंने आपसे जिंदगी में कभी कुछ नहीं मांगा पहली बार आपसे मांग रही हूं क्या हम कृति को adopt कर ले मुझे कृति को अपनी बेटी बनाना है मेरी गलतियों के कारण मैं मां नही बन पाई और नही आप पिता बन पाए मैं चाहती हूं की हम कृति को adopt कर ले और उससे अपना नाम दे,, बोलकर उनके आंसू नाम हो गए राजेश जी के आंखों में भी आंसू आ गए थे उन्होंने साक्षी जी का हाथ अपने हाथ में लिया और कहा,, तुमने तो मेरी दिल की बात केह दी मैं भी तुमसे यही कहने वाला था अच्छा होगा अगर हम कृति को अपनी बेटी बना लेंगे पर क्या वो हां बोलेगी,, बोल कर वो सब को देखने लगे तभी सीढ़ियों से कृति और aru नीचे उतरती हुई नजर आती है सब उन्हें ही देख रहे थे aru को भूख लगी थी तो वो जबरजस्ती कृति को भी नीचे किचन में चलने के लिए बोली क्यों की उससे डर था की कही उसकी मम्मी न देख ले अगर दिखेंगी तो बोहुत घुसा करेंगी इसलिए कृति साथ रहेगी तो aru कुछ बहाना बना सके तभी उनकी नजर अपने लिविंग रूम में बैठे अपनी मम्मी पापा मामा मामी बाड़िमा बाडेपापा पर गई तभी aru कृति को धीरे से बोली

Aru,, कृति ये सब यहां क्यों बैठे है और हमारे तरफ ही देख रहे है सीरियस एक्सप्रेशन लिए कुछ हुआ है क्या

कृति बोली,, लगता तो ऐसा ही है चल जा कर पूछते है

बोलकर वो दोनो उनके पास गए और कृति पूछी,, आंटी आप सब इतनी रात को यहां बैठे है आप सब इतने परेशान क्यों देख रहे है ,, तभी उसकी नजर साक्षी और राजेश जी पर गई उनकी आंखे नम थी कृति और aru इन सब को ऐसे देख घबरा गए और एक दूसरे को देखने लगे की कही कुछ हो तो नही गया तभी aki भी पीछे से आते हुए बोली,, अरे aru दी कृति दी आप दोनो यहां है और मैं आपको आपके कमरे में ढूंढ रही हूं बोलकर उनके पास पोहंच कर देखी तो सब सीरियस फेस लिए बैठे है तीनों एक दूसरे को देखने लगे aki aru को इशारों में पूछने लगी,,aki,, साब को क्या हुआ सब ऐसे भूत बने क्यों बैठे है ,,aru,, मुझे क्या पता 

तभी कृति साक्षी जी और राजेश जी के पास जा कर अपने घुटनों के बल बैठ कर साक्षी जी का हाथ अपने हाथ में ले कर पूछी आंटी अंकल आप ठीक तो है न आपके आंखों में आसूं क्यों है कुछ हुआ है क्या बोलकर उन दोनो को देखने लगी फिर राजेश जी कृति को बोले ,, कृति बेटा हमें तुमसे कुछ बात करनी है,, कृति,, हां अंकल बोलिए न ,,सब एक दूसरे को देखने लगे साक्षी जी ने जब राजेश जी को देखा तो उन्होंने सार हिला कर बात स्टार्ट करने के लिए बोला साक्षी जी बोली,, हमारी कोई बच्चे नहीं है जब में 4 महीने की प्रेगनेट थी तभी मेरी एक गलती के वजह से कुछ ऐसा हुआ की हमारा ।बोलकर थोड़ा देर चुप हो गई और उनकी आंखों में आसूं आ गई फिर बोली,, हमारा बच्चा नही रहा इस दुनिया में आने से पहले ही हमें छोड़ कर चला गया मेरी इस गलती के वजह से मैं मां नही बन पाई और नही राजेश पिता बन पाए बोलकर वो रो पड़ी। कृति के आंखे भी नाम हो गए थे कृति aru aki को तो कुछ समझ ही नही आ रहा था की क्या हो रहा है ।

तभी राजेश जी बोले,, नाम शोहरत इजात सब है पर हमें कभी खुशी नही मिली एक मां एक पिता होने की खुशी हमारी कोई बेटी नहीं है मैंने बच्चे गोद लेने की सोची पर बच्चा खोने के बाद साक्षी की हालत इतनी खराब थी की उसका 2 साल ट्रीटमेंट चल रहा था मुझे डर लगने लगा की कही इस चक्कर में मैं साक्षी को कुछ न खो दूं । राजेश जी रुकते हुए बोले ,,सविता ने तुम्हारे बारे में बताया तुम्हारा परिवार हो के भी तुम्हारा कोई नही है इसलिए हम तुम्हे अपनी बेटी बनाना चाहते है तुम्हे मल्होत्रा परिवार की बेटी बनाना चाहते है क्या तुम हमारी बेटी बनोगी हमें अपनी मां पापा का दरजा दोगी ,, साक्षी जी कृति को देख कर रो पड़ी कृति भी ये सब सुन के उसके आंखों में आसूं आ गए थे।

वो सोचने लगी की जिन लोगों ने उससे जन्म दिया उन लोगों ने कैसे अपनी ही बेटी को पराया जैसे कर दिया था और इधर ये हसबैंड वाइफ उससे अपनी बेटी बनाना चाहते है अपने परिवार का हिस्सा बनाना चहते है । सब का आंखों में आसूं थे कृति ने aru के तरफ देखा मानो पूछ रही हो की उससे कुछ समझ नहीं आ रहा वो क्या बोले तो aru ने हां में सर हिला कर इशारा में कहा की उनको हां बोल दे तू उनकी बेटी बन जा । Aru और कृति एक दूसरे से इतने क्लोज थे की एक दूसरे की फीलिंग्स एक दूसरे की तकलीफ बिना बोले समझ जाते थे।कृति थोड़ा देर सोच में पाड़ गई और फिर वो रोते हुए हां में सर हिलायाई तो साक्षी जी उससे गले लगा कर रो पड़ी सब कृति की हां बोलने पर बोहुत खुश हुए सब थोड़ा शांत होने के बाद साक्षी जी कृति से पूछी की क्या कल वो फ्री है अगर वो फ्री है तो कल ही उससे मल्होत्रा परिवार की बेटी बना लेंगे कल ही उसे adopt कर लेंगे तो कृति ने हां में सर हिलाई सब बोहुत खुश थे।

अब रात के 2 बज गए थे इसलिए साक्षी जी ने सबको बोला की,, तो अब तय रहा की कृति कल मल्होत्रा परिवार की बेटी बनेगी हमारी बेटी बोलकर राजेश जी का हाथ पकड़ कर उन्हे देखी और कृति का माथा चूम ली सविता जी बोली,, ठीक है अब हम सब को सोना चाहिए बहुत रात हो गई है 2 बज गए है और सुबह उठ के बोहुत सारी तयारी भी करनी है और कल तो हमारी कृति का स्पेशल दिन है और उसकी माथा चूम ली तभी दोनो बहेने aki और aru दोनों झूठ मूठ का कसने लगी सब उन्हें ऐसे जलते देख हास पड़े साक्षी जी ने उन्हे बुला कर दोनो को गले लगाया और माथा चूम लिया

फिर साक्षी जी ने बोली,, अच्छा ठीक है तुम सब जाओ और सो जाओ ठीक है बोलकर तीनों को सोने के लिए भेज दिया

 To be continued,,

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Maria Luisa

Maria Luisa

I'm obsessed! 😍

2024-07-18

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