taani ki pahli rasoi....

अविष के डैड बोलते हैं कि बच्ची बहुत अच्छी तरीके से सब कुछ हैंडल कर लेगी

अविष के दादा जी बोलते हैं ठीक है बच्चों जाओ और सब आराम करो सब हा बोल कर अपने-अपने कमरों में चले जाते हैं

रात 11:00 बजे तानी बिस्तर पर सो रही होती है अचानक जोर से दरवाजा खोलता है जिसके कारण तानी की नींद खुल जाती है सामने देखती है तो सामने अविष खड़ा होता है जो देखने में ही लग रहा था कि ड्रिंक ज्यादा करके बैठा हुआ है

अविष लड़खड़ाते हुए तानी के पास खड़ा हो जाता है अविष को होश भी नहीं रहता है कि वो क्या कर रहा है और अचानक से तानी को बिस्तर पर पुश करता है और तानी के ऊपर आकर लेट जाता है

अविष जबरदस्ती तानी के ऊपर लेट कर तानी को फोर्सफुली किस करने लगता है तानी को एहसास होता है कि अविष उसके साथ जबरदस्ती कर रहा है तो तानी अपने हाथों से अविष को धक्का मार कर अपने ऊपर से हटाने की कोशिश करती हैं जिसके कारण अविष को और गुस्सा हो जाता है और जोर से तानी के होठों को वाइट करने लगता  है

अविष तानी के होठों को छोड़ कर तानी के गर्दन को और कॉलरबॉर्न ब्रेस्त पर किस करने लगता और जोर से बोलता हैं मैंने तुम्हें मना किया था ना कि शादी  मत करो मैंने तुम्हें मंडप में क्लियर कर दिया था कि तुम यहां से उठकर चली जाओ पर तुमने मेरी एक बात नहीं सुनी और तुमने मुझसे शादी कर ली तो अब सजा तो तुम्हें जरूर मिलेगी तानी रोते हुए बोलती है प्लीज छोड़िए हमें दर्द हो रहा है अविष गुस्से में बोलता है तुम्हें दर्द हो रहा है तुम इस दर्द को डीजव करती हो

अविष गुस्से में सब कुछ भूल चुका था कि तानी को दर्द हो रहा है और गुस्से में ही तानी को और ज्यादा तकलीफ पहुंचा रहा था

तानी का रो रो कर बुरा हाल हो चुका था तानी जोर से अब अविष को धक्का देती है तानी गुस्से से जोर से बोलती है बस कीजिए आपने क्या समझ रखा है शादी हुआ है तो क्या आप मेरे साथ जबरदस्ती फिजिकल हो सकते हैं तो यह गलत बात है दूर हट जाइए तानी जोर से अविष को धक्का देती हैं

अविष संभल नहीं पाता है और नीचे गिर जाता है, अविष गुस्से में खड़ा होता है और तानी के हाथ को जोर से पकड़ कर एकदम अपने आप में चिपका लेता है उन दोनों को देखने से लग रहा था कि 1 इंच भी हवा नहीं जा सकता था वैसे अविष तानी को चिपका हुआ था

 

अविश गुस्से में बोलता है मैंने तुम्हें बोला था कि  मंडप मुझे तुम शादी मत करो इस मंडप से उठकर चली जाओ

तानी भी जोर से हाथ झटक देती है और बोलती है तो सिर्फ़ आप मजबूर थे शादी के लिए हम भी इतना ही मजबूर थे इस शादी को निभाने के लिए आपको क्या लगता कि हम आपसे शादी करने के लिए मरे जा रहे थे  तो है नहीं अगर अंकल की, इतना ही बोल कर तानी चुप हो जाती है अविष बोलता है क्या आगे बोलो, 

 

तानी कुछ नहीं बोलती है और चुपचाप बालकनी की ओर चली जाती है बालकनी में लगे सोफे पर आकर तानी बैठ जाती है और अपने आप को खुद में समेटे रोने लगती है

अविष देखता है कि तानी अब बालकनी में तो अविष् भी चुपचाप बिस्तर पर लेट कर सो जाता हैं थोड़ी देर में अविश गहरी नींद में सो जाता है इधर बालकनी में तानी रोते रोते हैं सोफे पर सो जाती है

अगली सुबह तानी के नींद ठंडी हवाओं के कारण खुल जाता है तानी उठकर बालकनी से रूम में जाती है तो देखती है कि  अविष अभी सो रहा है

तानी अपने बैग्स में से एक रेड कलर की नेट की साड़ी निकलती है और फ्रेश होने के लिए वॉशरूम में चली जाती है थोड़े देर में तानी फ्रेश होकर आती है और आईने के सामने खड़ी हो जाती है

तानी जो अपने साडी़ को ठीक कर रही होती हैं तो देखती है कि उसके गर्दन पर लाल निशान पर चुके है तो तानी जैसी हि उसे टच करती है तो उसे दर्द का एहसास होता है जिसके कारण ना चाहते हुए भी तानी के आंखों  में आंसू आ जाता है पर अपने आपको संभाल कर जल्दी से रेडी होकर नीचे चली जाती है

अविष जो पहले ही उठ चुका था अविष तानी  की हर एक हरकत को देख रहा था पर कुछ नहीं बोलता  है वह भी उठ कर बैठ जाता है

अविष को रात की हर हरकत याद था जिसके करना  न चाहते हुए भी अविष के आंखों में गुस्सा नजर आ रहा था अविष भी  उठकर वॉशरूम चला जाता और थोड़ी देर में वह भी फ्रेश होकर नीचे चला जाता है

अविष जब नीचे आता है तो देखता है कि सभी डाइनिंग टेबल पर बैठे हुए होते हैं अविश भी आकर एक चेयर पर बैठ जाता है

थोड़ी देर में तानी सबको नाश्ता सर्व कर रही होती है आज तानी का पहला रसोई था जिसके कारण तानी ने मीठे में खीर बनाया होता है

तानी सबको नाश्ता सर्वे कर ही रही होती है तो अविष के  डैड बोलते हैं बेटा सर्व करने के लिए तो सर्वेंट है तुम भी बैठ जाओ

तानी कुछ नहीं बोलती है और चुपचाप अविष  के बगल वाली चेयर पर जाकर बैठ जाती है,

अविष के दादा जी जैसे खिर को खाते हैं तो बड़े प्यार से बोलते हैं वाह बेटा क्या खिर बनाया है तुमने बहुत ही स्वादिष्ट है

तानी उनके बात पर मुस्कुरा देती है और कुछ नहीं बोलती है सभी परिवार वाले खिर को खाते हैं तो वाकई में सब को खीर बहुत पसंद आता है जिसके कारण सब तानी की तारीफ कर रहे थे

अविष कुछ नहीं बोलता है और शांति से अपना नाश्ता कर रहा होता है अविष खीर को हाथ भी नहीं लगाता है और सिर्फ अपना वेजिटेबल सूप को फिनिश करके उठ जाता हैं और अपने ऑफिस के लिए निकल जाता है

 

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2024-07-16

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