Transfer Into Different World
दूसरी दुनिया में प्रवेश
निया वेब्टून और एनीमे की बोहोत बड़ी फैन हैं। वह एक मॉर्डन वर्ल्ड 2021 सेंचुरी की एक बिंदास लड़की है। पर उसे कहानियों का बड़ा शौक है। उसने हाल ही में एक प्रसिद्ध उपन्यास इंडिगो साम्राज्य को समाप्त किया है और अब वह उसके नए भाग का अनुकरण करने वाली है। रोज ही की भाती वह आज भी शाम के समय अपने बिस्तर पर लेटे लेटे अपने डिजिटल टैब पर खत्म किए गए उपन्यास पर अपना रिव्यू वक्त करती हैं।
निया
में इंडिगो साम्राज्य के नए राजा की शासन व्यवस्था और उसकी जीवन गाथा जानने को उत्सुक हु। मुझे इसके प्रथम उपन्यास अत्यंत रोचक और आकर्षक लगा ।
इस उपन्यास की बात की जाए तो एक क्रूर राजा और एक रानी के मध्य प्रेम । सच में कबीले तारीफ़ है। में भी ऐसे राजा की अपने जीवन में उपस्थित चाहूंगी । साथ ही यह देखना अति रोचक था । की किस तरह खस साम्राज्य इंडिगो साम्राज्य में विलित हो गया। उपन्यास के पात्र और उनके मध्य संवाद मुझे काफ़ी सुगम लगे। मुझे रानी नंदनी और अंबाला का पात्र भी इसमें काफी भाया है। की कैसे वह राजा के साथ रही। साथ ही भले ही यह एक काल्पनिक उपन्यास है जैसे उच्चतम बौद्धिक मस्तिष्क ने उपजा है । आप का यह उपन्यास लगता ही नहीं जैसे कल्पना हों। आप के भाषा शैली और किसी भी वस्तु का इतना सटीक विवरण इस उपन्यास को जीवंत बनाता है। आप को इस कृति के विख्यात होने के लिए मेरी और से आभार मुझे उम्मीद है इसका अलग पार्ट और अच्छा होगा।
निया
नंदनी ने टैप कर के उसे कॉमेंट बॉक्स में सेंड कर दिया।।
निया
जो भी कहो कभी कभी वह राजा मुझे मुर्ख भी लगा । तभी वह देखती है। की उपन्यास के लेखक ने एक नया अध्याय जोड़ा है। वह इसे पड़ती है समापन।
जिसमे कहानी की सम्री लिखी है। निया उसे पढ़ने का फैसला करती हैं और उस कहानी को पढ़ते पढ़ते कब वह गहरी नीद में सो जाती है । उसे ध्यान नहीं रहता।
जब वह जागती है तो उसे एक सुगंधित धूप की खुशबू आती हैं। वह सोचती है की हमारे घर में ये खुशबू पहले तो कभी नहीं आई फिर आज
वह धीरे से अपनी आंखे खोलती है और खुद को एक विशाल कक्ष में खुद को पाती हैं। वह कहती हैं
नंदनी
ओह ये क्या है?? आखिर यह कोन सी जगह है?? ये तो मेरा कमरा नही है । उसने अपनी नजरों को चारो ओर दौड़ाया और पाया की
वह एक मखमल के गद्दे पर लेटी है उसके बिस्तर के चारो ओर सुंदर पर्दो से कमरा सजा है। और साथ ही उसके बिस्तर के एक किनारे पर एक लड़की सोई है। यह सब देख निया आश्चर्यचकित है तभी उसके समीप बिस्तर पर सर रख कर सोई लड़की को नीद टूट जाती है। और वह निया को देख खुश होती है। जिसके बाद वह लड़की जोर जोर से कमरे के बाहर जाके कहती हैं।
बेला
महारानी महाराज राजकुमारी नंदनी को होश आ गया है।
बेला
आप सब आ जाइए। और देखिए इन्हें होश आ गया है।
बेला की खुशी का ठिकाना नहीं। उसकी खुशी उसके चेहरे और बोल चाल हाव भाव में साफ झलकता दिखाई दे रहा है।
नंदनी
क्या नंदनी ??? पर में तो निया हु।
तभी महारानी सरस्वती और महाराज राठौर सिंह के साथ नंदनी के कक्ष में प्रवेश करते हैं।
महारानी सरस्वती
आप को होश आ गया बेटे?हम कितने चिंतित थे आप को लेकर।
नंदनी अर्थात निया को गले लगा कर महारानी रो पड़ती है।
नंदनी
कुछ ना समझ पाने के वजह से निया कहती हैं । आप ये क्या बोल रही है आंटी??? और में नंदनी नही हु।में तो,,,,,
इससे पहले निया आगे कुछ बोल पाती और अपना वाक्य पूरा कर पाती। महराज राठौर सिंह ने उन्हें रोकते हुए कहा
महराज राठौर
यह सब हमारी गलती है।यदि हमे पता होता की आप इस तरह अपने विवेक को खो बैठेगी तो हम कभी आप को विवाह के लिए विवश ना करते।
महारानी सरस्वती
अपने गुस्से और आक्रोश भरे शब्दों में महारानी ने कहा । हमारी संतान की ऐसी परिस्थिति के जिम्मेदार आप हैं महाराज हम आप को क्षमा नही करेगे।
महराज राठौर
महाराज विलाप की स्थिति में थे।
नंदनी
वही निया जो की नंदनी के शरीर में है सोचती है। आखिर ये हो क्या रहा है?? ये लोग क्या बात कर रहे हैं? निया महारानी से पूछती हैं। एक बात बताइए आखिर यह कोन सी जगह है??? और आप सब कोन है?
महारानी सरस्वती
अपनी आखों में दुःख लिए अपनी आवाज़ को मध्यम करते हुए महारानी कहती हैं।
हम आप की मां है बेटे। सरस्वती और ये आप के पिता राठौर सिंह की ओर इंगित करते हुए।
महारानी सरस्वती
आप कांगो राज्य की राजकुमारी है । नंदनी। याद आया आप को ??
नंदनी
निया दिमाग में जोर डालती है । और उसे धीमा धीमा याद आता है। वह कहती हैं । कांगो राज्य । नंदनी।
। नंदनी। एक दम से निया के चेहरे के हाव भाव बदल गए उसके चेहरे में गंभीरता झलक उठी । उसके आखें चौड़ी हो गई। उसे याद आ गया । यह तो वही उपन्यास है जिसकी उसने अपने शब्दो में प्रशंसा की थी। और अब वह इसी उपन्यास की एक पात्र बन चुकी है। यह सोच निया को सदमा सा लगता है।
नंदनी
क्या यह खस साम्राज्य है?? और हम नंदनी है?? वही नंदनी जिसने शांतनु से विवाह किया था???
महारानी सरस्वती
हां लगता हैं आप को सब याद आ रहा है। पर आप का विवाह तो हम शिगो राज्य के राजा अनुरुध के साथ करने वाले हैं?? क्या आप शांतनु से विवाह की इच्छुक हैं???
नंदनी
नहीं । वह तो अति क्रूर और दैत्य प्रवृत्ति के महाराज बनते हैं।
महारानी सरस्वती
ये आप क्या कह रही है। वह तो अभी केवल एक राजकुमार है। और वे कही से भी दैत्य नहीं है। लगता है आप ने उनके विषय में कुछ डरावने सपने देखे हैं।
निया इन सब बातों को सोच सोच कर इतना खुद को कमजोर कर लेती है। की वह फिर से बेहोश हो जाती है।
सरस्वती इस डर से की नंदनी अब फिर कब उठेगी ?? या नही उठेगी इसलिए राजवेद को बुलाती है।
महारानी सरस्वती
राज वेद को बुलाया जाए अभी।
महारानी सरस्वती
इन्हे क्या हो गया है? यह ठीक तो है ना ? ये फिर होश में आएगी ना???
वेद
नंदनी के हाथ की नब्ज़ को जांच करते हुवे। और उसका आकलन करने के बाद।
हालही में हुवे हादसे ने इनपर अपना बुरा प्रभाव डाला है। इनकी यादाश्त चली गई है। जिसे वापिस लाने के लिए इन्हें समय की आवश्कता हैं। इन्हे जिन चीजों से गहरा लगाव है उनके समीप ले जाने से इनकी यादाश्त आने की संभावना है।
महारानी सरस्वती
इस बात को सुन महारानी राहत की सास लेती है।
वेद
लेकिन इस बात का ख्याल रखा जाए की इन्हे कोई भी ऐसी बात ना बताई जाए ।जो इनके मस्तिष्क में गहरा प्रभाव डाले। इन्हे खुश रखने का प्रयत्न करे।
महारानी सरस्वती
जी । हम इस बात का ध्यान रखेंगे।
वेद
बाकी सब भगवान पर हैं। ईश्वर को याद करते हुवे।
महारानी सरस्वती
अब हम क्या करेंगे महाराज?
महराज राठौर
सब ठीक हो जाएगा महारानी। दिलासा देते हुए।
महाराज और महारानी । बेला जो की नंदनी की सहायक दासी है। उसके नेतृव में नंदनी को उसके कमरे में आराम करने के लिए बाकी काम की देख रेख़ के लिए चले जाते हैं। उसके कुछ समय पश्चात।
निया को फिर से होश आता है। वह जागती है और यह जानकर दुखी होती है। की कुछ नहीं बदला। वह अब भी इस दुनिया में है। क्या यह सब सपना है??? या सच जिसे जानने के लिए वह अपने आप को गाल पर थप्पड़ मारती है। तभी उनकी दासी यह सब देख कहती हैं।
बेला
राजकुमारी आप ये क्या कर रही है?? (आश्चर्यचकित भाव के साथ)
बेला
आप के लग जाएगी। लगता हैं आप को सचमुच गहरा सदमा पहुंचा है। निया के हाथो को पकड़ते हुए।
नंदनी
आखिर तुम कोन हो? जिज्ञास भरी मुख से।
बेला
राजकुमारी में आप की दासी बेला । और साथ में आप की सखी। यह सब हमारी गलती है। आप के इस हालत के कसूरवार हम भी हैं।
नंदनी
मुझे बताओ आखिर हुआ क्या था??
इससे पहले बेला कुछ बोल पाती महारानी सरस्वती वहा आकार बेला को रोक लेती हैं।
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