episode - 4 टॉवल चोर

अब तक

जब कार्तिक दरवाजा खोलता है तो उसे दरवाजे पर एक सर्वेंट खड़ा मिलता है,,, कार्तिक उस सर्वेंट से अपनी कोल्ड वोइस मैं पूछता है।

कार्तिक-  क्या काम है?

कार्तिक के सवाल पर वो सर्वेंट घब्राते हुए कहता है,,,,

अब आगे

सर्वेंट- सर आपकों और कनक बिटिया को  आपके दादा जी निचे बूला रहे हैं,, इतना कह वो सर्वेंट चूप हो जाता है और कार्तिक के कहने का इन्तेजार करता है।।

कार्तिक कुछ ना कहते हुए अपना सर बस हाँ मैं हिला देता है और उस सर्वेंट को जाने का इशारा कर देता है जिसके बाद वो सर्वेंट चला जाता है तो वही कार्तिक अपने स्टडी रुम मैं बने वोश्रूम मैं शावर लेने के लिये चला जाता है।।

दुसरी तरफ कनक अपनी बोडी से उस बेड़शीट को अलग कर साइड मैं फेक देती है,, और सामने लगे मिरर मे अपने शरीर मैं मौजूद उन निशानों को देखने लगती है जो कल रात कार्तिक ने ही उसे दिए थें,,, उन निशानो को देखते हुए जो की अब तक नीले पड चुके थें,,  कनक, कार्तिक को कोसते हुए कहती है,,, पागल मजनू,  रावण ,, ड्रेकुला कहिं का। अपनी लेला के साथ करता ना वो सब,, देखों मेरी क्या हालत कर दी है उसने 😬  कितना दर्द हो रहा है मुझे । दादी से शिकायत करूंगी मैं इसकी, फिर देखना दादी कैसे इस मजनू के सर से इसकी मजनूपन्ति उतारती है । खूद से इतना कहने के बाद कनक शावर के पास चली जाती है और शावर ऑन कर नहाने लगती है,,,

शावर का पानी जैसे -जैसे कनक के शरीर पड रहा था, वैसे- वैसे कनक को पिछली रात की बातें याद आ रही थी की कैसे कार्तिक ने उसके साथ जबरदस्ती की थी।

अचानक कनक की आँखों से आंसू बहने लगते हैं, जो शावर के पानी मैं मिलने लगते है, साथ ही उसका शरीर भी कांपने लगता है,,, उसे देख कर ऐसा लग रहा था की वो अंदर से काफी ज्यादा टूट चुकी थी।।

रोते हुए वो अपनी आंखें बंद कर लेती है,,, फिर खूद को सम्हालते हुए कहती है" नही कनक तू ऐसे टूट नही सकती है,,, तुझे खूद को मजबूत बनाना होगा,,, उनके मन मैं जो तेरे लिये नफरत है उसे खत्म करना होगा,, जो गलतफेमिया है तुम दोनों के बीच मैं उसे तुझे दूर करना होगा।। तू ऐसे हार नही मान सकती है,, तेरे सामने तो इससे भी बडी- बडी चुनौतियां आने वाली हैं,,, अगर तू अभी से हार मान लेगी तो तू आगे कैसे लडेगि अपनी लड़ाई, इसलिए मजबूत बन और कार्तिक को इट का जवाब पत्थर से दे। इतना खूद से कह कनक अपनी आंखें खोलती है और शावर लेने लगती है।

शावर लेने के दौरान कनक को अपनी बोडी मैं उन निशानों के कारण  काफी जलन होती है,, पर वो जैसे- तैसे करके बडी मुश्किल से शावर लेती है

शावर लेने के बाद जब कनक अपने आस - पास कपडे ढूंडने लगती है,, तब उसे ध्यान आता है की वो जल्दबाजी मैं कपडे लाना तो भूल ही गई थी,, ये याद आते ही कनक अपने सर पर एक टपलि मारती है और खूद मैं बडबडाने लगती है"औफ़ हो कनक तू क्या करती है,, अब कैसे जाएगी तू बाहर,, बाहर वो भूका शेर तेरा वेट कर रहा होगा पक्का,, अगर तू बिना कपड़ों के बाहर गई तो वो तेरा शिकार कर लेगा,,, बैडशीट भी तुने आते ही फेक दी अब वो भी गीली हो चुकी है "  इतना कहते हुए, कनक अपना रोतलू फेस बना कर पेर पटकने लगती है,,,

की तभी कुछ सोचते हुए वो रूक जाती है

" क्या पता वो मजनू अब तक चला गया हो" इतना खूद से कह कनक वोश्रूम का गेट हल्का सा खोल बाहर देखने लगती है तो उसे बाहर कोई नज़र नही आता,, ये देख कनक खूश हो जाती है,,,  और वोश्रूम के गेट को  वापस बंद कर कुछ समय तक गहरी साँसे लेने लगती है ,, फिर वापस वोश्रूम का गेट ओपन कर कनक वोश्रूम के  लेफ्ट साइड कुछ दूरि  मैं बने चेन्जींग रुम जहाँ पर सारे कपडे रखे हुए थें,,, की तरफ जाने वाले रास्ते पर अपनी आंखें बंद करके दौडने लगती है,,, की तभी वो किसी के सक्त शरीर से टकरा जाती है,, और एक तेज अवाज के साथ वो किसी के ऊपर गिर जाती है,,

कनक जिससे टकराई थी वो कोई और नही कार्तिक ही था,, कनक की तरफ वो भी अपने कपडे लेजाना भूल गया था,, इसलिए अपनी कमर पर सिर्फ एक तौलिया बांधे कार्तिक चेन्गींग रुम की तरफ जा रहा था की कनक उससे आ कर टकरा गई थी।

अपने निचे किसी को मेहसूस कर जब कनक अपनी आंखें खोलती है तो उसे कार्तिक नज़र आता है,, जो अपनी आंखें छोटी करके उसे ही घूर रहा था,,,

कार्तिक को खूद की तरफ घूरते देख कनक उसे एक खिसियाहट भरी स्माइल पास करती है और स्माइल के साथ गिल्टी फेस बना के कहती है" 2 बार सोरी, एक अभी आपकों गिराने के लिये और दुसरा आपकों कुछ देर मैं समझ आ जाएगा,, इतना कह कनक अपने शरीर पर टॉवल लपेट कर खडी होती है फिर जल्दी - से चेन्जींग रुम के अंदर चली जाती है,,, और दरवाजा बंद कर देती है

कार्तिक जो फर्श पर लेटे हुए अब भी कनक के 2 बार सॉरी का मतलब समझने मैं लगा था,, वो गेट बंद होने की अवाज से होश मैं आता है,,,, और फर्श से उठते हुए अपनी एक आई ब्रो चडाते हुए खूद से कहता है,, इस बेवकूफ लडकी ने मुझे दो बार सॉरी क्यों बौला,, छोडों मुझे क्या,,, पागल कहिं की,, इतना कह कार्तिक अपनी कमर पर बन्धे टावल को कसने के लिये अपने हाथ बडाता है,, पर उसके हाथ कुछ नही लगता है,, तो कार्तिक अपनी नज़र निचे करता है,,, पर निचे देखते ही उसकी आंखें हैरानी से बड़ी- बडी हो जाती है,, क्यौंकि उसका टावल उसकी कमर से गायब था😂😂

कार्तिक चिल्लाते हुए- टावल चोर😳

💐💐💐💐💐💐

प्लीस रेटिंग्स और कमेंट्स जरूर देना,

Download

Like this story? Download the app to keep your reading history.
Download

Bonus

New users downloading the APP can read 10 episodes for free

Receive
NovelToon
Step Into A Different WORLD!
Download NovelToon APP on App Store and Google Play