अब जो तुम नहीं आए हो तो आना भी मत
खोया रहूंगा तुम्हारे ख्वाबों मे नींद से जगाना मत
प्यार कितना किया तुमसे किसी को बताना मत
मत बताना कि कितनी दफा रोया हु
मत बताना कि गिले तकिए पर सोया हु
मत बताना कि खुदा से तुझको मांगा था
लोगों का भगवान से भरोसा उठाना मत
सजाना मत वो जोड़ा जो मेरे नाम का ना हो
किसी ओर के नाम की सिंदूर लगाना मत
जताना मत हक किसी पे
मुझे अपने दिल से भूलना मत
कहने को तो कह देता हु
अब जो तुम नहीं आए हो तो आना भी मत
हो सके तो आजाना
मेरे मरने पे ही सही
एक आखिरी दफा देखने आजाना
दास्तान जो तेरे मेरे बीच थी सब को सुना जाना
एक बार के लिए ही सही
पर तुम आजाना
🌻🕊️