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Falling for One I Hated (Hindi Version)

अध्याय 1 +अध्याय 2 +अध्याय 3

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अध्याय 1 – जे़मी का परिचय

जे़मी, कॉलेज का सबसे नटखट और शरारती लड़का, हमेशा अपनी दुनिया में मस्त रहता था।

लड़कियों के बीच उसकी बातें, दोस्तों के साथ मस्ती, और बड़ों की नजरों में उसकी शरारत — सब कुछ उसकी पहचान बन चुकी थी।

कॉलेज में उसके साथियों की आदतें अलग थीं, लेकिन वरिष्ठ छात्र भी उसे सम्मान देते थे। क्यों? क्योंकि जे़मी का करिश्मा और कॉन्फिडेंस किसी से कम नहीं था।

वो हमेशा अपनी मस्ती और नटखट हरकतों से माहौल बदल देता था।

लेकिन जे़मी के इस नटखट अंदाज के पीछे, उसके माता-पिता की चिंता छुपी थी। उन्हें डर था कि ये शरारती लड़का कहीं गलत संगत में फंस न जाए, और अपनी जिंदगी को बर्बाद न कर दे।

आज भी जे़मी कॉलेज की छत पर खड़ा था, दोस्तों के साथ हँसी-मज़ाक में लिप्त, unaware कि उसकी जिंदगी में अब एक नया मोड़ आने वाला था।

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अध्याय 2 – एलिक का परिचय

एलिक, जे़मी का गोद लिया हुआ भाई, उम्र में लगभग 23 साल का था।

वो हर जगह कड़ा और सख्त नजर आता था, लेकिन अंदर उसका दिल बहुत ही कोमल और दयालु था।

लोग उसे पसंद नहीं करते थे। उसका साधारण सा पहनावा, थोड़ा सा मांसपेशियों वाला शरीर और पतली कमर, कभी-कभी लड़कियों जैसी दिखती, उसे और भी अलग बनाती थी।

एलिक अपने माता-पिता से अलग, अकेले रहता था। उसका खुद का ऑफिस का काम था और वो जिम्मेदारी से अपने काम को संभालता था।

लेकिन जे़मी ने कभी भी उसके जीवन में कदम नहीं रखा।

वो हमेशा अपने जीवन में नियम और अनुशासन का पालन करता था।

और यही चीज़ जे़मी को उसकी सबसे बड़ी नापसंद थी — क्योंकि बचपन से ही जे़मी को लगता था कि एलिक हमेशा “सही रास्ते” पर चलता है, और उसे हमेशा सबकुछ ठीक-सही करने के लिए मार्गदर्शन करता है।

एलिक की दुनिया शांत और संयमित थी, लेकिन उसके अंदर की भावनाएँ गहरी और सच्ची थीं।

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अध्याय 3 – जे़मी को एलिक के पास भेजा जाना

जे़मी के माता-पिता उसकी शरारतों और कॉलेज की बुरी संगत से बहुत चिंतित थे।

लड़कियों के साथ उसके खेल, उसके दोस्तों में उसके बढ़ते प्रभाव और उसकी प्लेबॉय आदतें उन्हें डराने लगी थीं।

एक दिन, उन्होंने एक कठोर फैसला लिया। उन्होंने तय किया कि जे़मी को एलिक के पास दूसरे शहर भेजा जाएगा।

जब जे़मी को यह पता चला, तो उसका गुस्सा सातवें आसमान पर था।

“क्या? मुझे वहाँ भेज रहे हो? वही एलिक, जो हमेशा पढ़ाई में अच्छा है और मुझे डांटता रहता है?” जे़मी चिल्लाया।

लेकिन माता-पिता की आँखों में गंभीरता और चिंता देखकर, उसे कोई विकल्प नहीं मिला।

वह बिना कुछ कहे पैक करने लगा, लेकिन मन में केवल नफरत और विरोध की आग जल रही थी।

एलिक, जो कभी भी जे़मी की शरारतों में शामिल नहीं हुआ, और हमेशा अनुशासन और नियम का पालन करता था, जे़मी के लिए तैयार था।

वह जानता था कि जे़मी की यह यात्रा मुश्किल होने वाली है, लेकिन उसे उम्मीद थी कि वह धीरे-धीरे सही रास्ते पर आएगा।

जब जे़मी ने आखिरकार नए शहर के लिए ट्रेन पकड़ी, वह पूरी तरह बेरहम और नाराज़ था।

लेकिन एलिक की शांत मुस्कान और धैर्य उस समय उसकी नफरत को और बढ़ा रहे थे।

इस तरह, जे़मी का जीवन अब बदलने वाला था — और उसके सामने थी उसकी सबसे बड़ी चुनौती: एलिक की सख्त लेकिन कोमल दुनिया।

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अध्याय 4 – एलिक से पहली मुलाकात

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अध्याय 4 – एलिक से पहली मुलाकात

जे़मी का दिल और भी गुस्से में था जब वह ट्रेन से उतरकर उस शहर में कदम रखता था जहाँ एलिक रहता था।

छोटे शहर की हल्की ठंडी हवा ने उसके चेहरे को छुआ, लेकिन उसकी नफरत और नाराज़गी का ताप कम नहीं हुआ।

कॉलेज की ओर जाते समय, छात्र और छात्राएँ उसे देख कर राहत की साँसें ले रहे थे। लड़कियाँ खुशी से कह रही थीं,

“अंततः, वह चला गया! अब हम थोड़े सुरक्षित हैं।”

छात्रों की यह खुशियाँ जे़मी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थीं। उसका गुस्सा बढ़ता गया।

वह अपने पुराने आदत के मुताबिक कॉलेज का माहौल बदलने के लिए तैयार था, लेकिन वह नहीं जानता था कि उसके सामने अब एलिक खड़ा होगा।

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जब जे़मी ने एलिक को देखा, तो उसके होंठों पर हल्की मुस्कान थी।

एलिक ने शांति से कहा,

“स्वागत है, जे़मी।”

लेकिन जे़मी का गुस्सा अचानक और बढ़ गया। वह अपने हाथ उठाकर मिडल फिंगर दिखा दिया।

एलिक की मुस्कान में थोड़ी देर के लिए ठहराव आया, लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

वह जानता था कि जे़मी हमेशा अपनी नफरत और गुस्से में रहते हुए सामने आता है।

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एलिक ने धीरे-धीरे जे़मी के पास कदम बढ़ाया और कहा,

“मैंने तुम्हारे लिए चॉकलेट और टैकोस लाए हैं। शायद इससे तुम्हारा मूड बेहतर हो जाए।”

लेकिन जे़मी ने उसे देखकर चॉकलेट और टैकोस फेंक दिए, और फिर थप्पड़ मारते हुए सीधे अपने कमरे में चला गया।

एलिक ने शांत रहते हुए पीछे-पीछे उसका पीछा किया।

वह जानता था कि जे़मी की यह नफरत केवल उसके बचपन के अनुभवों से बनी है।

जब जे़मी छोटा बच्चा था, तब एलिक हमेशा सही रास्ते पर चलने के लिए उसे गाइड करता था। यह जे़मी को कभी पसंद नहीं आया।

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जे़मी ने अपने कमरे का दरवाजा बंद किया और सोचा,

“यह शहर, यह कॉलेज… और वह एलिक — सब कुछ मेरे खिलाफ है। मैं यहाँ बिल्कुल भी खुश नहीं हूँ।”

एलिक कमरे के बाहर खड़ा रहा, अपनी आँखों में धैर्य और संयम लिए।

उसने खुद से कहा,

“मैं इसे धीरे-धीरे संभालूँगा। यह नफरत कुछ ही समय की है। मैं जानता हूँ कि जे़मी के अंदर भी बदलाव की संभावना है। बस धैर्य रखना पड़ेगा।”

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पहले दिन की कॉलेज की क्लास में, जे़मी ने देखा कि उसकी पुरानी आदतें यहाँ भी जारी हैं।

वह कुछ दोस्तों के साथ हँसी-मज़ाक कर रहा था, और लड़कियाँ उसे छुप-छुप कर देख रही थीं।

लेकिन जे़मी की नजरें बार-बार उस कमरे की ओर जाती थीं जहाँ एलिक बैठा था।

एलिक की आँखों में एक अजीब सा संयम था। उसने धीरे से नोट किया कि जे़मी कितनी जल्दी परेशान हो जाता है और कितनी बार उसने गलत रास्ता अपनाया।

लेकिन एलिक ने खुद को याद दिलाया,

“धैर्य रखो। इस लड़के के अंदर मैं वही देखता हूँ जो वह बन सकता है।”

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शाम होते ही, जब क्लास खत्म हुई, जे़मी अपने कमरे में लौट आया।

उसने सोचा,

“मैं कभी भी यहाँ फिट नहीं होऊँगा। एलिक की हर बात मुझे तंग करती है। यह शहर मेरे लिए बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है।”

लेकिन एलिक पीछे-पीछे कमरे में आया और बस खड़ा रहा। उसने मुस्कुराते हुए कहा,

“पहली मुलाकात हमेशा थोड़ी कठिन होती है, लेकिन धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा।”

जे़मी ने उस मुस्कान को नजरअंदाज किया और अपने पलंग पर गिर गया।

लेकिन एलिक ने देखा कि जे़मी के अंदर का गुस्सा केवल सतही है।

वह जानता था कि समय के साथ यह नफरत बदल सकती है।

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उस रात, एलिक ने खुद से वादा किया,

“मैं इसे संभालूँगा। यह लड़का मेरे मार्गदर्शन के बिना तो बिल्कुल खो जाएगा, लेकिन मैं उसे धीरे-धीरे सही रास्ता दिखाऊँगा। चाहे कितना भी गुस्सा हो, चाहे कितना भी विरोध करे, मैं कभी पीछे नहीं हटूंगा।”

और इसी वादे के साथ, दोनों के जीवन में एक नया अध्याय शुरू हुआ।

जहाँ एक तरफ नफरत और गुस्सा थे, वहीं दूसरी तरफ धैर्य, संयम और छुपा हुआ प्यार धीरे-धीरे आकार लेने वाला था।

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अध्याय 5 – चॉकलेट और टैकोस

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अध्याय 5 – चॉकलेट और टैकोस

अगले दिन, एलिक ने फैसला किया कि जे़मी को थोड़ा खुश करने की कोशिश की जाए।

वह बाजार गया और जे़मी के पसंदीदा चॉकलेट और टैकोस लेकर आया। उसके मन में सिर्फ यही था कि शायद इससे जे़मी का मूड बदल जाए।

एलिक ने सोचा,

"चाहे वह कितना भी गुस्से में हो, मैं धीरे-धीरे उसे समझाऊँगा। प्यार और धैर्य से सबकुछ आसान हो जाता है।"

जब एलिक जे़मी के कमरे में गया और उसने हाथ में चॉकलेट और टैकोस दिखाए, जे़मी का चेहरा झुंझलाहट से लाल हो गया।

उसने चिल्लाया,

“ये क्या हैं? मुझे छोड़ो! मैं तुम्हारा स्वागत नहीं चाहता!”

और फिर उसने चॉकलेट और टैकोस फेंक दिए, एलिक की तरफ, जैसे कि यह कोई हथियार हो।

एलिक चुपचाप उसे देखता रहा, उसके चेहरे पर हल्की मुस्कान थी।

उसने मन ही मन कहा,

"ठीक है, यह पहला झटका है। यह लड़का हमेशा लड़ाई में आता है, लेकिन मैं पीछे नहीं हटूंगा।"

जे़मी ने थप्पड़ मारते हुए कहा,

“तुम हमेशा मेरी नाक में दम कर रहे हो! मैं कभी भी तुम्हें पसंद नहीं करूंगा!”

लेकिन एलिक ने शांत रहते हुए सिर्फ सिर हिलाया।

वह जानता था कि जे़मी की यह नाराज़गी केवल सतही है। अंदर कहीं, वह लड़का बदलने के लिए तैयार है, बस उसे सही दिशा दिखाने वाला चाहिए।

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उस दिन, एलिक ने अपने धैर्य का सबूत दिया।

उसने जे़मी को अकेला छोड़ दिया और कमरे के कोने में खड़ा होकर देखा कि जे़मी कितना गुस्से में है।

उसकी आँखों में एक अजीब सा संघर्ष था — गुस्सा, नाराज़गी, और कहीं-न-कहीं छुपी हुई बेचैनी।

एलिक ने सोचा,

"ये लड़का सच में परेशान है। उसे सही रास्ता दिखाने के लिए सिर्फ समय और समझदारी चाहिए।"

जे़मी अपने कमरे में पड़ा रहा। वह चॉकलेट और टैकोस उठाकर फेंक चुका था, लेकिन उसके मन में एक हल्का सा संदेह और कुतूहल भी जाग रहा था।

वह सोच रहा था,

“यह लड़का… इतना शांत क्यों है? क्या वह सच में मेरी मदद करना चाहता है, या फिर सिर्फ मुझे तंग करना चाहता है?”

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दिन बीतता गया।

एलिक ने फिर से जे़मी के कमरे में चुपचाप देखा, यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह भूखा न रहे।

वह चुपचाप खाना तैयार कर रहा था, लेकिन जे़मी को यह सब दिखाई नहीं दिया।

जे़मी ने अपनी पलंग पर लेटते हुए सोचा,

“यह लड़का… हमेशा सही रहता है। मैं कितना भी गुस्सा करूँ, वह शांत रहता है। कभी-कभी मुझे लगता है कि वह सच में मुझसे बेहतर जानता है। लेकिन मैं कभी नहीं मानूँगा।”

एलिक ने कमरे में खड़े होकर धीरे से मुस्कराया।

उसने अपने मन में कहा,

"मैं धीरे-धीरे उसे बदल दूँगा। चाहे कितना भी विरोध करे, चाहे कितना भी गुस्सा करे, यह लड़का मेरे मार्गदर्शन के बिना खो जाएगा।"

उस रात, जे़मी थककर सो गया, लेकिन उसके सपनों में भी एलिक की मुस्कान बार-बार दिखाई दे रही थी।

एलिक ने अपनी जिम्मेदारी को महसूस किया — उसे यह समझाना था कि गुस्सा और नफरत केवल क्षणिक हैं, लेकिन प्यार, धैर्य और सही मार्गदर्शन हमेशा साथ रह सकते हैं।

इस प्रकार, चॉकलेट और टैकोस का यह छोटा सा दृश्य दोनों के बीच पहले संघर्ष और समझदारी का पहला कदम बन गया।

जहाँ एक तरफ जे़मी की नफरत और गुस्सा था, वहीं दूसरी ओर एलिक का धैर्य और संयम धीरे-धीरे बेहद गहरा प्रभाव डाल रहा था।

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