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His Puppet Doll

heartbreak intemacy

मुंंबई मैरेज कोर्ट,

एक लड़की जो दुल्हन के लिबास में सजी मैरिज कोर्ट रुम के बाहर एक कोने में रखी एक बैंच पर बैठी किसी के इंतजार के आग में जल रही थी, .....

उसके दिल की धड़कती धड़कने वहा की एक अजीब तरह के विरान सन्नाटे को चीर रही थीं, उसकी आंखो में आंसू थे, और होंठ कांप रहे थे, उसके फेस की मासूमियत को देख कोई भी बता सकता था की उसका दिल कितना अच्छा हैं। 

 पर क़िस्मत उतनी ही बुर! तभी एक आदमी जिसने काले रंग के कपड़े पहने थे वो उस लड़की के पास आते हुए बोलता हैं  " मिस अन्वी मित्तल देखिए काफ़ी वक्त निकल चूका हैं!  कहा हैं आपके हसबैंड ? "

और फ़िर अपने घड़ी में वक्त देखते हुए आगे बोलता हैं " , देखिए मिस अन्वी मित्तल" कोर्ट बंद होने वाला है! आप अपने हसबैंड को जल्द से जल्द बुलाइए" यूं कोट का वक्त बर्बाद मत कीजिए! "

इतना बोल वो आदमी वहा से चला जाता है, उस आदमी की बात सुन जैसे वो लड़की होश में आई हो वो बैंच से उठी और कोर्ट से बाहर निकल गई। और किसी को फोन करने लगी on call,

 " The person you want to contact is not receiving your call, please try after sometime!! ( आप जिस व्यक्ति से संपर्क करना चाहिए हैं वो अभी आपका कॉल नहीं ले पा रहे हैं कृपया कुछ देर बाद संपर्क करे) 

 ना जाने ऐसे ही अन्वी ने कितनी बार कॉल किया लेकिन हर बार बस एक ही जवाब आता, जिसकी वजह से जो उसकी रही सही हिम्मत भीं अब जवाब दे गई!  जिसकी वजह से अन्वी )वही जमीन पर बैठ कर रोने लगी! उस दिल कांच की तरह टूट रहा था" 

उसे इस वक्त न बर्दाश्त करने वाला दर्द महसूस हो रहा था!  वो आज खुद को बेहद अकेला मेहसूस कर रही थी, के  तभी अचानक उस लड़की का फोन रिंग होता हैं । ,

अन्वी जैसे ही अपना फोन देखती हैं उस पर फलैस हो रहे नाम को देख अन्वी का चेहरा खिल उठता है और वो अपने आंसू को पोंछ जल्दी से मुस्कुराते हुए कॉल रिसीव करती हैं । , 

On call,

अन्वी जल्दी जल्दी अपनी हड़बड़ाहट भरी आवाज में बोलती हैं,

  " हैलो हेलोअश्विन अश्विन कहा हो तुम? मैं सुबह से तुम्हारा कोर्ट में वेट कर रही हु!!"

उधर से आश्विन की आवाज़ आती हैं,  " I am Sorry baby can't come! butbutbut तुम आ सकती हो, मैं तुम्हे address भेजता हूं, you come to this address" ok baby!!"

इतना बोल वो लड़का अश्विन जिससे अन्वी बात कर रही थीं वो कॉल कट कर देता है। अन्वी बस अपनी हैरानी भरी नज़रों से अपने फोन को देखती रह जाती है।

  उसके कान में अब तक अश्विन के कहे शब्द गूंज रहे थे।   " जब उसने कहा के वो नही आ सकता!!" तभी उसके फोन पर एक मैसेज आता हैं, जिस मे अश्विन का बेजा हुआ एड्रेस शो होता है।  जिसे देख अन्वी उठ कर जाने लगती हैं।

तभी अचानक उसे अपने पेट पर किसी के ठंडे हाथ मेहसूस होता है। अन्वी को लगता हैं की शायद आश्विन उससे शादी करने के लिए आ गया है।

अन्वी स्माइल करते हुए जैसे ही पलटने को होती हैं की तभी कोई उसकी क़मर पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए कोई उसके कान पर किस करते हुए सनक भरी आवाज में कहता है,  अन्वी" you are my Obsession!!"

 अन्वी इतनी खतरनाक आवाज़ सुन फ्रीज हो जाती हैं उसे इतना तो पता चल जाता हैं की ये आश्विन की आवाज़ नहीं हैं।  ये फिल होते ही अन्वी जल्दी से होश में आती हैं और जैसे ही वो पीछे मुड़ देखती है तो उसकी आंखे डर और घबराहट से फैल जाती हैं।

वो डर से हाफ्ते हुए चारो तरफ़ देखने लगती हैं।  पर उसे वहा कोई नज़र नहीं आता। वो डरते सहमते अपनी आंखों में आंसु लिए अपनी कार की ओर भागती हैं और जल्दी से अपनी कार आश्विन के भेजे गए एड्रेस की और भागा देती हैं।

वही एक बड़े से पेड़ के पीछे एक आदमी अपने फेस पर इविल स्माइल लिए अन्वी की कार को जाते हुए देख बड़े ही खतरनाक तरीके से बोलता हैं  " बस तीन घंटे एंड दैन उसके बाद तुम होगी मेरी बाहों में!!"

और फ़िर एक सनकी शैतान की तरह अपनी बाहें फैला कर हंसने लगता हैं।  उसकी हसीं इतनी खतरनाक थी की आस पास के सभी पक्षी उसकी शैतानी हसी की आवाज़ सुन उड़ जाते हैं और एक श्मशान जैसी शांति पसर जाती हैं।

वही बांद्रा के एक सुनसान इलाके में जिसके के पास से हाइवे गुजरती हैं वही एक वाइट कलर की कार आ कर रूकती हैं। और उसमे से अन्वी बाहर निकलती हैं। अन्वी इस वक्त पूरी तरह से पसीने से लत पथ थीं।

उसका ब्राइडल जुड़ा जो की अब तक इधर उधर से बिगड़ चूका था और उसके पसीने से भीगे फेस पर उसकी लटे झूल रही थी।

अन्वी अपनी घबराई नज़रों में चारों तरफ अपनी नज़रे दौड़ते हुए अपना स्लाइवा अपनें गले से नीचे उतरती हैं।

 और एक तेज़ आवाज़ के साथ बोलती हैं, " आश्विन!!"

अन्वी की तेज़ आवाज़ उस पुरे सुनसान इलाके में गूंज उठती हैं।  जिसे सुन अन्वी डर से अपनी कार से चिपक कर खड़ी हो जाती हैं।

तभी उसकी नज़र हाइवे की दूसरी तरफ़ बने एक कॉटेज पर जाती हैं जो बिलकुल डरावना लग रहा हैं वो कॉटेज पूरी तरह से ब्लैक कलर से पेंट था। अन्वी हिम्मत कर उस ओर बढ़ जाती हैं।

  

 थोड़ी देर में ही अन्वी उस कॉटेज के बाहर खड़ी होती हैं। अन्वी उस कॉटेज को घबराते हुए देखने लगती हैं।  उस कॉटेज के हर जगह उड़ते हुए चमगादड़ों का स्टैचू बना हुआ था और एक उस कॉटेज के सबसे ऊपर उड़ता हुआ चिल का स्टैचू लगा हुआ था। उस कॉटेज के चारो तरफ़ हल्की पीली रौशनी वाली बल्ब लगी हुई थीं ।

 तभी अचानक अन्वी की नज़र वहां बैठे वॉच मैन पर जाती हैं जिसे देख अन्वी डर से पीछे हो जाती हैं। और फिर अन्वी  डर से कांपते हुए उस वॉच मैन को देखती हैं जो एक भटकती आत्मा की तरह अपनी लाल आंखो से उसे ही घिन भरी नज़रों से देख रहा था।

अन्वी डरते हुए अपना सलायिवा गटकती हैं और अपनी पलके झपकाते हुए उस कॉटेज के अन्दर जानें लगती हैं।

अन्वी अन्दर जाते हुए अपनी कांपती हुई आवाज़ में पुकारती है । ,

  " आश्विन आश्विन कहा हो तूमआश्विन"

अन्वी के अन्दर जाते ही वो वॉच मैन के चेहरे पर घिन भरी मुस्कान आ जाती हैं और वो कॉटेज का डोर बन्द कर देता है जिस की आवाज़ सुन अन्वी पीछे मुड़ कर देखती हैं तो उसकी आंखों में डर से आंसु आ जाते हैं पर वो अपने प्यार के लिए सब कुछ छोड़ आगे बढ़ने लगती हैं!  ।

पुरे कॉटेज मे सन्नाटा छाया हुआ था। अगर कोई आवाज़ थीं तो वो बस अन्वी की लम्बी लम्बी सांसे लेने की!

तभी अचानक से कोई उसका हाथ पकड़ लेता हैं तो अन्वी थोड़ा डर जाती हैं पर फिर अपने सामने आश्विन को देख राहत की सांस लेते हुए बोलती हैं ।

    " आश्विन तुम कहा चले गए थे ? मैं कब से तुम्हारा वेट कर रही थी! सुबह से मैरिज कोर्ट में लेकिन तुम क्यों नही आए? कहा चले गए थे अपनी अन्वी को छोड़ कर । ?

अन्वी की बात सुन आश्विन अन्वी के होंठो पर उंगली रख कर उन्हे हल्का सा दबाते हुए उसका हाथ पकड़ लेता है ।

और चुप चाप कॉटेज के बीचों बीच लगे एक काउच पर ला कर अन्वी को बैठा कर बोलता हैं । "

    " बस कुछ देर उसके बाद तुम फैसला करना की क्या तुम मूझसे शादी करने के लिए तैयार  हो! अन्वी आश्विन की बाते सुन अपनी हैरान भरी नज़रों से देखते हुए बोलती है! अश्विन तुम ये क्या कह रहें हो मुझे कुछ समझ नही आ रहा?  अन्वी के पूछने पर अश्विन कोई जवाब नही देता और  वहा से चला जाता हैं ।

पूरा हॉल अंधेरे में पसरा हुआ! अन्वी हैरान परेशान नजरो से इधर उधर नजरे दौड़ाने लगी! ।

      तभी हॉल के बीचों बीच अन्वी से कुछ दूरी पर एक स्पॉट लाइट जलती हैं ।

अन्वी उस और देखती हैं! कहा स्टेज होता है और उस स्टेज़ पर आश्विन वाइट शर्ट और वाइट वाइट पैंट पहने खड़ा था उसके शर्ट के दो बटन खुले ले थे जिसमे उसका सीना दिख रहा था जो आश्विन को काफ़ी अट्रेक्टिव बना रहा थे । "

अन्वी हैरान परेशान नज़रों से सामने की ओर देख रही थीं ।

 तभी आश्विन के पास एक लड़की आती हैं। जिसने डार्क रेड कलर कर वन पिस ड्रेस वियर पहना हुआ था। हेवी मेक अप और खुले शॉर्ट बालो के साथ वो लड़की काफ़ी खूबसूरत लग रही ।

अन्वी उस लड़की को देख हैरान हो जाती हैं उसे समझ नही आता के अश्विन आखिर करना क्या चाहा रहा है! तभी आश्विन उस लड़की को अपनी तरफ़ खींच कर अपनी बाहों मे भर लेता है और एक सॉफ्ट म्यूजिक प्ले होता है ।

जिसके बाद अश्विन उस लड़की की पेट पर बंधी डोरी को अपने एक हाथ से खोल देता है!  और उसकी ड्रेस निकाल देता है! और वो लड़की अपने अंडरगार्मेंट में आ जाती है! उस लड़की का गोरा बदन और उसके चेहरे पर एक शेकतानी मुस्कान खिल रही थी"

तभी अश्विन उस लड़की को पीछे से अपनी बाहों मे भर लेता है" और उसकी बॉडी पर अपनी उंगलियां चलाते हुए उसकी नेक पर दीप किस करते हुए अन्वी को देखता है!

  अश्विन को ये सब करते हुए देख अन्वी का दिल बुरी तरह से टूट जाता है! उसके मुंह से उफ्फ तक नही निकल रही थी"  वही अश्विन उस लड़की को अपनी बाहों मे उठा लेता है और सामने ही रखे एक सिंगल बेड पर लिटा देता है! 

और फिर अन्वी को देखते हुए अपनी शर्ट उतार कर उस लड़की के उपर आ जाता हैं! और उसके पूरे जिसमे को चूमने लगता है जिसकी वजह से उस लड़की की आहे पूरे कॉटेज में गूंज रही थी" 

ये सब देख अन्वी की बॉडी फ्रिज हो गई थी" वो चाहा कर भी कुछ बोल नहीं पा रही थी " उसे अपना जिस्म पैरालाइज मेहसूस हो रहा था

वही अश्विन ने उस लड़की को किस और बाइट करते हुए उसके कपड़े भी निकाल दिए थे, जिसे देख अश्विन ने अपने भी बचे हुए कपड़े उतार दिए और अन्वी के सामने ही उस लड़की के साथ intimate होने लगा था " 

ये सब करते हुए अश्विन की नजर और उसकी शेहतानी मुस्कान अन्वी पर थी! 

उसका दिल दर्द से छींक उठा था" उसका दिमाग पूरी तरह से सुन पड़ चूका था उसकी आंखे बस एक टक उन दोनो के जिस्म पर थीं जो कब से एक दुसरे को प्यार कर रहे थे 

जिसे देख अश्विन को एक अजीब सुकून मिल रहा था  और उस लड़की के साथ जान बुझ कर लंबी लंबी आहे भरने लगा जिसकी आवाज अन्वी के कानो को चीरती हुई उसके दिल को नोच रही थी

अब अन्वी की आंखो से आंसु किसी झरने के तरह बह रहे थे फर्क बस इतना था की अन्वी के आंसू एक सन्नाटे के साथ बह रहे थे! वही अन्वी अब तक जिंदा लाश बन चुकी थी वो एक टक अपनी मोहब्बत को दफन होते हुए अपनी आंखो से देख रही थी ।

कुछ देर बाद आश्विन उस लड़की को अपनी बाहों में लिए हुए ही अन्वी से बोलता हैं "अब बताओ अन्वी डार्लिंग! क्या तुम अब भीं मूझसे शादी करने के लिए तैयार हों ? अगर अब भी तैयार हो तो चलो चलते हैं बस में अपने कपड़े पहन लू! "

 ये बोलते हुए आश्विन अन्वी  कि आंखो में देख रहा था और अन्वी आश्विन की, वही वो लड़की पसीने से लथपथ चेहरे पर एक  कुटिल मुस्कान के साथ अन्वी देख रही थीं कुछ देर की शांति के बाद अन्वी अपने आंसू पोंछ कर खुद को संभालते हुए उठ खड़ी होती हैं और अपना फोन निकाल किसी को कॉल करती हैं । 

कुछ रिंग्स के बाद ही कॉल रिसीव हो जाता हैं

On call! 

अन्वी अपनी टूटी हुई आवाज़ में हिम्मत कर बोलती हैं " मुझे तुमसे शादी करनी है! आज अभी इसी वक्त any condition? "

अन्वी ये सब बोलते हुए बिना किसी भाव के आश्विन को देखे जा रही थीं और आश्विन भीं बीना किसी एक्सप्रेशन के ऐना को ही देखे जा रहा था 

कंटिन्यू

Mukku ✨

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