अभी रात के 8 बज चुके थे एक लड़की जो अपने दोस्त आराधना और उसकी दोस्त की चोटी बहन आकृति के साथ थी वो लोग दिल्ली जा रहे थे और वो लड़की वह कार के खिड़की के बाहर देख रही थी और अपनी ही दुनिया में गुम थी उसके दोस्त बेफिकर हो कर सो रही थी ठंड का मौसम था उसने देखा आराधना थंड की वजह से सिकुड रही है तो उसने ड्राइवर से कह कर हिटर थोड़ा बढ़ाने को कहा और उसने कंबल घोडाया फिर थोड़ा देर बाद उसे नींद लग रही थी तो वो सो गई आधे घंटे बाद वो उठ गई फिर जब उसने अपनी दोस्त को देखी तो आराधना खांप रही थी उसने उसका माथा चेक किया तो देखा कि उसकी दोस्त को तो तेज बुखार है
लकड़ी,, aru (aradhana की निक नेम ) उठ न aru क्या हुआ तुझे उठ न।
आकृति ने जब उसकी आवाज सुनी कर उठी तो वो उस लड़की को पूछने लगी
आकृति_ कृति दी क्या हुआ आप ऐसे क्यों चिला रही हो
बोलते हुए उसने आराधना को देखा
कृति_ आंखें नहीं खोल रही है मैने इसे माना की थी की जादा ठंडी चीज मात खाओ पर ये मेरी बात सुने तब न
ड्राइवर ने जब सुना की aru की तबियत ठीक नहीं है तो वो बोला मैडम यह पास में एक हॉस्पिटल है क्या मैं वहा ले जाऊं
कृति_ हां हॉस्पिटल ले जाओ जल्दी इसे तेज बुखार है इसलिए ये बेहोश हो गई है (घबराते हुए बोली)
ड्राइवर_ठीक है मैडम
फिर ड्राइवर ने हॉस्पिटल के तरफ गाड़ी बढ़ा दी जान हॉस्पिटल पोहंच गए तो ड्राइवर ने कहा
ड्राइवर_ मैडम हम हॉस्पिटल पोहंच गए मैं वर्ड बॉय को स्ट्रेचर लाने के लिए बुलाता हूं
जब ड्राइवर वर्ड बॉय के साथ आया तो
कृति_aki चाल (akriti का निकनेम)
बोलते हुए ड्राइवर aki और कृति हॉस्पिटल के अंदर चले गए और डॉक्टर्स उसकी चेक अप करें लगे
Aki_ कृति दी मम्मी आपसे बात करना चाहती है आप बात कर लो मैं काफी लाने जा रही हूं(कृति हां में सर हिला दी)
और फोन में बात करने लगी
कृति_हेलो आंटी आप aru की चिंता मत कीजिए मैं यहां हूं मैं सब संभाल लूंगी उसे बस तेज बुखार है उसने जादा ठंडी चीज खा दी है इसलिए
Aru mom_ पर बेटा तुम अकेली कैसे संभालोगी मुझे aru की बोहुत चिंता हो रही है aki wo ठीक है ना प्लीज बेटा उन दोनो का खयाल रखना और अपना भी और घर जल्दी आ जाना अगर कुछ दिकात हो तो मुझे कॉल कर लेना बेटा टाइम टाइम पर मुझे कॉल करती रहना
कृति_ ठीक है आंटी आप भी जाड़ा स्ट्रेस मात लेना
थोड़ा बोहुत बात कर लेने के बाद उसने फोन रख दिया
तभी डॉक्टर रूम से बाहर आए और बोले
डॉक्टर आयुष_ आप उनकी क्या लगती है
कृति_ मैं उनकी दोस्त हूं
डॉक्टर आयुष_घबराने की कोई बात नई है पेशेंट अभी ठीक है शायद उन्होंने जादा ठंडी चीज खा दी थी इसलिए उन्हें तेज बुखार आ गया और वो बेहोश हो गई सुबह तक उन्हें होश आ जायेगी तब आप उन्हें घर ले जा सकते है
कृति_ थैंक यू डॉक्टर क्या हम उसे मिल सकते है
डॉक्टर ने हां में सार हिला कर उन्हे जाने का इशारा कर के वो वहा से चले गए
कृति केबिन के अंदर चली गई फिर थोड़ी देर बाद aki भी काफी ले कर वापस आ गई
एक घंटे बाद aru को होश आ गया अब तक aru थोड़ा ठीक हो गई थी सुबह aru की डिस्चार्ज होने के बाद वो तीनो घर के लिए निकल गए
सुबह के 9 बज चुके थे घर पोहंचने मैं अभी भी वक्त था कृति रात भर सो नहीं पाई थी तो उसे अब नींद आ रही थी और वो सोने ही वाली थी की तभी aru की आवाज आई
Aru_ ड्राइवर घर और कितना दूर है
ड्राइवर_ और एक घंटे में पोहंच जायेंगे मैडम
कृति_अब तू कैसी है अभी कैसा लग रहा है
Aru_ ठीक हूं थैंक यू यार मेरा इतना केयर करने के लिए
कृति_ थैंक यू किसलिए दोस्ती में नो सॉरी नो थैंक्स फिल्मी डायलॉग तो सुनी होगी न
Aru_ हां हां समझ गई
कृति_ मैंने तुम्हे माना किया था न जादा ice cream मात खाओ मेरी कोई बात तुम्हे समझ में कहा आती है वैसे भी ये विंटर सीजन है ठंड bohut जल्द पकड़ लेगी
Aki_ कृति दी इनको बोल के कुछ फायदा नही है ये जायेंगी तो फिर से ice cream खाना सुरु कर देंगी
Aru_ हां हां जादा मात बोल ठीक है
कृति_बस भी करो दोनो
ऐसे ही छोटे मोटे नोक झोंक मस्ती मजाक करते हुए ये लोग घर पोहंच गए
Rai mansion
राय मैंशन एक सुंदर सा घर था जितना बाहर से बोहुत खुशूरत दिखता था उसे जादा वोही के रहने वाले लोगों का दिल गाड़ी सीधा जा कर मेंशन के आगे रुकी तीनों घर के अंदर आ रहे थे कि तभी एक महिला ने उन्हें रोकते हुए कहा
"अरे रुको"
वो लोग वोही रुक गाय वो महिला उन्होंने बनारसी की साड़ी पहनी थी पैरों में पायल मांग में सिंदूर गले में मंगलसूत्र वो हाथों में आरती की थल ले कर आ रही थी
Aki_ मम्मा इसकी क्या जरूरत है
(Ye hai Savita Rai aradhana aur akriti ki mom ye housewife hai ye apne pariwar apni bachiyon se bohut pyar karti hai aur vo aradhana se bhi bohut pyar karti hai vo usse apni badi beti ke jese pyar karti hai)
(Aradhana akriti se 2 saal badi hai)
आकृति कुछ बोलने वाली होती है की तभी उसकी मां उसे चुप करती हुई उनकी आरती उतारती है और बोलती है
सविता जी_ कैसी हो तुम सब( तीनो को बारी बारी गले लगाते हुए)
कृति_ हम सब ठीक है आंटी
Aru_ मम्मा क्या आप हमें यहीं खड़ी रखेंगी मम्मा मुझे तो बोहुत भूख लगी है
Aru को ऐसा करता देख aki और kriti हंसने लगे सविता जी बोली
सविता जी_ अच्छा चलो तुम लोग जो जा कर फ्रेश हो जाओ मैं तुमलोग के लिए खाना बनाती हूं और ऊपर रूम में भेजवा देती हूं
कृति_ ठीक है आंटी
Aki और aru_ okay मम्मा
बोलकर तीनो ऊपर चला गए
वो तीनो खाना aki के रूम में कर रहे थे तीनों के रूम अलग अलग थे कृति यहां बोहुत बार आ चुकी है वो यह कभी कबर आती जाती रहती है इसलिए सविता जी ने उसके लिए एक कमरा तैयार करवा दिया था ताकि जब भी आए तो उसे यहां रहने में कोई परेशानी न हो और उसे प्यार की कमी महसूस न हो उसे वो अपनी बेटी जैसा प्यार करती थी
Aru और aki रेस्ट कर रही थी और कृति को दादा दादी से मिलने का मन कर रहा था इसीलिए वो उनके कमरे में गई पर वो वहा नही थी इसलिए वो वहा से अपने कमरे में आ गई और रेस्ट करने लगी
8 pm
अब तक के रात 8 बज चुके थे और सब कोई डिनर टेबल पर बैठे हुए थे दादा दादी जी को अब तक पता नहीं था की aru aki और कृति आई हुई है बोले क्यों की aru और aki ने ये बताने के लिए मना किया हुआ थे और तीनो अपने रूम के बाहर भी नही निकले थे
Dinner table
Dadi ji- सविता बहु बचे कहा है वो अब तक नहीं आ रहे है आज आने वाले थे न वो लोग वो आए की नहीं मैंने तो उनकी आवाज भी नही सुनी
Savita ji- मां जी वो नही आ पाएंगे उनकी फ्लाइट नही है कुछ प्रोब्लम हो गया इसलिए
Dadi ji- फ्लाइट न सही गाड़ी में आ जाते मुझे बड़ा मन है उनको देखने का
Dada ji- हां बहु बहुत दिन हो गए है बच्चो को देखे हुए कब आयेंगे वो लोग
उसी वक्त पीछे से aki दादा जी को हग करती है और बोलती है
Aki- आई मिस्ड यू दादू सो मच
Dada ji_ अरे aki बेटा तुमलोग आ गए(खुश होते हुए दादा जी पीछे पलते)
तीनो दादाजी दादीजी और बाकी घरवालों से भी मिले
Introduction____
jatin rai(dadaji)Seema rai(dadiji) ye Ghar ke bade hai ab inki Umar ho gayi hai isliye ye Ghar par hi rehte hai ye bohut khushmizaz insan hai ye bohut saaf Dil ke h inke do bete hai bade bete ka naam agastya Rai hai or chote bete ka naam arjun rai hai
Agastya rai- ye hai rai family ke bade bete ye ab inke pita ke company sambhal rahe hai or inki company top 5 company me se ek hai inki love marriage huyi hai savita ji se inki do betiya hai jo inki ladli hai
Savita ji- housewife
Aradhana- jo agastya aur savita ji ki badi beti hai ye graduation kar Rahi hai or 2nd year me hai
Akriti- agastya aur Savita ji ki choti beti ye graduation kar Rahi hai or 1st year me hai
Arjun rai- jatin ji or Seema ji ke chote bete hai unki apni hi company hain vo londom me rehte hai or apni company sambhal rahe hai or unki love marriage huyi hai anjali ji se unke ek bete or ek beti hai dono twins hai
Abhimanyu rai or shalini rai Jo ki av India me apni padhayi Puri kr rhe hai or vo graduation 1st year me hai aki k sath
Aur ab aate hai hum apni pyari si kritika par jo iski lead actress hai kritika sharma Jo aru k sath av graduation kr rhi hai..kritika bohut hi pyari cute si ladki hai vo bohut khubsurat hai vo sbki parwah karti hai care krti h par uski koi parwah nhi krte uske ghar walon ne usse ghr se nikal diya kyu ki jb se uske bhaiya ki shadi huyi uski bhabhi ghr par aayi tb vo bohut khush thi uske pariwar Wale bohut khush the lekin jse dheere dheere din bita gaya uski bhabi kriti ke bare me bura bura khayal sb ke dimaag me dalti gayi..Kritika ko uski bhabi pasand nhi krti thi par ek din kch esa hua jise uske gharwale usse ghr se nikal dete hai
अब आगे..लिविंग रूम में
दादी जी_अरे kitu कैसी हो तुम मेरी बच्ची देखो तो कितनी दुबली हो गई हो खाना पीना ठीक से करो बेटा
कृति_ जी दादी
दादी जी_ अगर तुम लोग आ गए थे तो तुम मुझसे मिलने क्यों नही आई हां दादी को तुम भूल गई
कृति_ अगर मैं पहले आपसे मिल लेती तो अब जो आपके चेहरे में ये खुशी झलक रही है वो कैसे देख पाती मैं लेकिन दादी मां ये सब मेरा idea नहीं था ये सब इन दोनो का था मैं तो आपसे मिलने के लिए आपके कमरे में आई थी पर आप ही नही थी और जब आप आए तो मैं आ रहे थी आप से मिलने लेकिन इन दोनो ने तो मुझे कमरे से बाहर आने ही नही दिया
ये सब बोलते वक्त वो तो भूल ही गई थी की जिन के बारे में वो शिकायत कर रही है वो उसे घूर कर देख रहे है कृति आगे कुछ बोल रही थी की दोनो बहने उसका नाम लेती हुई चिलायी
Aru_kritiii
Aki_ कृति dii
कृति ने जा। उसके तरफ देखी तो वो हंसते हुए बोली
कृति_अरे aru aki तुमलोग इतना घुसा क्यों हो रहे हो मैं तो बस दादी को बता रही थी थी तुम दोनो कैसे मुझे उनसे मिलने से रोक रही थी सरप्राइज़ देने के लिए(स्माइली फेस के साथ)
उसी टाइम कृति ने दादी से लिपटती हुई बोली
कृति_ दादी मां देखो ना दोनो मुझे कैसे घूर रही हैं
दादी_ दोनो ऐसे मेरी किटू को क्यों देख देख रही हो खबरदार अगर मेरी किटू को किसी ने भी कुछ कहा तो
Aru_ अरे दादी हम क्यों कृति को कुछ बोलेंगे हम तो इसका भरता बनाएंगे क्यों की इसके पेट में कुछ पछता ही नहीं है
बोल के कृति के पीछे पाड गई घर में आज पूरा चहल पहल थी थोड़ी देर बाद सब के साथ मस्ती मजाक करने के बाद सब अपने अपने कमरे में चले गए पर कृति को नींद नहीं आ रही थी पर वो जैसे तैसे कर के सो गई
एक हफ्ते बाद,
एक हफ्ते कैसे बीत गए उन्हें पता भी नही चला रात को 11 बजे कृति का फोन बजने लगा कृति फोन में कॉलर आईडी देख कर डर गई कॉल में बात करने के बाद बाद कृति उदास हो कर टेरेस पे बैठे रो रही थी की उसकी जिंदगी ऐसे क्यों है उसके परिवार वाले उसे क्यों प्यार नही करते क्यों उसे इतनी तकलीफ देते है तभी उसे किसी ने टोकते हुए कहा
Aru_ अरे यार kitu तू यहां है और मैं तुम्हे प्यार घर में ढूंढ रही हूं और तू यहां बैठी है ( कहते कहते रुक गई उसने देखा कि वो रो रही है)
सॉरी सॉरी मैंने तो aru का अच्छा से इंट्रोडक्शन तो दिया ही नहीं
(Aradhana rai Umar 19 saal jo kritika ki sabse achi dost ya kahe ki best friend aradhana h jo kritika ko ache se samjh sakti h unn dono me beheno jesa pyar hai vo usse har ek faisale me uske sath khadi rehti thi dikhne me aradhana ek cute si ladki chubby si usse khana bohut pasand hai vo ek foodie ladki thi isliye wo thoda chubby chubby thi)
Aru ने कृति को पूछा_ कृति tu रो क्यों रही है कुछ हुआ है क्या
कृति aru को देख ले उससे गले लगा ली और फुट फुट कर रोने लगी कृति को ऐसा रोते देख aru घबरा गई
Aru_ कृति क्या हुआ तू ऐसे रो क्यों रही है मुझे बता क्या हुआ है
कृति रोते हुए हकलाते हुए बोली_ aru वो..वो लोग का कॉल आया था पता नही उन्हें मेरा नंबर कहा से मिल गया उन्होंने मुझे घर आने के लिए बोला है उन्हे उस लॉकर से कुछ पेपर्स निकलना है वो उनके लिए बहुत इंपोर्टेंट है अगर मैं नही गई तो वो मुझे बर्बाद कर देंगे वो ऐसे कैसे बोल सकते है। बोल कर रोने लगी।
Aru_ कृति देख तू पहले शांत हो जा कुछ नही होगा ठीक है। Aru को बोहुत घुसा आ रहा था घुसे में उसकी आंखें लाल हो गई थी
कृति थोड़ा शांत हो गई थी तभी सविता जी उनके पास आ गई उन्होंने कृति के आंखों में आसूं देख कर पूछा तो aru ने उन्हें सब बता दिया सविता जी भी घुसे में लाल हो गई थी
सविता जी अपना घुसा शांत करते हुए बोली_ कृति बेटा तुम इसके बारे में चिंता मत करो में तुम्हारे अंकल को बोल दूंगी वो संभल लेंगे ठीक है
कृति_ नही आंटी आप अंकल को परेशान मत कीजिए मैं संभाल लूंगी
सविता जी_ पर बेटा तुम अकेले कैसे
कृति_ आंटी अगर उन्हें पता चला कि कृति मेरी दोस्त है अगस्त्य अंकल की बेटी है तो फिर से कुछ न कुछ ऐसा जरूर करेंगे जिस वजह से आप सभी को परेशानी होगी और में ये नही चाहती की मेरी वजह से आपको कोई परेशानी हो
कृति उन्हें इतना प्यार से बोली की सविता जी उसके मासूम चेहरे को देख कर पिघल गए और बोली
सविता जी_ अच्छा ठीक है पर अपना ध्यान रखना अगर कुछ भी जरूरत हो तो हमें बता देना अब जाओ जा कर तुमलोग सो जाओ ठीक है।
बोलकर दोनो को गले लगाया और तीनो अपने अपने रूम में चली गति
To be continued..
सुबह के 7 बज चुके थे । सविता जी सुबह से काम में भागा ढोडी कर रही थी क्यों की आज उनकी बड़ी बहन और जीजा जी आने वाले है तभी सीढ़ियों से उतरती हुई कृति नजर आई कृति उनकी पैर छूते हुए बोली
कृति,, गुड मॉर्निंग आंटी । सविता जी मुस्कुराते हुए। सविता जी बोली ,, अरे बेटा तुम उठ गई अभी तो सुबह के 7 बजे है और अभी बाहर बोहुत ठंड है जाओ जा कर तुम अपने कमरे में रहो वरना तुम ठंड लग जायेगी।
कृति मुंह बनाते हुए बोली,, नही आंटी मुझे रूम में बोहुत बोर लग रहा है क्या मैं आपकी हेल्प करूं प्लीज आंटी मुझे माना मात कीजिएगा
सविता जी बोली,,तुम भी ना अच्छा ठीक है जाओ जा कर किचेन में तुम कमला जी को आज की ब्रेकफास्ट बनाने का मेनू दे दो अगर तुम्हे कुछ ठीक न लगे तो अपनी इच्छा से भी तुम मेनू में ऐड कर सकती हो ठीक है बेटा।
कृति बोली,, ठीक है आंटी
सविता जी कृति को जाता देख मुस्कुरा दी और सोचने लगी कितनी प्यारी बच्ची है काश ये सब उसके साथ कभी हुआ ही न होता बोल कर उनकी आंखों में थोड़ा सा नामी आ गई
कृति किचेन में सब काम देखने लगी और बाकी सर्वेंट को भी समझने लगी और वो खुद भी किचेन में उनकी हेल्प करने लगी फिर सुबह के 9 बज चुके थे सभी उठ कर फ्रेश हो कर डिनिग टेबल पर पोहनाच चुके थे फिर कृति का वेट करने लगे फिर दादी बोली
दादी,, अरे aru kitu बेटा कहा चली गई आज तो वो दिखाई ही नहीं दे रही और नही वो मेरे कमरे में आई
Aru,, पता नही दादी कृति कहा चली गई वो अपने रूम में भी नही है मैने उसको कॉल भी किया था पर उसका फोन तो रूम में ही है
तभी सविता जी डाइनिंग टेबल पर खाने का bowl लाते हुए बोली
सविता जी,, क्या हुआ आप लोग किसकी बात कर रहे है मुझे भी बताए
Aru,, देखो ना मम्मा कृति कहा चली गई वो मेरा फोन भी नही उठा रही है
तभी कृति आवाज लगाते हुए दूसरी bowl पकड़ कर मुस्कुराते हुए आ रही थी
कृति,, गुड मॉर्निंग एवरीवन
बोल bowl टेबल पर रख दी तो दादी बोली
दादी,, अरे kitu तुम सुबह सुबह किचेन में क्या कर रही हो
तो सविता जी बोली,, मां जी कृति आज सुबह से मेरी हेल्प कर रही है मैने इससे रूम में जाने को भी बोला पर ये है की मेरी बात सुनती ही नही है और मेरी हेल्प करने का जीध करने लगी
कृति,, आंटी आप सुबह के 5 बजे से उठ कर काम पर लगी है मुझे रूम में बैठे बैठे बोर हो लग रहा था तो मैं आ गई आपकी हेल्प करने और आप बोल रही है की ये मेरी बात सुनती नई है
तभी दादी बोली ,, हां सविता कृति बिलकुल ठीक कह रही है इतनी सारी तैयारी करनी बाकी है और तुम अकेले काम पर लगी हो
सविता जी ,, पर मां जी सर्वेंट है ना मेरी हेल्प करने के लिए
Aru और aki को तो पता ही नही था की यह चल क्या रहा है कृति सविता जी की हेल्प करने तक तो समझ आ गया पर तैयारी सुन कर aru और aki एक दूसरे को देखने लगे । एक्चुअली में aru और aki को मालूम ही नहीं था की उनके मामा की बेटी अक्षरा की 2 दिन बाद engagement है क्यों की अक्षरा इनको सर्प्राइज देने वाली थी और घर में सबको बताने से साफ मना किया गया था की aru और aki को बिलकुल पता नही लगना चाहिए
Aki ने एक्साइटेड होते हुए पूछा,, मम्मा किस चीज की तैयारी हो रही है कोई पार्टी है क्या ।
सविता जी बोली,, ये एक सरप्राईज है बाद में पता चल जायेगा की किस चीज की तैयारी चाल रही है चलो अब जल्दी से ब्रेकफास्ट करो ,,बोल कर
सभी ब्रेकफास्ट करने लगे थोड़ी देर बाद सविता जी ने कृति को बाहर जरूरी सामान लाने के लिए भेज रही थी क्यों की कृति को सविता जी ने पहले से ही बातों बातों में सब बता दिया था की तभी aru और aki भी बाहर जाने के लिए जीध करने लगी।
तीनों बाहर समान लेने चले गए समान लाने के लिए बाकी सर्वेंट्स भी थे पर ये चीज बहुत जरूरी चीज engagement के लिए लानी थी इसलिए सविता जी ने कृति को भेजना सही समझा
गाड़ी में कृति aru और aki को ऐसे कुसूर फुसुर होता देख समझ गई थी की ये दोनो बहनें कुछ तो खिचड़ी पका रही है सच उगलवाने के लिए क्यों की ये जितना झगड़ती है एक दूसरे से इन्हे देख कर तो कोई भी कहेगा की ये तो एक दूसरे की जानी दुश्मन है aru और aki कृति से सच उगलवाने के लिए प्लानिंग कर चुके थे पर कृति से अपने प्लानिंग के हिसाब से पीछे रहे पर कृति ने दोनो को कुछ नही बताया बास hint दे दिया था की 2 दिन बाद engagement है पर दोनो समझ ही नही जिस तरह से कृति ने बताया था
Rai mansion,
अब तक के साम के 5 बज चुके थे तीनों समान ले कर आ चुकी थी aru और aki जैसे ही घर पोहंचे की वो थक हार कर दोनो सर्वेंट को बुला कर बैग्स पकड़ा दिए और अपनी अपनी कमरे में चली गई थी दादी और दादाजी लिविंग रूम में बैठे एक सर्वेंट से रिश्तेदारों की लिस्ट बनाने में बसी थे और कृति डेकोरेशन में बसी थी सर्वेंट्स को भी इंस्ट्रक्शन दे रही थी सविता जी खाने का menu बनाने में और engagement कि जरूरी सामान देख रही थी तयियारी पूरा जोरो सोरों से चल रही थी की तभी बाहर गाड़ी रुकने की आवाज आई
जब सब अपने अपने काम में busy थे और किसी का ध्यान भी गेट के पास नही गया एक सुंदर सी लड़की स्माइल करते हुए अंदर आ रही थी वो पूरे घर को जगमगाते हुए देख कर बोहुत खुश भी थी और इमोशनल भी तभी ऊपर से आती हुई aki की नजर अक्षरा पर पड़ी और वो चिलाते हुए बोली
Aki,, akshu दीदी बोल कर दोध कर गई और akshu को जा कर काश कर गले लगाया तभी उनकी नजर उनकी तरफ गई तो सब खुश हो गए और तब तक aru भी नीचे पोहनाच चुकी थी सब कोई सविता जी के भईया भाभी से मिले उनकी एक लौटी बेटी थी akshu
Mr. Arora- vinayak arora,,Arora कॉरपोरेशन के ओनर है और उनकी पत्नी vaishali Arora ये एक हाउसवाइफ है और उनकी एक ही बेटी थी अक्षरा अरोरा ये दिल्ली के जाने माने बिजनेस मैन है और ये दिल्ली में ही रहते है
Aru ने मुंह बनाते हुए कहा ,, क्या di आप तो मुझे भूल ही गई बोल कर akshu के पास जा कर उससे गले लगा लिया akshu ने कहा,, अरे पगली मुझे सब से मिल लेने तो दे फिर सब से मिलने के बाद साइड में खड़ी कृति के पास गई और वो उससे पुकारते हुए बोली
Akshu,, कृति तुम वहा क्यों खड़ी हो क्या तुम अपनी बड़ी di से नहीं मिलोगी ,, बोल कर उसको गले लगा ली तभी aru और aki भी दोध कर उन्हे गले लगा ली तो akshu बोली,, अरे आराम से भाई बोल कर अलग होते हुए बोली कैसी हो तुम सब और तुम्हारी स्टडी कैसे चल रही है।
कृति,, हम सब ठीक है di
Aki,, हम सब ठीक है पर ये aru didi ने अपना तबियत खराप कर लिया था कृति di और मैं रात भर जागते रहे इनका खयाल रखा 5पर v मुझे एक थैंक यू तक नहीं बोला और मुझसे लड़ती रहती है
Aki तो सिकायते ही बंद नहीं हो रही थी।
बाकी सब भी अपने बात में थे की तभी गाड़ियों की रुकने की आवाज फिर से आई और सविता जी और विनायक जी एक शत बोले बड़ी दीदी आ गई तभी गाड़ी बैठी महिला बाहर आई और उनके साथ उनके पति mr. Malhotra
Introduction,
सविता जी और विनायक जी की बड़ी बहन sakshi Malhotra और ये तीनों भाई बहन एक दूसरे से बोहुत close है किसी को कुछ भी हो ये एक दूसरे के लिए मौजूद रहते है इनकी फैमिली कहने के लिए बस ये तीनो ही है अब आते है sakshi malhotra के बारे में
ये अपने पति के साथ london में रहती है इनके पति का नाम rajesh Malhotra है ये एक businessman है इनकी कंपनी malhotra company पूरे दुनिया में फेमस है इनकी कंपनी top 5 list में से सेकंड लिस्ट पर आती है इनकी कोई बच्चे नहीं है sakshi जी की कुछ प्रोब्लम के कारण बच्चे नहीं हो पाए पर फिर rajesh जी इनका साथ नही छोड़े ये लंदन से अपनी भाई की बेटी की सगाई पर आई थी
अब आगे,,
सविता जी और विनायक जी अपनी दीदी के पास आ रहे थे और साक्षी जी अपनी छोटे भाई बहन के पास आ रही थी सविता जी बोली साक्षी जी का पैर छू कर गले लगाते हुए बोली,,
दीदी आप कैसी है और आपका सफर कैसा था कोई दिकत तो नई हुई न
साक्षी जी बोली,, हम ठीक है हमे कोई प्राब्लम नही हुई तुम सब कैसे हो तयारी कैसे चल रही है
सविता जी ,,दीदी जीजा जी अंदर आइए न बैठ कर बात करते है आप थक गए होंगे। साक्षी जी जब अंदर आई तो aki , aru , और akshu दोध कर जा कर राजेश जी और साक्षी जी को गले लगाया सब कर रहे थे तभी सविता जी कृति से मिलवाने के लिए कृति को देख रही थी पर कृति कही नजर ही नहीं आई
सविता जी बोली,, अरे aru कृति कहा चाली गई दिखाई भी नही दे रही। Aru बोली,, मम्मा वो किचन में सब के लिए गर्म गर्म चाय कॉफी बनाने गई है
सविता जी ,, अरे ये लड़की भी न बोल कर john(maid) को बुला कर कृति को बुलाने के लिए बोली सभी लिविंग रूम में बैठ कर बातें कर रहे थे aru,aki,akshu सब एक साइड बैठ कर बातें कर रहे थे और सब बड़े दूसरी साइड की sofa पर बैठ कर बातें कर रहे थे साक्षी जी ने सविता जी को पूछा,, savi तुम किसकी बात कर रही थी कृति कोन है। सविता जी जब कृति के बारे में बताने वाली थी तभी कृति कमला जी के साथ चाय कॉफी ले कर आ रही थी उसके चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कान थी
तो सविता जी बोली,, वो रही कृति बोहुत ही प्यारी बच्ची है aru की दोस्त है पर इसके साथ बोहुत बुरा हुआ । इतना ही कही थी की कृति उनके पास आई और सब को चाय कॉफी सर्व करने लगी तो सविता जी ने कृति को बताने लगी।
सविता जी बोली,, कृति बेटा इधर आओ
कृति उनके पास गई तो वो बोली,, कृति बेटा ये है साक्षी दीदी और यह है इनके पति राजेश जीजा जी विनायक भाई और मेरे दीदी और जीजा जी ये लंदन में रहते है मैंने बताया था न तुम्हे। तो कृति हां में सर हिलाई और साक्षी जी और राजेश जी के पास जा कर उनका पैर छू कर उनका आशीर्वाद ली तो साक्षी जी उससे आशीर्वाद देते हुए बोली जीती रहो कृति बेटा,, राजेश जी बोले,, हमारे यह बेटियां पैर नही छूती।बोल कर उससे गले लगा लिया साक्षी जी और राजेश जी थोड़ा सा emotional हो गए थे और उनके आंखों में आसूं आ गए क्यों की वो जैसे बेटी चाहते थे कृति बिलकुल वैसे ही थी सुंदर सुशील चेहरे पर प्यारी सी मुस्कान थोड़ा देर बाद akshu ने जब aru और aki को अपने इंगेजमेंट के बारे में जब बताया तो दोनो शॉक्ड थे और सब को देखने लगे aru और aki की तो नौटंकी ही बंद नहीं हो रही थी akshu को परेशान कर रहे थे की क्यों उसने उन्हें पहले नही बताया टाइम ऐसे ही मस्ती मजाक में चला गया और अभी सब डिनर कर के अपने रूम में थे दादा जी दादी जी अपने रूम में सो गए अगस्त्य विनायक राजेश जी सब अपने अपने ऑफिस काम को पूरा करने में लगे थे क्यों की akshu की इंगेजमेंट में उन्हें टाइम ही नहीं मिलेगा और उनका काम भी बढ़ जायेगा इसलिए फिर सविता जी साक्षी जी वैशाली जी लिविंग रूम में बैठे बात कर रहे थे
सविता जी बोली,, कृति बहुत ही प्यारी बच्ची है वो aru के साथ ही अपनी पढ़ाई पूरी कर कर रही है।सविता जी रुकते हुए बोली ,,पर जब उसके बड़े भाई rishi के शादी से पहले सब ठीक चल रहा था जब उसके भाई की शादी हुई तब धीरे धीरे सब बदलने लगा उसकी भाभी koyal उससे कुछ न कुछ कर के घर के लोगों के नजरों में गिरने लगी पता नही पर धीरे धीरे सब के मन में कृति के लिए नफरत भर गई उसके परिवार वाले उससे अच्छे से ट्रीट नही करते थे उससे अपने ही घर में पराया जैसे बेहववार करते थे उससे घर का नौकरानी बना कर रखते थे अगर थोड़ी सी भी कुछ गलती हो तो उससे मरने पे उतर जाते थे । ये सब बोलते वक्त सविता जी के आंखों में घुसा उतर आया था साथ साक्षी जी वैशाली जी भी सविता जी,, फिर एक दिन कुछ ऐसा हुआ जो उससे पूरा तोड़ कर रख दिया बोलकर उसके आंखों में आसूं आ गए
साक्षी जी बोली,, क्या हुआ था
सविता जी ,, पता नही कृति से लाख पूछने पर भी उसने कभी हमें नहीं बताया
वैशाली जी बोली,, वो अपनी ही बेटी के साथ ऐसा कैसे कर सकते है जरूर उस लड़की koyal ने ही कुछ किया होगा दीदी में केह रही हूं अगर वो मेरे सामने आ गई तो छोढ़ूंगीं नही वो लोग कृति के साथ ऐसा कैसे कर सकते है इतना कुछ होने के बाद भी कृति अपने चेहरे पर मुस्कान लिए रहती है की कोई नही समझ सकता उसके साथ क्या हुआ है
साक्षी जी कुछ सोचते हुए,, मैं सोच रही हूं की में और राजेश कृति को adopt कर ले
वैशाली जी और सविता जी उन्हे देखने लगे और सविता जी बोली,, पर पहले कृति से बात करना होगा
साक्षी जी ,, savi क्या कृति इसके लिए मानेगी
सविता जी हमें कृति से पहले जीजा जी से भी बात करना होगा ये बोलकर सविता ने किसी को बुला कर अगस्त्य जी विनायक और राजेश जी को बुलवाया
अभी रात के करीब 11 बजे थे,
राजेश जी विनायक और अगस्त्य जब आए तो बात स्टार्ट हुआ अगस्त्य जी को तो कृति के बारे में पहले से पता था तो सविता जी ने विनायक और राजेश जी को भी बताई तो उन्हे भी कृति के फैमिली के ऊपर बहुत घुसा आया क्यों की कृति को सब पसंद करते थे उससे अपनी ही बेटी जैसे ट्रीट करते थे ।
साक्षी जी ने राजेश जी को बोला,, मैंने आपसे जिंदगी में कभी कुछ नहीं मांगा पहली बार आपसे मांग रही हूं क्या हम कृति को adopt कर ले मुझे कृति को अपनी बेटी बनाना है मेरी गलतियों के कारण मैं मां नही बन पाई और नही आप पिता बन पाए मैं चाहती हूं की हम कृति को adopt कर ले और उससे अपना नाम दे,, बोलकर उनके आंसू नाम हो गए राजेश जी के आंखों में भी आंसू आ गए थे उन्होंने साक्षी जी का हाथ अपने हाथ में लिया और कहा,, तुमने तो मेरी दिल की बात केह दी मैं भी तुमसे यही कहने वाला था अच्छा होगा अगर हम कृति को अपनी बेटी बना लेंगे पर क्या वो हां बोलेगी,, बोल कर वो सब को देखने लगे तभी सीढ़ियों से कृति और aru नीचे उतरती हुई नजर आती है सब उन्हें ही देख रहे थे aru को भूख लगी थी तो वो जबरजस्ती कृति को भी नीचे किचन में चलने के लिए बोली क्यों की उससे डर था की कही उसकी मम्मी न देख ले अगर दिखेंगी तो बोहुत घुसा करेंगी इसलिए कृति साथ रहेगी तो aru कुछ बहाना बना सके तभी उनकी नजर अपने लिविंग रूम में बैठे अपनी मम्मी पापा मामा मामी बाड़िमा बाडेपापा पर गई तभी aru कृति को धीरे से बोली
Aru,, कृति ये सब यहां क्यों बैठे है और हमारे तरफ ही देख रहे है सीरियस एक्सप्रेशन लिए कुछ हुआ है क्या
कृति बोली,, लगता तो ऐसा ही है चल जा कर पूछते है
बोलकर वो दोनो उनके पास गए और कृति पूछी,, आंटी आप सब इतनी रात को यहां बैठे है आप सब इतने परेशान क्यों देख रहे है ,, तभी उसकी नजर साक्षी और राजेश जी पर गई उनकी आंखे नम थी कृति और aru इन सब को ऐसे देख घबरा गए और एक दूसरे को देखने लगे की कही कुछ हो तो नही गया तभी aki भी पीछे से आते हुए बोली,, अरे aru दी कृति दी आप दोनो यहां है और मैं आपको आपके कमरे में ढूंढ रही हूं बोलकर उनके पास पोहंच कर देखी तो सब सीरियस फेस लिए बैठे है तीनों एक दूसरे को देखने लगे aki aru को इशारों में पूछने लगी,,aki,, साब को क्या हुआ सब ऐसे भूत बने क्यों बैठे है ,,aru,, मुझे क्या पता
तभी कृति साक्षी जी और राजेश जी के पास जा कर अपने घुटनों के बल बैठ कर साक्षी जी का हाथ अपने हाथ में ले कर पूछी आंटी अंकल आप ठीक तो है न आपके आंखों में आसूं क्यों है कुछ हुआ है क्या बोलकर उन दोनो को देखने लगी फिर राजेश जी कृति को बोले ,, कृति बेटा हमें तुमसे कुछ बात करनी है,, कृति,, हां अंकल बोलिए न ,,सब एक दूसरे को देखने लगे साक्षी जी ने जब राजेश जी को देखा तो उन्होंने सार हिला कर बात स्टार्ट करने के लिए बोला साक्षी जी बोली,, हमारी कोई बच्चे नहीं है जब में 4 महीने की प्रेगनेट थी तभी मेरी एक गलती के वजह से कुछ ऐसा हुआ की हमारा ।बोलकर थोड़ा देर चुप हो गई और उनकी आंखों में आसूं आ गई फिर बोली,, हमारा बच्चा नही रहा इस दुनिया में आने से पहले ही हमें छोड़ कर चला गया मेरी इस गलती के वजह से मैं मां नही बन पाई और नही राजेश पिता बन पाए बोलकर वो रो पड़ी। कृति के आंखे भी नाम हो गए थे कृति aru aki को तो कुछ समझ ही नही आ रहा था की क्या हो रहा है ।
तभी राजेश जी बोले,, नाम शोहरत इजात सब है पर हमें कभी खुशी नही मिली एक मां एक पिता होने की खुशी हमारी कोई बेटी नहीं है मैंने बच्चे गोद लेने की सोची पर बच्चा खोने के बाद साक्षी की हालत इतनी खराब थी की उसका 2 साल ट्रीटमेंट चल रहा था मुझे डर लगने लगा की कही इस चक्कर में मैं साक्षी को कुछ न खो दूं । राजेश जी रुकते हुए बोले ,,सविता ने तुम्हारे बारे में बताया तुम्हारा परिवार हो के भी तुम्हारा कोई नही है इसलिए हम तुम्हे अपनी बेटी बनाना चाहते है तुम्हे मल्होत्रा परिवार की बेटी बनाना चाहते है क्या तुम हमारी बेटी बनोगी हमें अपनी मां पापा का दरजा दोगी ,, साक्षी जी कृति को देख कर रो पड़ी कृति भी ये सब सुन के उसके आंखों में आसूं आ गए थे।
वो सोचने लगी की जिन लोगों ने उससे जन्म दिया उन लोगों ने कैसे अपनी ही बेटी को पराया जैसे कर दिया था और इधर ये हसबैंड वाइफ उससे अपनी बेटी बनाना चाहते है अपने परिवार का हिस्सा बनाना चहते है । सब का आंखों में आसूं थे कृति ने aru के तरफ देखा मानो पूछ रही हो की उससे कुछ समझ नहीं आ रहा वो क्या बोले तो aru ने हां में सर हिला कर इशारा में कहा की उनको हां बोल दे तू उनकी बेटी बन जा । Aru और कृति एक दूसरे से इतने क्लोज थे की एक दूसरे की फीलिंग्स एक दूसरे की तकलीफ बिना बोले समझ जाते थे।कृति थोड़ा देर सोच में पाड़ गई और फिर वो रोते हुए हां में सर हिलायाई तो साक्षी जी उससे गले लगा कर रो पड़ी सब कृति की हां बोलने पर बोहुत खुश हुए सब थोड़ा शांत होने के बाद साक्षी जी कृति से पूछी की क्या कल वो फ्री है अगर वो फ्री है तो कल ही उससे मल्होत्रा परिवार की बेटी बना लेंगे कल ही उसे adopt कर लेंगे तो कृति ने हां में सर हिलाई सब बोहुत खुश थे।
अब रात के 2 बज गए थे इसलिए साक्षी जी ने सबको बोला की,, तो अब तय रहा की कृति कल मल्होत्रा परिवार की बेटी बनेगी हमारी बेटी बोलकर राजेश जी का हाथ पकड़ कर उन्हे देखी और कृति का माथा चूम ली सविता जी बोली,, ठीक है अब हम सब को सोना चाहिए बहुत रात हो गई है 2 बज गए है और सुबह उठ के बोहुत सारी तयारी भी करनी है और कल तो हमारी कृति का स्पेशल दिन है और उसकी माथा चूम ली तभी दोनो बहेने aki और aru दोनों झूठ मूठ का कसने लगी सब उन्हें ऐसे जलते देख हास पड़े साक्षी जी ने उन्हे बुला कर दोनो को गले लगाया और माथा चूम लिया
फिर साक्षी जी ने बोली,, अच्छा ठीक है तुम सब जाओ और सो जाओ ठीक है बोलकर तीनों को सोने के लिए भेज दिया
To be continued,,
सुबह के 8 बजे
मंदिर में एक लड़की जो कृतिका थी वो arti की थल लिए राधा कृष्ण जी की पूजा कर रही थी और arti गा रही थी उसकी मीठी आवाज सुन के सब के चेहरे खिले हुए थे arti खात्म होने के बाद सब arti और प्रसाद लेने लगे उसके बाद सब डाइनिंग टेबल पर बैठते है तो तो साक्षी जी राजेश जी से बोली_ आज तो बहुत खुशी का दिन है मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा की आज से कृतिका हमारी बेटी है सिर्फ और सिर्फ हमारी बेटी है
सब साक्षी जी को खुश देख कर बहुत खुश थे सब बातें करते हुए ब्रेकफर्स्ट कर रहे थे तभी दादा जी बोले_ अच्छा राजेश बेटा आप सब कब निकल रहे है
राजेश जी_ पापा जी बस आधे घंटे में
ब्रेकफर्स्ट के बाद साक्षी जी राजेश जी और कृतिका तीनों अडॉप्शन ऑफिस चले गए
अडॉप्शन ऑफिस..
राजेश जी साक्षी जी और कृतिका कार से बाहर आए और ऑफिस के अंदर गए तो साक्षी साक्षी जी बोली__प्रिया
एक महिला 60 साल के आस पास थी वो कुर्सी पर बैठे कुछ डॉक्यूमेंट्स पढ़ रही थी तभी उन्होंने उस आवाज की तरफ देखी तो उनकी आंखे चमक उठीं वो अपनी कुर्सी से उठी और साक्षी जी गले लगा लिया और बोली__ मैंने तुम्हे बहुत मिस किया। साक्षी जी बोली__ मैने भी। दोनो की आखों में आंसू थे । थोड़ी देर बाद प्रिया जी बोली__ अंकल ने कॉल कर के मुझे बताया तुम कृतिका को एडॉप्ट करना चाहती हो।
साक्षी जी बोली__ हां मैं और राजेश जी कृति को एडॉप्ट करना चाहते है वैसे भी तुम तो जानती हो..ये बोलकर वो चुप हो गई फिर थोड़ी देर बाद बोली__ वैसे भी हमारा कंपनी संभालने के लिए भी तो कोई होना चाहिए न इसलिए हमने तय किया है की हम कृति को अपनी बेटी बनाएंगे और हमारी जितनी भी कंपनी प्रॉपर्टीज होंगी वो सब हम कृति के नाम करना चाहते है। ये बोले उन्होंने कृति की सार पर हाथ रख दिए
ये सुन कर कृतिका की आंखे हैरानी से फेल गई और वो तुरंत अपनी सार न में हिलाते हुए बोली__ मुझे ये सब नही चाहिए मुझे बास आप दोनो और आपका प्यार चाहिए और कुछ नही चाहिए।
राजेश जी बोले__ पर बच्चा मैं सब आपके नाम करना चाहता हूं मेरे बाद आपको ही तो कंपनी संभालना है।
कृतिका__पर
साक्षी जी__ पर कर कुछ नही ये सब हम बाद में बात करेंगे पहले पेपर साइन कर ले
कृतिका मुस्कुराते हुए अपना सर हिला देती है।
एडॉप्शन पेपर बने के बाद सब बहुत खुश थे। तीनों घर पोहंचे और घर के अंदर आ रहे थे पर दादी ने उन्हें रोकते हुए कहा__वही रुको। बोलकर वो आरती का थाल लिए उनके पास आई और उनकी आरती उतारती है फिर सब अंदर आते है aru, aki , akansha तीनों दौड़ कर कृतिका के पास जा कर उसे गले लगा लेते है सब बहुत खुश थे।
सब अपने अपने काम में लग गए और धीरे धीरे साम होने लगी। इंगेजमेंट के लिए बस आज दिन बचा था बचा था। और आधी तयारी हो चुकी थी बस कुछ काम बाकी था।
कृतिका और aru अपने दोस्तों को इन्वाइट करने उनके घर गए हुए थे।
सब लिविंग एरिया में बैठे हुए थे हंसी मजाक कर रहे थे पर तभी किसी ने घूरते हुए चलाया ये आवाज सुन के सब उस तरफ देखने लगे। अगस्त्य जी, विनायक जी, राजेश जी, अर्जुन जी, की तो हवा टाइट हो गई चारों ने एक दूसरे को देखते हुए इशारों में पूछा__ राजेश जी_इसे क्या हुआ ये इतने गुस्से में क्यों है इन्विटेशन भेजा था न इसे__ अगस्त्य जी__ भेजा तो था पर मुझे क्या पता इसे क्या हुआ है__अर्जुन जी__ इन्हे देख कर लग रहा है आज ये हम लोग को छोड़ने वाले नही है__विनायक जी__अरे इसने हमें एयरपोर्ट बुलाया था भूल गए क्या।
तभी फिर से आवाज आई__तुम लोगों की इतनी हिम्मत की तुम लोग मुझे एयरपोर्ट लेने भी नही आए यह तक की तुम्हे पता था कि मैं 6 महीने से इटली में हूं और तुम लोगों ने नहीं मुझे कॉल किया और नही मैसेजेस।
ये बोल कर वो अंदर आने लगे ये है कबीर खुराना__ ये इन चारों के सबसे अच्छे दोस्त है ये खुराना कंपनी के सीईओ है और इनकी पत्नी का नाम अदिति खुराना है ये हाउस वाइफ है इनके दो बेटे है
बड़े बेटे का नाम aahir khurana और छोटे बेटे का नाम क्रिश खुराना।
कबीर जी आगे आ के जतिन जी और सीमा जी के पैर छुए और बोले__ नमस्ते अंकल आंटी आप सब कैसे हैं ।
जतिन जी__हम सब ठीक है बेटा तुम कैसे हो और आने में कोई तकलीफ तो नही हुई।
कबीर जी__ नहीं नहीं अंकल कोई परेशानी नहीं हुई।
कबीर जी ने चारों को घूर कर देखा तभी अगस्त्य जी उनके पास आए और उन्हे गले लगा कर बोले__ यार कबीर तुम आ गए अच्छा हुआ तुम आ गए हमने तो सोचा था तुम आओगे ही नहीं। राजेश जी बोले__ हां कबीर हम पांचों मिल कर खूब एंजॉय करेंगे। कबीर जी अगस्त्य जी से दूर जाते हुए बोले__अच्छा ऐसा क्या पर मुझे तुमलोगों से बात नही करनी। ये बोल कर वो मुंह फुला लिए और जतिन जी के पास जा कर बैठ गए। घर के सभी लोग ये देख कर हंस दिए ।
और तभी सीमा जी बोली__ कबीर बेटा तुम्हारे दोनो बेटे कहा है वो आए नही क्या।
कबीर जी बोले__ आंटी aahir तो वो बस अपनी काम में लगा रहता है किसी रोबोट की तरह और वो मेंशन में होगा आप जानती है उसे किसी से भी जादा बात करना पसंद नहीं है और वो पहले से भी बहुत खतरनाक हो गया है उसका गुस्सा उफ्फ मुझे तो उसे बहुत डर लगने लगा है और रही बात क्रिश की तो वो आता ही होगा आपका पोता बहुत शरारती हो गया है।
अदिति जी जो सविता जी के पास बैठी थी वो उन्हें घूरते हुए बोली__ आप मेरे बच्चों को कुछ नही बोल सकते सुना अपने।
कबीर जी ये देख कर अपना मुंह बना लेते है। सब ये देख कर हंस देते है।
दूसरी तरफ,
Aru और कृतिका वापस घर लौट रहे थे तभी कृतिका ने रोड के दूसरे साइड पर एक पानी पूरी की स्टॉल देखी और बोली__ गाड़ी रोको गाड़ी रोको। कृतिका के ऐसे चिलाने पर aru और ड्राइवर डर गए और बोले__ कृति क्या हुआ
तभी कृतिका उछलते हुए बोली__ aru वो देख पानी पूरी। Aru और ड्राइवर ने पहले एक दूसरे को देखा फिर फिर कृतिका को घूर के देखा जिसे कृतिका मासूम सा चेहरा बना कर बोली__ मुझे ऐसे क्यों देख रहे हो। दोनो ने कुछ नहीं बोला और अभी भी कृतिका को घूरे जा रहे थे तो कृतिका फिर से aru का हाथ पकड़ कर बोली__ aru चल ना पानी पूरी खा के आते है वैसे भी बहुत दिन हो गए है पानी पूरी खाए हुए। Aru ने अपना सर हिला दिया और कृतिका गाड़ी से निकल गई। कृतिका को खट्टी चीज बहुत पसंद थी लिए वो जब कही भी पानी पूरी की स्टॉल देखती वो खुश हो जाती।
Aru जब तक निकल गई तब तक कृतिका बीच सड़क पर पोंछ गई थी। तभी एक कार तेजी से आ रही थी कृतिका का उस पर कोई ध्यान नही था aru ने जब देखा कि एक कार तेजी से से आ रहा है तो वो जोर से चिला कर बोली__ कृति वहां से हटो। कृतिका ने जब aru की आवाज सुनी और उस तरफ देखी जिधर से कार आ रही है तो उसकी आँखें फैल गई। तेजी आती हुई वो कार अब तक कृतिका के पास पोहंच चुकी थी पर तभी किसी लड़के ने कृतिका के खींच कर वहां से साइड किया।
कृतिका इस वक्त डरी हुई थी और इस वक्त उसकी आंखों से आंसू बह रहे थे तभी aru भी वहा पर आ गई कृति जब वो होश में आई तो उसे महसूस हुआ की वो किसी के बाहों में है वो जैसे ही उसे दूर होने को हुई पर उस लड़के ने उसे काश कर उसके कमर को पकड़ हुआ था जिसे वो दूर नहीं जा पाई। कृतिका की नजर जब इस लड़के के चेहरे पर पड़ी तो वो उसे देखते रह गई और वो कही खो सी गई वो लड़का भी उसकी आंखों में देखते हुए कही खो गया। पता नही कृतिका को उसकी बाहों में बहुत सुकून सा लग रहा था उसे सेफ फील हो रह था तभी aru उसे बोली__ kriti तुम ठीक हो न।
तभी कृतिका और उस लड़के को होश आया और दोनो अलग हुए कृतिका ने उसे देखते हुए कहा__ थैंक यू सो मच मेरी जान बचाने के लिए। ये बोलकर वो स्माइल की फिर वहां से जाने लगी वो लड़का वहीं खड़ा रहा और उसे जाते हुए देखते रहा। गाड़ी में बैठने के बाद गाड़ी वहां से चला गया।
वो लड़का उस तरफ देख रहा था जिस तरफ से कृतिका की कार गई हुई थी। तभी उसके पीछे से किसी की आवाज आई__वो चली गई
ये सुनते ही उसका चेहरा कठोर हो गया और उसने अब पलट कर पीछे देखा तो उसके पीछे उसका भाई खड़ा था जो दांत दिखाते हुए उसे ही देख रहा था। उस लड़के ने घूर कर अपने भाई को देखा फिर जा कर अपनी कार में बैठ गया। उसका भाई भी उसके पीछे पीछे गया और उसके साथ ही बैठ गया तो उसका बड़ा भाई उसे घुर कर अपनी आईब्रो उठाते हुए बोले__तुम यह मेरी कार में क्या कर रहे हो।
उसकी ऐसे नजर देख के उसका छोटा भाई थोड़ा डर गया और झूठी हंसी हंसते हुए बोला__ haha haha आहिर भाई वो क्या है न मेरी कार खारप हो गई है इसलिए में यहां आपके कार में आ गया क्या आप मुझे राय मेंशन छोड़ देंगे। बोलकर चुप हो गया और उसे ही देख रहा था।
कृतिका को बचाने वाला और कोई नही आहिर खुराना ही था हमारी कहानी के हीरो दिखने में आहिर बहुत हैंडसम मस्कुलर जैसे बॉडी 6 पैक्स abs उसे और भी हैंडसम बना रहे थे। उसकी उमर 28 है आहिर ने अपनी पढ़ाई लंदन में की थी और उसकी अपनी कंपनी थी जिसका नाम उसने AK company रखा था उसकी कंपनी पूरे एशिया में फैली हुई थी वो बिजनेस की दुनिया में एक राजा था जिसके आगे बड़े बड़े लोग झुक जाते है आहिर एशिया का सबसे पावरफुल बिजनेसमैन था और खतरनाक भी।
क्रिश खुराना दिखने में वो भी अपने भाई जैसे हैंडसम और चार्मिंग है इनकी उम्र 24 साल है ये बहुत शरारती है जितना ये शरारती है उतना स्मार्ट भी ये अपने सपने सिंगर बनने की सपने को पूरा करने में लगे है।
तभी आहिर बोला__ अभी के अभी मेरे कार से बाहर निकलो।__क्रिश अभी भी वैसे का वैसे बैठे हुए था और उसे ही देख रहा था आहिर को अब घुसा आने लगा था इसलिए उसने घूरते हुए कहा__ मैने कहा मेरे कार से बाहर निकलो। क्रिश उसके ऐसे बोलने से डर गया और तुरंत निकलते हुए कहा__ भाई ये आप अच्छा नहीं कर रहे अपने छोटे भाई के साथ ऐसा कोई करता है क्या मैं कैसे जाऊंगा देख लेना आप जब वो लड़की मिलेगी मैं उसे आपकी कंप्लेन करूंगा बोलकर वो रोनी सी सूरत बना दिए और कैब बुक कर वहा से चला गया पर aahir को कोई फरक नही पड़ा और वो भी वहा से चला गया।
दूसरी तरफ,
8 बज चुकी थी,
पर aru और कृतिका अब तक घर नहीं आए थे जिस वजह से साक्षी जी परेशान हो रही थी उनकी परेशानी उनकी चेहरे पर साफ साफ दिखाई दे रही थी। सीमा जी ने साक्षी जी को शांत करते हुए बोली__ अरे साक्षी बेटा तुम क्यों परेशान हो रही हो वो लोग आ जायेंगे बस कही मस्ती वस्ती कर रहे होंगे। साक्षी जी बेचनी से बोली__ मां वो मुझे बहुत बेचनी हो रही है। राजेश जी बोले__ साक्षी तुम परेशान मात हो मैंने कॉल कर दिया है वो लोग बस पोहंच रहे है।
सीमा जी ने काबीर जी और अदिति जी को कृतिका के बारे में सब बता दिया था। और वो लोग भी कृतिका से मिलने के लिए बहुत बेसब्री से उसका इंतजार कर रहे थे उसे मिलने के लिए। तभी बाहर कर रुकी और aru और कृतिका अंदर आ रहे थे कृतिका को देख कर साक्षी जी उसके पास गई और उस गले लगा कर बोली__ कृति तुम ठीक हो न ।
कृतिका की आंखे हैरानी से फेल गई उसने मन में सोचा__ ये aru की बच्ची ने घर में बता दिया क्या..मैं तो गई_ये सोच कर उनसे रोनी सी सूरत बना ली।
फिर साक्षी जी से बोली__ हां मां मैं ठीक हूं। ये बोलकर उसने साक्षी जी को देखने लगी। साक्षी जी कृतिका और aru तीनों सबके पास आ गए। तो सब उनकी तरफ देख रहे थे कृतिका ने कबीर और अदिति जी के तरफ देख कर साक्षी जी के तरफ देखी तो साक्षी जी समझ गई और उसे बताने लगी__ कृति बेटा इनसे मिलो ये तुम्हारे पापा के सबसे अच्छे दोस्त कबीर जी है और उनकी पत्नी अदिति जी है।
कृतिका उनके पास जा कर उनके पैर छुए जिसे अदिति जी के चेहरे पर चमक आ गई और वो कृतिका को अपने पास बैठा के उसे बातें करने लगी।
।।।।।।।।
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