कर्ण बिना ऋतु को देखे उसे इग्नोर करके उसके पास से होते हुए आगे निकल जाता हैं ।ओर वहां से अपना हेलमेट उठा कर बाइक की तरफ बढ़ जाता हैं ।
ऋतु पीछे मुड़कर देखती है पर कर्ण बिना पीछे मुड़े अपनी बुलेट बाइक पर बैठ कर जल्दी मे निकल जाता है।राधिका भी ये सब देखकर हैरान रह गई वो मन मे सोचती है की ये क्या हुआ अभी अभी ?अभी कुछ टाइम पहले तो बार बार गेट की तरफ देखे जा रहा था और अब क्या हुआ इसको , भगवान जाने क्या होगा इसका । ऋतु को कुछ समझ ही नही आया कि ये क्या और क्यों हुआ वो अब पल वही खड़ी रही फिर खुद को संभालती हुई आगे बढ़ गई ।
राधिका ऋतु के पास आकर हेलो करके हाथ आगे बढ़ाते हुए कहती है "हाय आईएम राधिका "ऋतु राधिका से हेलो बोलते हुए अपना इंट्रो देती है और बच्चो को क्लास के लिए आवाज लगाती है
पीछे 2 महीने से यही चल रहा है ।आज 5 दिन हो गए ऋतु को आए आखिर क्या हुआ होगा पता नहीं तबियत बिगड़ी है या कोई और बात है कर्ण अपने मन में सोचते हुए एक ही एक्सरसाइज को बार बार रिपीट कर रहा है , किससे पूछूं और कैसे पूछूं समझ ही नहीं रहा है माया दीदीसे पूछकर देखू ! नही कुछ गलत समझ लिया तो ,कॉल भी भी कर सकता "क्या होगा कर्ण तेरा "सर पर हाथ मारते हुए जोर से कहा तो सारे बच्चे घूरने लगे। एक दम से हड़बड़ा कर बच्चो को देखते हुए पूछा "क्या हुआ क्या देख रहे हो नेक्स्ट एक्सरसाइज पर ध्यान दो " कर्ण ने बॉडी मूव करते हुए कहा
अच्छा ये बताओ पढ़ाई कैसी चल रही है कोई प्रोब्लम तो नही मेरा मतलब है तुम्हारी टीचर नही आ रही कुछ दिनों से इसलिए "सारे बच्चे रुककर कर्ण को देखने लगे उनको भी पता था कि कर्ण भैया रोज उनकी टीजर को देखते हैं पर बात नही करते ," काव्या ने कहा हा उन्होंने 15 दिनों की छुट्टी ली है ना इसलिए। कर्ण थोड़ा चोक्कर दुःखी फील करते हुए 15 दिन आई मीन तुम लोगो की पढ़ाई का नुकसान होगा ना तो बच्चो ने कहा नही दीदी ने अच्छे से सब समझा रखा है और फिर वरुण भैया भी आते हैं रात को कुछ टाइम के लिए! तो कोई प्रोब्लम होती है तो वो हेल्प कर देते हैं
वरुण रावत राधिका का सीनियर है और राधिका को पसंद करता है और इसलिए ही उसके आश्रम में आना जाना शुरू किया एक वजह ये भी है की वरुण को राधिका पर कुछ शक है कि वो कुछ छुपा रही है राधिका जूनियर इंस्पेक्टर है पर वो कुछ ऐसी पॉवर रखती है की वरुण को डाउट होने लगता है कि राधिका को कैसे कुछ होने से पहले या सही टाइम पर पता लग जाता है और कसे वो इतने डिफिकल्ट केस को आसानी से सॉल्व कर लेती है कैसे उसके पास अपने आप सबूत आ जाते हैं । वरुण यू तो राधिका को पसंद करता है पर डर भी है की कही किसी गलत जगह न फसी हो या कोई गलत तरीका यूज करके बड़ा बनना चाहती हो ।
ऋतु अपनी बूआ की बेटी की शादी में जयपुर आ तो गई है पर दिल अभी भी आश्रम या यू कहे कर्ण के खयालों में ही है ऋतु आज एक हफ्ते बाद वापस जाते हुए बहुत एक्साइटिड है और जल्दी से जल्दी कर्ण को अपने प्यार का इजहार करना चाहती है इसलिए रात को पहुंचे ही अपने घर न जाकर श्रेया के घर चली गई ताकि कर्ण की बाते जो इतने दिनो से उसने किसी से भी की वो कर सकें और कुछ आइडिया ले सके कर्ण को परपोज करने का ।
Ohh really ' तो हमारी प्यारी सी गुड़िया को प्यार हो गया है और वो भी उस इंसान से जो की उसको नजर उठाकर देखता तक नहीं है वाह( कल्पिंग करते हुए)
ऋतु के सर पर हल्का सा मारकर झूठा गुस्सा दिखाते हुए "तुम्हे पता भी है तुम क्या कह रही हो और चलो मान लिया तुम्हे प्यार हुआ भी है तो जो इंसान तुम्हे घास तक नहीं डालता (हंसते हुए मुंह पर हाथ रखकर मुंह दबाते हुए कहा ) ऋतु ने बीच में ही गुस्सा दिखाते हुए एक मुक्का श्रेया की पीठ में मारते हुए जवाब दिया" मैं घास नही खाती
श्रेया हंसते हुए बोली मेरा मतलब है जो तुम्हारे सामने आते ही रास्ता बदल लेता है कभी बात तक नही की उसको परपोज वाह क्या बात है ! तुम्हे नही लगता कुछ ज्यादा हो रहा है । अरे यार पहले दोस्ती करो एक दुसरे को समझो जानो पहचानो कुछ टाइम साथ सपैंड करो तब प्यार के बारे में सोचो !ये नही की कोई अच्छा लगा और हो गया प्यार
हम्मम सही कह रही हो तो कल से मिशन फ्रेंडशिप शुरू "खुश होते हुए बेड पर गिरते हुए श्रेया को हाथ से पकड़ कर "चल सो जा मुझे सुबह पहले घर जाना है और फिर कॉलेज लेट हो जाऊंगी और देर की सोने में तो ।
उधर कर्ण को ऋतु का चहरा ही दिख रहा था मुस्कुराकर अपने बालों की लट को कान के पीछे करते हुऐ देखने का अहसास कर्ण के होठों पर मुस्कान ले आया । कर्ण बार बार यही सोच रहा था की एक हफ्ते मे उसका ये हाल है तो आने वाले दिनों में उसका क्या होगा अभी तो एक हफ्ता और है ऋतु को आने में असल में बच्चो ने सैतानी में कर्ण को 15 दिन का बोल दिया था जबकि ऋतु ने सिर्फ 7डेज की ही छुट्टी ली थी
कर्ण के फोन की रिंग बजी तब उसका ध्यान टूटा आर्या का नाम देखकर कर्ण ने जल्दी से फ़ोन रिसीव किया और कुछ मैसेज लेकर बिना कुछ बोले तैयार होने लगा ।
आर्या एक सिक्रेट एजेंट है और कर्ण को एक इंपोर्टेंट केस के लिए आने को बोलती है , सीक्रेट एजेंसी से कभी भी किसी भी समय बुलावा आ सकता है और उसे बिना कोई वजह दिए जाना होता है । कर्ण अपनी मां को ज़रूरी काम का बोलकर अपनी बाइक लेकर शहर से दूर बने एक एनसीसी कैंप की तरफ चल देता है ।
नेक्स्ट चैप्टर में आगे की स्टोरी पढ़ने के लिए लाइक कमेंट जरूर करें।
***बेहतर पढ़ाई का आनंद लेने के लिए नॉवेलटून को डाउनलोड करें!***
Comments