बर्थडे पार्टी

अब बस मुझे मेरा बर्थडे का इंतजार था।

ओर आखिर आज मेरा बर्थडे है :_

आज हम सभी जल्दी उठकर मंदिर है हमारे यहां जब भी कोई खास दिन होता हम सभी एक साथ मंदिर जाते और आज भी हम सभी एक साथ मंदिर गए। पापा ने गरीबों में खाना बंटवाया और छोटे बच्चों को नए कपड़े दिलवाले मै पहली बार ऐसा कुछ देख रही थी।मै बहुत खुश थी और मेरे लिए पूजा भी करवाई गई।

फिर हम अपने पुराने वाले घर गए जो बहुत बहुत छोटा था पापा ने बताया कि भाई के जन्म से पहले यह रहते थे ।

और फिर हम घर चले आए पापा ने सबको इनवाइट किया बर्थडे पार्टी के लिए और मैं और भाई मेरे लिए ड्रेस लेने के लिए गए

थोड़ी देर में शाम हो गई सारे मेहमान भी आना शुरू हो गए और मैं अपने कमरे में थी उसी वक्त निभाया आई और उसने मुझे कहा क्या करती तू अभी तक तैयार नहीं हुई बाहर तो मेहमान भी आना शुरू हो गए हैं और बातें कल ही तैयार नहीं हुई। निभाया बहुत सुंदर लग रही थी इसलिए मैंने उसकी तारीफ की और फिर मैं भी तैयार हो गई।

कुछ देर में भाई मुझे बुलाने आए भाई ने कहा क्या बात है मेरी बहन तो बहुत प्यारी लग रही है और साथ है निभाया को देखने लगे फिर हम तीनों साथ में नीचे आ गए मैंने सबको वेलकम किया और फिर हम डांस करने लगे मैं और भाई फिर मैं ने निभाया को हिंदी डांस करने के लिए बुला लिया हमने काफी मस्ती किया।

और अब केक कट करने का समय हो गया मैं के कट किया और सब ने मुझे गिफ्ट दिया ऐसे ही मस्ती में यह पार्टी खत्म हुई सब खाना खाकर अपने अपने घर चले गए और निभाया को भाई ने ड्रॉप किया।

रात हो गई थी तो मैं भी सोने चली गई सोते-सोते मुझे एक सपना आया मेरे साथ तीन कुछ लोग थे और मेरा बर्थडे सेलिब्रेट किया जा रहा था शायद मेरा बर्थडे और हम एक रेस्टोरेंट में थे हम काफी मस्ती कर रहे थे हंस रहे थे तभी मेरी आंखें खुल गई मैंने सोचा यह सपना है इसलिए मैंने इसको अनदेखा कर दिया अगले रात फिर मुझे एक सपना आया मैं और मेरे साथ बहुत सारे लोग हैं जिनके साथ में कहीं घूमने गई हूं ऐसे ही कुछ दिन मुझे सपने आ रहे थे।

और आप तो मुझे बहुत अजीब सा लग रहा था जैसे मुझे चक्कर आना कुछ-कुछ चीज दिखाना कुछ अजीब सा लग रहा था कहीं जाना कर एक्सीडेंट जैसे चीज मुझे याद आ रही थी इसलिए कुछ दिन में कॉलेज नहीं गई।

यह सब कुछ इसलिए मैं मामा के पास गई मैंने मामा को यह सब बताया मामा यह सुनकर चुपसी रह गई और मुझे कुछ बोले बिना बाहर चली गई और भाई को बताया यह सब तो भाई ने कहा ज्यादा सोचो मत मामा लिए तो हम बात करते हैं।

मैं भी ज्यादा ना सोच कर कॉलेज चली गई और वहां मैं निभाया को बताया उसने कहा चल छोड़ना यह सब हम घूमने चलते हैं और मुझे तुझसे एक बात करनी है इसलिए हम मॉल में आ गए जहां निभाया ने बताया कि भाई ने उसे प्रपोज किया था और वो दोनों हो एक दूसरे से प्यार करते है इसलिए निभाया ने मना नहीं किया ।ये सुनकर मैं ज्यादा हैरान तो नहीं नहीं हुई क्योंकि मुझे पता था भाई निभाया को पसंद करते हैं फिर मैंने पूछा पर यह कब हुआ उसने कहा उसे दिन तेरे बर्थडे वाले दिन जब वह मुझे मेरे घर ड्राप करने आए थे तो यह जानकर मैं बहुत खुश हुई और हम खुश होते होते घूमने लगे तभी मुझे अचानक चक्कर आ गए और मुझे सब कुछ याद आने लगा सब कुछ याद आ गया कि मेरी फैमिली कौन है मैं कहां रहती हूं सब कुछ इसलिए मैं चुप्पी रागई

निभाया पूछने लगे क्या हुआ क्या हुआ मैंने उससे पूछा सच-सच बता क्या तुझे पता था कि मैं इस घर की बेटी नहीं हूं और मैं यहां कैसे और क्यों हूं मुझे सब कुछ बता मैं रोटी-रोटी पूछ रही थी।

क्या होगा अब आगे जाने के लिए इंतजार करें

🥲☺️

एपिसोड्स

डाउनलोड

क्या आपको यह कहानी पसंद है? ऐप डाउनलोड करें और अपनी पढ़ाई का इतिहास रखें।
डाउनलोड

बोनस

ऐप डाउनलोड करने वाले नए उपयोगकर्ताओं को 10 अध्याय मुफ्त में पढ़ने का अवसर मिलता है

प्राप्त करें
NovelToon
एक विभिन्न दुनिया में कदम रखो!
App Store और Google Play पर MangaToon APP डाउनलोड करें