कॉलेज का पहला दिन

हमने पीछे की अध्याय में पढ़ा कि अब कीर्ति कॉलेज जाने वाली है:

मैं खुश थी कि मैं आप कॉलेज जा सकती हूं पर दर्दी लग रहा था क्योंकि मुझे कुछ याद नहीं था कि मेरा कॉलेज कहां है मेरे फ्रेंड्स कौन है मैं क्या पढ़ती हूं कुछ भी याद नहीं था मुझे फिर मैं भाई के कमरे में गई भाई से पूछने के लिए भाई ने कहा तुम इतना सोचो मत कल सब कुछ पता चल ही जाएगा ना मैं थोड़ी बेफिक्र होकर सोने चली गई

अगली सुबह में मम्मी पापा को बाय बोलकर भाई के साथ कॉलेज के लिए निकल गई कुछ देर में हम कॉलेज पहुंच गए वह कॉलेज बहुत बड़ा था साथ में बहुत महंगा लग रहा था भाई मुझे अंदर लेकर आ गए हम कॉलेज के डायरेक्टर से मिले उन्होंने मुझे प्लस देते हुए कहा अब आप ठीक हो गए हो यह जानकर अच्छा लगा आप अपनी क्लास में जा सकते हो जो ऊपर के सेकंड फ्लोर पर है आप आर्ट्स स्टूडेंट हो तो आप सेकंड फ्लोर k314 रूम में चाहिए अभी आपके लेक्चर चल रहे होंगे तो मैं भाई से पूछा भाई क्या मेरी कोई फ्रेंड नहीं है भाई ने कहा नहीं तुम किसी से बात ही नहीं करती तो फ्रेंड कहां से बनेंगे मुझे जानकर अजीब तो लगा पर शायद ही सच था।

मैं अपनी क्लास में गई वहां टीचर ने मुझे प्लस दिया और स्टूडेंट ने भी मुझे बहुत खुशी हुई और जाकर एक लड़की के साइड में बैठ गई लेक्चर खत्म होने के बाद में कैंटीन गई थी मुझे वहां वही लड़की देखी मैं उसके पास जाकर बैठ गई मैंने उससे उसका नाम पूछा उसने बताया निभाया फिर ऐसे ही हम काफी सारे बातें करने लगे बातों ही बटन पता चला कि वह मेरे भाई की फैन है उसे मेरे भाई की कंपनी बहुत पसंद है वह मेरे भाई से मिलना चाहती थी मैंने कहा अभी तो मैं नहीं मिलवा सकती क्योंकि मुझे उनसे पूछना होगा निभाया ने कहा ठीक है पहले हम अच्छे दोस्त बन जाए फिर तुम सोचा ऐसे ही हम रोज साथ कैंटीन जाते हैं साथ बैठे और बहुत सारे बातें करते साथ पढ़ाई करते उसे मेरे लुक्स काफी पसंद थे पर रोज मुझे एंजॉय करवाती थी हम 1मंथ में ही काफी अच्छे फ्रेंड बन गए थे वह नेचर में बहुत अच्छी थी लोगों की मदद करना उसे बहुत ज्यादा ही पसंद था मैं रोज मुझे अपने साथ अनाथ आश्रम लेकर जाते थे उन बच्चों के साथ हम बहुत मस्ति करते थे उन्हें टॉयज चॉकलेट भी देकर आते थे मुझे पता चला की निभाया भी उनमें से ही है उसके मां-बाप उसे वहां छोड़ गए थे जब वह 2 साल की थी और अब वह उनके साथ ही रहती है।

मैंने जो निभाया को कहा था को कहा था उसे अब पूरा करना चाहिए मुझे ऐसा लगा इसलिए मैं रात के समय जब हम सब ने डिनर कर लिया मैं भाई के कमरे में गई मैंने कहा भाई मुझे आपसे कुछ बात करनी है भाई ने कहा हां बोलो मैं भाई को निभाया के बारे में बताया साथ ही कि वह उनसे मिलना चाहती है भाई मेरी बात मान गए कहां ठीक है फिर कल तुम कॉलेज के बाद मेरी कंपनी आ जाना।

अगले दिन मैंने निभाया को बताया कि भाई उससे मिलना चाहते हैं वह बहुत बहुत खुश हो गई और कहने लगी मैं ठीक तो लग रही हूं ना मैंने कहा तुम तो वैसे भी बहुत प्यारी हो और सच में मैं बहुत सुंदर दिखती थी कॉलेज के बाद हम कंपनी चले गए वहां जाने के बाद हम भाई के ऑफिस में गए जब भाई ने निभाया को दिखा तो उसे बहुत प्यार से देखते ही रह गए हैं हम अंदर आकर बैठे और बहुत सारे बातें करने लगे भाई हमारे लिए आइसक्रीम और बहुत सारे खाने की चीज भी मंगवा है एक अच्छा समय था जब हम तीनों के लिए फिर शाम भी हो गई थी तो भाई हमें छोड़ने चले गए भाई ने पहले निभाया को ड्रॉप किया फिर हम घर को आने लगे तभी भाई पूछे वैसे क्या हम कल भी मिलने वाले हैं मैंने कहा क्यों चल क्यों मिलना है भाई ने कहा नहीं कुछ खास नहीं मैं तो बस पूछ रहा था।

फिर भाई ने बताया कि वह निभाया को इससे पहले भी देख चुके हैं जब वह मुझे कॉलेज लेकर गए थे फर्स्ट डे तब उन्होंने निभाया को देखा थे । अब हम घर आ गए घर पहुंचे तो पता चला कि पापा फिर इंडिया से बाहर जाने वाले हैं मैंने पूछा क्यों पापा आप को आए हुए अभी 1इयर्स भी कंप्लीट नहीं हुए और हां जा रहे हैं भाई ने कहा पापा कुछ बोल रहे हैं क्या पापा ने कहा मैं क्या बोल रहा हूं भाई ने कहा तीन दिन बाद कीर्ति कहां बर्थडे है आप कैसे बोल सकते हैं पापा ने कहा हां सॉरी बेटा मैं बोला नहीं था मैं कह रहा था कि मैं नेक्स्ट मंथ जाऊंगा अभी नहीं मुझे जानकर अच्छा लगा कि मेरा बर्थडे आने वाला है तभी पापा और मामा साथ में बोले फिर तो पार्टी होगी कीर्ति ।🫂🤍

अगला अध्याय पढ़ने के लिए इंतजार करें:

क्या होगा आगे :

एपिसोड्स

डाउनलोड

क्या आपको यह कहानी पसंद है? ऐप डाउनलोड करें और अपनी पढ़ाई का इतिहास रखें।
डाउनलोड

बोनस

ऐप डाउनलोड करने वाले नए उपयोगकर्ताओं को 10 अध्याय मुफ्त में पढ़ने का अवसर मिलता है

प्राप्त करें
NovelToon
एक विभिन्न दुनिया में कदम रखो!
App Store और Google Play पर MangaToon APP डाउनलोड करें