शक्तिहीन आध्या

रिची : जब किसी को अगवा करना होता है तो रात को ही जाया जाता है !

अदिति : अगवा !

रिची : मुझे लगता है कि डैनियल कोई नई चाल चल रहा है और उसमें यहां की मासूम प्रजा को अपना गुलाम बनाया जा रहा है ।

अदिती : लेकिन कैसी चाल ?

रिची : वह मुझे पता होता तो शायद अब तक मैं आप लोगों को आगे कर चुका होता हमें चलकर देखना होगा कि यह लोग कर क्या रहे हैं ?

( तभी वह कुत्ते तो चले गए लेकिन एक हाथ रिची के कंधे पर आया रिची ने पीछे मुड़कर देखा तो एक भयानक कुत्ता अपने दोनों हाथ आगे कर उसकी और देख रहा था दरअसल ऐसा लग रहा था कि उस कुत्ते की आत्मा उससे छीन ली गई हो एक जिंदा लाश हो उस कुत्ते के नाखून बहुत बड़े लग रहे थे जो कि वहां पर कोई नहीं रखता था जब रिची ने उस कुत्ते की आंखों में देखा तो वह लगभग सारा मामला समझ गया क्योंकि उस कुत्ते की आंखें हरे रंग की थी और जहां तक लीची जानता था चाहे कुछ भी हो जाए । )

रिची : ( मन में ) किसी भी कुत्ते की आंखें हरे रंग के नहीं हो सकती ।

( उस कुत्ते ने अपने नाखूनों से रिची के दिल की तरफ वार कर लेकिन तभी आध्या ने रिची को अपनी और खींचते हुए कहा । )

आध्या : रिची कहां खो गए अभी वह तुम्हारे ऊपर वार कर देता ।

( उस कुत्ते के नाखून जाकर पेड़ में धस गए। मटिल्डा हैरानी से कुत्ते को देख रही थी तभी उसने कहा । )

मटिल्डा : इतना घातक वार अगर रिची को लग जाता तो क्या होता ?

अदिति : ऐसा कुछ नहीं होता तुम शांत हो जाओ !

( उस कुत्ते ने अपने नाखून निकलने की कोशिश की लेकिन हैरानी की बात थी कि उसकी वार इतना घातक था कि वह खुद ही अपने नाखून नहीं निकल पा रहा था तभी रुचि ने कहा। )

रिची : लगता है यह डेनियल के काले जादू के आसार में आया हुआ एक कुत्ता है ।

आध्या : मतलब इस तरह का जादू भी कर सकता है डैनियल ?

रिची : डैनियल के जादू की कोई सीमा नहीं है आध्या जी उसे काम मत समझिए ।

आध्या :  मैं समझ सकती हूं यह जादू कोई आसान जादू नहीं है इस जादू करना बहुत मुश्किल है यहां तक की मेरे लिए भी जादू को सिखाना बहुत मुश्किल था और इस कुत्ते को देखकर तो लग रहा है कि इसके ऊपर बहुत गहरा जादू हुआ है मतलब बहुत ज्यादा ताकतवर है डैनियल ।

मटिल्डा : अगर हमने अभी यह बातें की तो यह कुत्ते हमारी नजरों से दूर हो जाएंगे जल्दी चलो !

( मटिल्डा की बात मान सब लोग उन कुत्तों का पीछा करने लगे कुछ देर बाद वह लोग एक जगह पर पहुंचे जहां पर एक बड़ी सी मूर्ति बन रही थी जिसको देखकर पता नहीं लगाया जा सकता था कि वह मूर्ति किसकी है क्योंकि वह अभी-अभी बनी शुरू हुई थी माल्टा की प्रजा उस मूर्ति को बनाने में लगी हुई थी और वह कुत्ते जिनका पीछा करके सब लोग वहां तक पहुंचे थे उन कुत्तों ने कुछ लोगों को अपने साथ बंदी बना लिया तभी मटिल्डा ने पूछा। )

मटिल्डा : रिची जी अगर यहां पर इस वक्त काम हो रहा है तो क्या लोग दिन में आराम करते हैं ।

रिची : मटिल्डा जी आप क्या कह रही है आपको लगता है कोई दिन में आराम और रात को कम कर सकता है मुझे लगता है कि यह लोग दिन और रात एक कर यह मूर्ति बना रहे हैं क्योंकि इस वक्त मुझे यहां से गए हुए हैं ज्यादा दिन नहीं हुए हैं लेकिन इस मूर्ति को देखकर लग रहा है कम से कम 10 दिन तो लग ही होंगे ।

अदिति : मतलब यह लोग दिन रात इस मूर्ति के लिए काम कर रहे हैं

आध्या : आखिर किसकी है ये मूर्ति और इतनी शिद्दत से यह लोग क्यों बनना चाहते हैं ?

रिची : ये मूर्ति डैनियल की है !

( वही दूसरी तरफ एक भयानक भूरे रंग का कुत्ता जो की बहुत मोटा था उसके आंखों के नीचे काले धब्बे थे उसने कुछ शाही कपड़े पहन रखे थे वह एक कुर्सी पर बैठा था उसके आगे एक मेज़ थी ।जिसके ऊपर एक कांच की गोल गेंद पड़ी थी उस कुत्ते ने अपने हाथों के जादू की मदद से उस गेंद में रिची, मटिल्डा ,अदिति और आध्या को देखा और कहा । )

कुत्ता : राजकुमार! रिची !तो तुम आ गए स्वागत है तुम्हारा इस माल्टा में लेकिन इस बार तुम्हारा स्वागत तुम्हारी मौत के साथ होगा !

( दरअसल वह कुत्ता और कोई नहीं डैनियल था। डैनियल देखने में बहुत भयानक था। तभी डैनियल ने अपने दाहिने हाथ की एक उंगली उस गोले की ओर की और कुछ प्राचीन मंत्र पढ़ने लगा। मंत्र खत्म होने के बाद डैनियल ने अपनी आंखें खोली तभी उसकी उंगली में से एक काले रंग की रोशनी जाकर उस गोले में समा गई । वहीं दूसरी तरफ आध्या के दिल में कुछ दर्द होने लगा आध्या अपनी छाती पकड़कर वही नीचे जमीन की तरफ अपने घुटने के बल बैठ गई आध्या दर्द से तड़प रही थी लेकिन वह चिल्लाई नहीं क्योंकि वह जानती थी कि वह दुश्मन के इलाके में खड़ी थी और इस वक्त उसका चिल्लाना सबको मुसीबत में डाल सकता था तभी सबने आध्या की हालत पर गौर डालते हुए आध्या को एक गुफा में ले गए तभी गुफा में सबसे पहले अदिति ने आध्या को संभालते हुए कहा । )

अदिति : ( घबराते हुए ) आध्या जी अपने आप को संभाली आपको क्या हुआ ?

मटिल्डा : ( घबराते हुए ) आप ठीक तो है ना मम्मी ?

रिची : ( घबराते हुए ) आपकी तबियत एकदम से इतनी खराब कैसे हो रही है ?

( आध्या ने अपना सर हां हिलाया तभी अदिति ने कहा । )

अदिति : आपको देखकर तो नहीं लग रहा।

( कुछ देर बाद आध्या के आंखों के बीच से काले रंग का खून निकलने लगा हैरानी की बात यह थी कि आध्या के सर पर ना ही कोई चोट आई थी और ना ही कोई ज़ख्म का निशान जैसे ही आध्या ने खून पर ध्यान दिया तभी आध्या ने कहा । )

आध्या : मेरा दर्द !मेरा दर्द कम हो गया !

अदिती : लेकिन यह काला खून यह किस चीज की निशानी है ?

रिची : आध्या जी आप ठीक तो है ना यह खून कैसा ?

आध्या : ( हैरानी से ) इस खून को देखकर तो लग रहा है कि...... !

मटिल्डा : की क्या मम्मी ? आप ठीक तो है ना !

आध्या : ( घबराते हुए ) मैं तो ठीक हूं लेकिन मेरी जादुई शक्तियां ठीक नहीं लग रही ।

अदिति : आप कहना क्या चाहती हैं आध्या जी ?

आध्या : ( दर्द में ) लगता है डैनियल को पता चल गया है कि हम लोग यहां आ चुके हैं उसने मेरे ऊपर कोई काला जादू किया है जिसकी वजह से मेरी सारी शक्ति चली गई है !

रिची : ऐसा नहीं हो सकता मैं ने वह सारे कैमरा मिटा दिए थे ।

अदिती : लेकिन डैनियल के पास जादुई शक्तियां है क्या पता उसने अपनी जादुई शक्तियों की मदद से हमें ढूंढ लिया हो !

मटिल्डा : अब तो हमारे लिए दिक्कत और भी बढ़ गई है हम किस तरह बचाएंगे माल्टा को ?

रिची : हमें कुछ ना कुछ तो सोच रही होगा लेकिन सबसे पहले हमें आध्या जी की शक्ति वापस लानी होगी ।

आध्या : ( दर्द में ) मेरी शक्तियां तो एक ही चीज से वापस आएंगी जब डैनियल अपना काला जादू मुझे हटाएगा या फिर डैनियल की मौत !

अदिति : मतलब हमें आपका जादू लाने के लिए डैनियल की मौत करनी होगी ?

आध्या : ( दर्द में ) हां लेकिन ये इतना सान नहीं होगा क्योंकि अदिति तुम्हारी शक्तियां भी जा चुकी है और मटिल्डा तुम भी जादू सीखने के बाद भी नहीं कर पाओगी ।

रिची , मटिल्डा , अदिति : क्या पर क्यों ?

मटिल्डा : ऐसा कैसे हो सकता है मैंने तो कुछ जादू सीखा ही नहीं ?

आध्या : ( दर्द में ) देखो तुम दोनों के जादू मेरे से जुड़े हुए थे इसलिए जब तक मेरे पास जादू रहेगा तब तक तुम दोनों के पास भी रहेगा जैसे ही मेरे पास से गया वैसे तुम दोनों के पास से भी चला जाएगा ।

अदिति : मतलब हमारे यहां आने को कोई फायदा ही नहीं हुआ रिची को फिर से अकेले ही लड़ना होगा बिना शक्तियों से वह भी काली शक्तियों वाले महा खतरनाक डैनियल के सामने ।

रिची : बिल्कुल नहीं अदिति जी आप ऐसा क्यों कह रही है मैं अकेला कहां हूं आप लोग मेरे साथ है ना बेशक आप लोगों के पास सकते नहीं है लेकिन ज्ञान वह तो है ना हम किसी भी तरह से डैनियल को हरा देंगे और जीत प्राप्त कर लेंगे ।

आध्या : ( दर्द में ) मेरे कुछ आविष्कारों में से कई अविष्कार है जो कि हमें लड़ने में मदद कर सकते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि वह डैनियल की जादुई शक्तियों के खिलाफ हमारे काम आ सकते हैं ।

मटिल्डा : अब जो भी है हमें हमला करना होगा और जीत हासिल करनी होगी सिर्फ माल्टा के लिए नहीं बल्कि आपके लिए ,अदिति के लिए, इस दुनिया के लिए ,इस प्यारी सी दुनिया के लिए जिसमें सिर्फ प्यार भरा है लालच नहीं हमें इस दुनिया में से बुराई को और लालच को मिटाना होगा चाहे कुछ भी हो जाए ।

( तभी रिची ने आपने मन में न जाने क्या सोचा और कहा । )

रिची : लेकिन मुझे लगता है अब आप लोगों को घर लोट जाना चाहिए ।

अदिति : रिची यह तुम क्या कह रहे हो ?

रिची : देखिए इस वक्त आप लोग मेरी वजह से मुसीबत में आ गए हैं ।

मटिल्डा : इतनी सी मुसीबत से हार मान लोगे क्या राजकुमार हो तुम माल्टा के राजकुमार तो इतनी आसानी से अपने देश को किसी और के हवाले कर दोगे ।

रिची : नहीं मैं आप लोगों को जाने के लिए कह रहा हूं मैं हार नहीं मारूंगा मैं डैनियल से लडूंगा ।

मटिल्डा : तो कैसे लड़ोगे तुम ?

रिची : सामने से वार करूंगा सीधा लडूंगा और अपनी काबिलियत से जीतूंगा भी ।

अदिति : इतनी आसान जीत होती तो शायद अब तक तुम जीत चुके होते हमारी मदद मांगने इतनी दूर ना आते।

मटिल्डा : वह भी इतनी खतरनाक रास्ते से को पार करके देखोरिची जी हम लोग यहां पर सिर्फ और सिर्फ तुम्हारे लिए आए हैं इस तरह हार मान लेने से कुछ नहीं होगा ।

अदिति : मटिल्डा बिल्कुल ठीक कह रही है तुम्हारे हार मान लेने से तो पूरा देश और मन लगा इस प्रजा के दिल में कुछ तो उम्मीद होगी कि उनका राजकुमार आएगा और उन्हें बचाएगा वह तुम इस तरह से अपनी प्रजा को हरने दोगे ?

रिची : बिल्कुल नहीं विश्वास को नहीं टूटने दूंगा लेकिन आप लोगों की जान को भी खतरे में नहीं डलने दे सकता मैं आप लोगों ने मेरे लिए इस माल्टा के लिए अपनी जान खतरे में डालने का सोचा मेरे लिए वही बहुत है आध्या जी की हालत देखिए इस वक्त वह अपने पैरों पर खड़ी भी नहीं हो पा रही है किसके लिए मेरे लिए नहीं मैं आप लोगों की जान अपने लिए खतरे में नहीं डाल सकता आखिरकार यहां का राजकुमार होने के नाते मेरा हक बनता है कि मैं हर एक ही रक्षा करूं ।

आध्या : ( दर्द में ) तो मेरा भी हक बनता है कि मैं हर उस इंसान की मदद करो जो की मुसीबत में हो क्योंकि मैं इस दुनिया की रक्षक हूं ।

अदिति : और मैंने आध्या जी से उनका जादू लिया है तो मैं उनके साथ हूं ।

मटिल्डा : शायद जिंदगी में पहली बार लेकिन आज मैं मम्मी के साथ हूं क्योंकि आज मुझे भी तुम्हारी मदद करनी है मैं तुम्हें अकेला नहीं छोड़ना चाहती रिची प्लीज हमें तुम्हारी मदद करने दो !

रिची : बिल्कुल भी नहीं मैं अपने चक्कर में आप लोगों की जान खतरे में नहीं डाल सकता आप लोग यहां से चली जाइए यह यहां के राजकुमार का हुक्म है मैं आप लोगों को यहां नहीं रुकने दे सकता ।

अदिति : दोस्त हुक्म नहीं देते और राजकुमार तो तुम यहां के हो हमारे नहीं हमारे लिए तो तुम हमारे दोस्त हो और अपने दोस्त की मदद करना तो हमारा फर्ज है ।

मटिल्डा : अदिति बिल्कुल ठीक कह रही है तुम हमारे दोस्त हो और दोस्त को मुसीबत में अकेला नहीं छोड़ा जाता दोस्तों वह होता है जो हर मुसीबत में डटकर आपके साथ खड़ा रहे चाहे जो भी हो जाए आपके साथ खड़ा है ।

अदिति : वरना हम एक सच्चे दोस्त कैसे हुए हम तो वही दोस्त है ना जब जरूरत पड़ी तब चले गए और जब पैसा आ गया तो आगए ।

आध्या : रिची तुमने सुन लिया ना हम लोग कहीं नहीं जा रहे हैं ।

रिची : ऐसा नहीं होगा आप लोग अभी के अभी यहां से जाएंगे ।

आध्या : ( दर्द में ) रिची अगर अब तुमने एक और शब्द आगे बोला तो मुझे बुरा कोई नहीं होगा ।

रिची : आप लोग खुद सोचिए कौन हूं मैं आप लोगों का आप लोग मेरे लिए अपनी जान खतरे में क्यों डाल रहे हैं ?

अदिति : बस अब बहुत हो गया अब तुम गुस्सा दिला रहे हो तुम हमें हमारे दोस्त का साथ निभाना से रोक रहे हो और वह मैं बर्दाश्त नहीं कर सकती ।

मटिल्डा : चाहे वह खुद दोस्ती क्यों ना तोड़ रहा हो हम निभा कर रहते हैं।

रिची : लेकिन आप लोग समझने की कोशिश कीजिए ।

( आध्या नीचे से खड़ी हुई और उसने रिची के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा। )

आध्या : रिची समझने की जरूरत हमें नहीं तुम्हें है मेरी बात मानो इस वक्त मुझे जहां तक लग रहा है कि डैनियल हमारे ऊपर नजर नहीं रख रहा क्योंकि उसे लगता है कि मेरे पास में सारी शक्तियां चली गई है अब हम तुम्हारे किसी काम के नहीं इसलिए हमें उस पर नजर रखनी होगी हमको उन लोगों के बारे मे जानना होगा जिनको वह सैनिक बंदी बनाकर ले जा रहे थे उनके साथ उन्होंने क्या किया हमें सबसे पहले यह जानना होगा ।

अदिती : लेकिन कैसे आध्या जी ?अगर हम उनका पीछा करेंगे तो पकड़े जाएंगे और महल में जाना तो और भी मुश्किल है इस वक्त तो हम अपने इंसानी रूप में भी आ चुके हैं ।

( दरअसल वह तीनों इस वक्त आपने इंसानी रूप में आ गए थे जब आध्या के माथे से वह काले रंग का खून निकला । दरअसल वे लोग कुत्ते भी तो आध्या के जादू की मदद से ही बने हुए थे । आध्या के जादू के जाते ही वह लोग कुत्ते भी नहीं रहे । )

मटिल्डा : अब क्या होगा कैसे लड़ेंगे हम डैनियल के खिलाफ ?

अदिति : आध्या जी क्या आपके पास कोई ऐसा अविष्कार है जिससे हम गायब हो जाए हम गायब होकर डैनियल पर नजर रख सकते हैं ?

आध्या : मेरे पास ऐसा अविष्कार है अदिति लेकिन हम उसका इस्तेमाल नहीं कर सकते ।

रिची : लेकिन क्यों इस आविष्कार की मदद से हम अपनी हारी हुई बाज़ी को जीत सकते हैं ?

आध्या : डैनियल के पास काली जादुई शक्तियां हैं वो बड़े आराम से हमे ढूंढ लेगा बेशक अगर हमे सैनिकों को बेवकूफ़ बनाना है तो हम उसे आविष्कार का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन डैनियल को हम उसे आविष्कार की मदद से बेवकूफ नहीं बना सकते तो अब हमें क्या करना है किस तरह से हम डैनियल तक पहुंचेंगे ?

अदिति : मेरे पास एक रास्ता है ।

रिची : जल्दी बोलो बताइए अदिति जी क्या रास्ता है ?

अब क्या होगा ?

क्या रस्ता है अदिति के पास ?

क्या अदिति का उपाय काम करेगा ?

क्या आध्या का जादू वापस आएगा ?

जानने के लिए पढ़िए " साथ में जादू साथ में जीत "

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