लत है तू | Lat Hai Tu | Author - Word'S Angel

लत है तू | Lat Hai Tu | Author - Word'S Angel

लत है तू

   रात का वक्त,,,,

         रघुवंशी निवास,,,

         

         रघुवंशी निवास,,घर इतना भी बड़ा नही था।बस एक मिडिल क्लास फैमिली का घर कैसा होता है बिल्कुल वैसा ही था।

         

           आज इस घर में खुशियों का माहौल था होता भी क्यों नही,इस वक्त वहा शादी होने वाला था। रघुवंशी फैमिली की बड़ी बेटी रूह उर्फ रुहानी रघुवंशी की शादी थी।

    रुहानी का रूम ,

    

       

            रुहानी इस वक्त, ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठी हुई थी।उसके चेहरे पर इस वक्त खुशी का नहीं सिर्फ डर का भाव था।और उसकी दोनो हाथ आपस में ही उलझे हुए थे।

            

        शादी की जोड़े में वह बेहद खूबसूरत लग रही थी।उसकी गोरा सा बदन उस लाइट पिंक कलर लहंगे में बेहद झज रहा था 

         तभी अचानक से वहा की लाइट्स ऑफ हो जाती है।तो रुहानी उठ कर इधर उधर देखने लगती है।उसे उस अंधेरों से डर लग रहा था।

         

    " काका,,,,,!! लाइट्स आने तक जेनरेटर जला दो। " बाहर, ऋषब रघुवंशी, जो रुहानी की पापा थे वह अपने एक रिश्तेदार को आवाज देते हुए कहते है।

  

  

     रूम में,रुहानी ऋषभ की आवाज सुन कर थोड़ा शांत हुई।वह अभी शांत हुई ही थी की तभी उसे वहां किसी की तेज तेज़ सांसे लेने की आवाज सुनने लगी तो रुहानी की आंखे हैरानी से बड़ी हो गई।वह फिर अपना मोबाइल डूंडने लगती है क्यों कि लाइट्स ऑफ थे और वह मोबाइल का टार्च ऑन करना चाहती थी।

    रूहानी बस अपना हाथ ही इधर उधर कर मोबाइल डूंड रही थी।की तभी उसका एक हाथ कोई कसके पकड़ लेता है।

      किसी का इस तरह हाथ पकड़ने से रुहानी हैरानी से मिरर में अपने पीछे खड़े हुए इंसान को देखने लगती है। चांद की हल्की सी रोशनी किड़की से हो कर उस रूम में पड़ रही थी।

      

      

      रुहानी के पीछे इस वक्त एक 28 साल का लड़का खड़ा था।और इस वक्त वह हद से ज्यादा हाफते हुए सांसे ले रहा था।उसके चेहरे से ले कर उसका पूरा शरीर इस वक्त पसीने से भीग चुका था।और वह हाफ रहा था।

      

      उसका पहने हुए व्हाइट शर्ट उसकी पसीने से भीग कर उसकी बदन में ही चिपका हुआ था।वह तेज़ तेज़ सांसे लेते हुए रुहानी को ऊपर से नीचे तक देख रहा था।और उसकी दोनो हाथ हल्के से कांप रहे थे।वह बहुत ही बेचैन सा लग रहा था।

      

     वह झट से रुहानी के करीब जा कर उसे पीछे से ही अपने बाहों में भर कर अपने आप से सटा कर ,एक ही झटके में दीवार को लगा देता है।

         "   अअह्ह्हह्ह ,रिहांश ! "

         

        उस लड़के का नाम रिहांश आर्यन था।जो इस वक्त रुहानी को दीवार को लगा कर पुश कर रहा था।वह पूरी तरह उससे चिपका हुआ था।और उसका एक हाथ रुहानी की हाथ में था जिसे वह दीवार को लगा कर दबा रहा था।

    और उसका दूसरा हाथ रूहानी को झकड़ कर पकड़ा लिया था।वह उसे ऐसे पकड़ा था जिससे रुहानी दीवार और उसके बीच में दब चुकी थी।

     उस रूम में उसीके तेज सांसे चलने की आवाज गूंज रही थी।और उसकी होंठ लगा दार रुहानी की चेहरे पर चलते हुए उसकी गर्दन तक हिल रही थी।उसकी जिस्म जो पसीने से भीगा था अब रूहानी से चिपकने से रुहानी भी उसकी पसीने में भीग रही थी।

     

     रिहांश,उसे इस वक्त बुरी तरह किस करते हुए अपने आप से सटा रहा था।उसकी बेचैन दिल उसे और कसके पकड़ कर किस करने का कर रहा था। 

     

   वही रुहानी उसकी इस मूव से बिल्कुल शॉक में आ गई थी।उसे कुछ भी रिएक्ट करने का मौका ही नही मिल रहा था।

     वही रिहांश,उसकी डोरी खोल कर अपना होंठ किसी प्यासे के तरह उसके बदन में घुमाने लगता है।उसका बर्ताव किसी जानवर से कम नहीं लग रहा था।

       " उम्म्मम्म,अअह्ह्ह्ह री,,,रिहा,,,,,रिहांश !!! "

       

       रिहांश की हरकत से रुहानी की मु से एक शब्द भी नहीं निकल रही थी।वही रिहांश उसकी पीठ पर हाथ फेरते हुए अब उसके चेहरे पर किस करने लगा था।

       

     " रिहांश छोड़ो मुझे ,,,यह क्या बदतमीजी है। " रुहानी उसे खुद से दूर करने की ना काम कोशिश करते हुए कहती है।लेकिन रिहांश तो कही होश में ही नही लग रहा था।

     

    वह बिना रुके अपनी बढ़ी हुई तेज़ सांसों को उसे चूमते हुए नॉर्मल कर रहा था।बेचैनी से उसकी जो हालात खराब थी वह रूहानी की मिलते ही चैन की सांसे ले रही थी।

     रिहांश,फिर रुहानी को झट से अपने तरफ कर उसे और दीवार के तरफ पुश करते हुए उसके गर्दन में अपना चेहरा छुपा कर किस करने लगता है।

         रूहानी का एक हाथ अभी भी रिहांश के हाथ में फसी हुई थी जिसे वह अभी भी दीवार को लगा कर दबा रहा था।

       रूहानी बस एक हाथ से ही उसे अपने आप से दूर कर रही थी।उसका पूरा शरीर उससे इस तरह चिपका हुआ था जैसे कोई उन्हें गोंद से चिपका दिया हो।

       

       

       रुहानी की आंखों में आसूं भर गए थे।अंधेरे में उसके साथ क्या हो रहा था उसे समझ नही आ रहा था।रिहांश जैसे जैसे उसे किस कर रहा था वैसे वैसे शांत भी हो रहा था।

       

    वही रुहानी रोते हुए उसे खुद से अलग करने की ना काम कोशिश करते हुए कहती है,

      " रिहांश छोड़दो,,मुझे अअह्ह्ह्ह!!! "

       रुहानी कुछ कहती उससे पहले ही रिहांश उसके होंठो को अपने दांतों की बीच में दबा कर उसे चूसने लगता है।उसका हाथ बेहद हार्षली उसके बदन में चल रही थी।जिससे रूहानी की तेज सांसे निकलने लगी थी।

   

        वही रिहांश उसके होंठो को छोड़ कर बिना रुके उसके चेहरे पर किस करने लगता है।उसकी किस में कोई प्यार नजर नहीं आ रहा था।

         वह किसी भूखे शेर की तरह उसके ऊपर झपट्टा मार चुका था। रुहानी की धड़कने तेज हो गई थी। रिहांश उसे बेतहाश चूमते हुए अपने आपको शांत कर रहा था।

         

    वह एक बार फिर उसके होंठो पर अपना होंठ रख कर इधर से उधर चलाते हुए उससे कहता है,

    " प्यार होता तो छोड़ देता रूह,तुम लत हो नही छोड़ सकता। "

    

   रिहांश इतना बोल कर उसकी होंठो को फिर से अपने मु में भर कर बुरी तरह किस करने लगता है।

    "   दीदू,,,, रूह दीदू,,,,,,!!! " अचानक से वह दो लड़कियों की एक साथ आवाज आई तो रुहानी हैरानी से डोर के तरफ देखने लगती है।तभी वह लाइट्स ऑन हो जाते है।

    

     वह दोनो लड़किया रूहानी की छोटी बहने थे। उनमें से एक लड़की जिसका नाम था नित्या,वह आगे आ कर रुहानी को ऊपर से नीचे तक देखते हुए कहती है,

         " दिदू,,,,आप इतना कांप क्यों रही है और आपका पूरा बदन पसीना पसीना क्यों हुआ है। "

     नित्या,की बात सुन कर रूहानी खुद को देखती है।वह पूरी तरह से पसीने से लथपथ हुई थी।और वह जोर जोर से सांसें भी ले रही थी।

     

   " दिदू,,,आप इधर आइए !!! " रूहानी की दूसरी बहन विधि, रुहानी को मिरर के सामने खड़े कर उसकी डोरी बांधने लगती है।

       वही रूहानी अपना माथे पर हाथ रख कर आस पास देखते हुए गहरी सांसे लेने लगती है।

    नीचे हाल में ,,,,

     हाल में ही इस वक्त मंडप को सजाया गया था।और मंडप में इस वक्त एक 25 साल का लड़का बैठा हुआ था।जो दुलहे की जोड़े में था।वह अपने सामने बैठे हुए पंडित की बात सुनते हुए शादी की रस्में निभा रहा था।

     

     तभी पंडित,वही खड़े हुए रुहानी की पापा, ऋषब रघुवंशी को देख कहता है,

     " कन्या को बुलाइए। "

      पंडित की बात सुन कर ऋषभ हा में सर हिला कर,अपनी पत्नी प्रीति को कहता है,

       " प्रीति जी,,जा कर रूह को बुला लाओ।"

       

      प्रीति रुहानी को बुलाने जैसे ही जाने लगी की तभी रुहानी नित्या और विधि के साथ आते हुए नजर आई।

   

    वही नित्या,दूल्हे को देखते हुए रुहानी से कहती है,

        "दिदू,,विशाल जीजू तो आपसे भी ज्यादा सुंदर लग रहे है !!! "

     विशाल,, उस मंडप में बैठे हुए लड़के का नाम था।जो एक डॉक्टर था।रूहानी के साथ ही उसका डॉक्टर कोर्स कंप्लीट हुआ था।

     

  

        वही रुहानी जो अब गुंगट में थी।उसकी चेहरे पर अजीब सा डर का भाव अभी भी था।ऐसा नहीं था की वह इस शादी से खुश नहीं है।शादी उसकी मर्जी से ही हो रही थी।

      रूहानी की दोनो हाथ आपस में ही उलझ गए थे।वह थोड़ा टेंशन में थी।तभी विधि उससे कहती है,

      " दिदू,,,आप इतना नर्वस क्यों हो रही है ? वैसे भी शादी के बाद ही सुहागरात होगा आप पहले ही नर्वस कैसे हो सकते है ,,,!! "

      

   विधि इतना बोल के हंसने लगी तो रुहानी उसे ही आंखे छोटी कर घूरने लगती है।

   

      फिर रुहानी, बिना कुछ कहे एक नजर मैन डोर की तरफ देख के जा कर विशाल की बगल में बैठने लगी।वह अभी बैठ ही रही थी की तभी वह गन शूट होने की आवाज सुनने लगी।

      

    गन की आवाज सुन कर सबकी नज़र अब बाहर की तरफ गई थी।वही रुहानी की चेहरे का रंग उड़ गया था।

      ऋषभ और प्रीति भी मैन डोर के तरफ हैरानी से देखने लगे थे।

      

          सामने इस वक्त 28 साल का रिहांश आर्यन खड़ा था।रिहांश इस वक्त बुरी तरह हाफ रहा था।उसकी सांसे एक दम से तेज हो गई थी।और उसकी गहरी काली आंखे इस वक्त लाल रंगत में बदल गई थी।और उसकी नजर गुंगट में ही खड़ी हुई रुहानी के ऊपर था।

          

          

      रिहांश की दोनो हाथ हल्के से कांप रहे थे।वह पूरी तरह पसीने से इस वक्त भीगा हुआ था।उसे देख ऐसा लग रहा था की वह बिलकुल शांत नही है लेकिन फिर भी खुद को वह मुश्किल से खड़ा किया था।

     रिहांश को देख रुहानी को डर लग रहा था।उसकी दोनो हाथ उसकी लहंगे में ही कस गई थी।

     

        वही रिहांश की चेहरे पर रुहानी को देख अजीब सा भाव आ गया था।उसकी होंठ पर बार बार उसकी जिब चल रही थी।धीरे धीरे उसके चेहरे पर उस लड़की को देख कर नशा चढ़ रहा था।उसकी एक कांपती हाथ में गन था जिसे वह गोल गोल घुमा रहा था।और उसका दूसरा हाथ उसकी गर्दन में था जिसे वह बूरी तरफ मसलते हुए खड़ा था।

      

   वही रुहानी अपना गुंगट हटा कर डरते हुए उसी को देखने लगती है।

       वही ,विशाल भी उठ कर रिहांश को ही देख रहा था।वह थोड़ा झुक कर रुहानी की कान में बोला,

         " यह कोन है ? "

   विशाल को रुहानी की इतना करीब झुकता देख रिहांश का चेहरा गुस्से से भर गया,गुस्से से उसकी माथे पे नसे उभर आए थे।वह बिना देरी किए ही रुहानी के तरफ बढ़ने लगा तो ऋषभ उसके सामने खड़े हो कर उससे कहता है,

      " कोन हो तुम ? इस तरह आ कर तमाशा क्यों कर रहे हो ? "

      

        रिहांश का कंट्रोल अपने ऊपर लॉस हो रहा था।उसे अपनी तेज चल रही सांसों को नॉर्मल करना था।उसकी बेचैन दिल को रुहानी को गले लग कर शांत करना था।रिहांश गुस्से से ऋषभ की माथे पर गन तान कर बेहद गुस्से से चिल्लाता है,

        " Come to me रूह !!! "

        

   रिहांश का जो हाल था वह देख सारे लोग डर गए थे।वही ऋषभ अपने जगह में ही जम गया था।रिहांश को इस तरह अपने पापा के माथे पर गन थाना हुआ देख कर रुहानी,की सांसे ही अटक गई थी।

    वही रिहांश की बॉडीगार्ड्स घर में घुस कर सब जगह फेल गए थे।

    

   "   पापा ,,,,!!! "

   

   

   रुहानी बिना देर किए ही भाग कर ऋषभ के पास जाती उससे पहले ही रिहांश उसे एक ही झटके में अपने तरफ खींच कर अपने मजबूत बाहों में भर लेता है।

   

        वही रिहांश को इस तरह रूहानी को अपने तरफ खिंचता देख ऋषभ जैसे ही रुहानी की तरफ बढ़ता उससे पहले ही रिहांश का बॉडीगार्ड आ कर ऋषभ को रिहांश और रूहानी से दूर हटा कर खड़ा कर देता है।

        

      वही रिहांश कसके रुहानी को अपने आप से सटा कर उसके गर्दन में चेहरा छुपा कर उसे किस करने लगा था।उसके एक हाथ रुहानी की पीठ पर बेहद रफली चल रही थी।

       रुहानी रोते हुए उससे अलग होने की कोशिश कर रही थी।लेकिन वह अलग नही हो पा रही थी।

   " कोन हो तुम ? छोड़ो मेरी बेटी को ? " ऋषभ गुस्से से चिल्लाते हुए कहता है।वह चाह कर भी रूहानी की पास बढ़ नही पा रहा था।

     वही प्रीति,विधि ,नित्या रोते हुए रिहांश को रुहानी को छोड़ने के लिए कह रहे थे।लेकिन रिहांश तो होश में ही नही था।उसे इस वक्त अपने बेचैन दिल को रूहानी को गले लग कर जी भर कर चूमते हुए शांत करवाना था।

     

     उसकी तेज चलती सांसों को सिर्फ रुहानी ही शांत कर सकती थी।सारे मेहमान और विशाल की फैमिली बस खड़े खड़े रिहांश और रुहानी को देख रहे थे। क्यों की उन सब की तरफ भी रिहांश के बॉडीगार्ड्स ने गन प्वाइंट किया था।

     

     वही रिहांश,किसी भूखे शेर की तरह रुहानी को चूमे जा रहा था।सब लोग उन्हें ही देख रहे थे।

     

       बहुत सारे लोग होते हुए भी वहा सन्नाटा फसारा हुआ था।अगर वह कोई शोर था तो वह सिर्फ रिहांश की तेज़ चल रही सांसे और उसकी किस की आवाज।

    

   

     रिहांश कभी रूहानी की लेफ्ट साइड गर्दन में चेहरा घुसा कर किस करता तो कभी राइट साइड।रूहानी बस छटपटाते हुए उसे दूर करने की कोशिश कर रही थी।वह रोते हुए उससे कहती है,

       " रिहांश,,, छोड़ो मुझे !!! "

    वही रिहांश,उसके चेहरे को अपने हाथो में भर कर पूरी चेहरे पर बिना रुके तेज़ तेज़ सांस छोड़ते हुए, किस करते हुए उससे कहता है,

      " रूह,तुम मेरी लत हो ,you are my addiction नहीं छोड़ सकता। छोड़ते ही मेरी सांसे तेज़ हो जाती है,मेरा दिल बेचैन हो उठता है, कांपते हुए मेरा बदन पूरे पसीने से लथपथ हो जाता है रूह,i can't leave you। "

      

    रिहांश यह सब बोलते हुए हाफ रहा था।उसका अंदर का आग अभी भी शांत नहीं हुआ था।उसका बदन जो पसीने से भीगा था उससे अब रुहानी भी भीगने लगी थी।

      रिहांश का हाथ रुहानी की बदन में घूम रहा था।और उसके होंठ अब रूहानी की होंठो को पूरी तरह अपने मु में भर लिया था।

    कोन है रिहांश आर्यन ? रिहांश का इस तरह रूहानी की शादी में ऐसा तमाशा करने का क्या वजह है ? जानने के लिए पढ़ते रहिए , " शेड्स ऑफ लत !!! "

     

       

एपिसोड्स
एपिसोड्स

5 एपिसोड्स को अपडेट किया गया

डाउनलोड

क्या आपको यह कहानी पसंद है? ऐप डाउनलोड करें और अपनी पढ़ाई का इतिहास रखें।
डाउनलोड

बोनस

ऐप डाउनलोड करने वाले नए उपयोगकर्ताओं को 10 अध्याय मुफ्त में पढ़ने का अवसर मिलता है

प्राप्त करें
NovelToon
एक विभिन्न दुनिया में कदम रखो!
App Store और Google Play पर MangaToon APP डाउनलोड करें