वो बड़े पुराने हवेली जैसी जगह थी बाहर से जितनी भी बेकार थी लेकिन अंदर आलीशान घर था ।एक मोटा चौड़ा आदमी 6-6.30 फुट का आदमी कमरे के बीचों बीच लगे बड़े सिंहासन नुमा कुर्सी में बैठा हुआ था ..“राहुल यही नाम है ना तेरा “एक भारी आवाज मेरे कानों में आयी“जी सर..”“सर नही भाई ..शकील भाई कहते है लोग मुझे ”“जी भाई ..”“तो कैसा चल रहा है रंडिखाने में ,काजल के साथ रहता है ना तू ”“जी ..”“तो लिया की नही उसकी ”मैं घबराया वहीं ,शकील के बाजू में खड़ा हुआ एक 50-55 की उम्र का पतला दुबला शख्स हँस पड़ा लेकिन मुँह दबा कर ..शकील भी जोरो से हँस पड़ा ..“अबे वो हमारे सभी रंडीखाने में सबसे तीखी माल है उसे नही खाया तो क्या खाया,क्यों भोला ..”उसने बाजू में खड़े हुए शख्स से कहा ..“जी मालिक ” उस आदमी ने अपनी सड़ी हुई दांतो की पंक्ति दिखा दी ..“अबे बोल ना ,लिया की नही उसकी ..”मैंने ना में सिर हिलाया ,शकील के चेहरे में एक मुस्कान आ गई“खड़ा होता है की नही बे चूतिये तेरा ”मैंने अपना सर झुका लिया मुझे ऐसे प्रश्नों के जवाब पहले भी पता नही थे जब सीनियर मुझसे पूछा करते थे ना ही आज समझ आ रहे थे ,मैं बस सर झुकाए खड़ा रहा।लगा जैसे यही तो मेरी जिंदगी हो गई है ,कोई भी आकर जलील कर जाता है ,आगर इस नॉकरी और कमरे की मुझे जरूरत नही होती तो शायद मैं एक पल भी यंहा नही रुकता …“चल सुन काम की बात,शेयर मार्किट का कुछ पता है तुझे ..”मैंने नही में सर हिलाया ..“ये ले ..”भोला ने एक मोटी सी किताब मेरे हाथों में धर दी ..“इसे पढ़ ले ,पढ़ा लिखा है तो हमारे भी कुछ काम आ , इसे पढ़ समझ और सिख ,हमे एक भरोसेमंद आदमी की जरूरत है जो हमारे पैसे को मैनेज कर सके ,अब जो आदमी रंडीखाने में रहकर भी इतनी अच्छी माल पर नियत खराब नही किया उससे अच्छा भरोसे का आदमी मुझे कहा मिलेगा ,तू गरीब है लेकिन मौसी को पूरा हिसाब सही देता है एक भी पैसा इधर उधर नही हुआ है तेरे आने के बाद से ,तो ये काम भी तू ही संभालना, सोच रहा हूं की अपनी कमाई को कैसे सफेद किया जाए...चल ये भी आजमा के देख लेते है ..”मैं थोड़ा चौका जरूर लेकिन कुछ कहा नही , इतने दिनों से मैं कालेज में था और सीनियरों से मैं इसके बारे में सुनता आ रहा था,ना जाने क्यो मेरे दिल से एक आवाज आयी की ये अच्छा मौका हाथ लगा है कुछ सीखने का जिससे पैसे बने,“और कुछ चाहिए क्या ..”“जी नही ..”“हम्म हमारे काम आया तो पैसे से नहला दूंगा, मार्किट में बहुत दुश्मन हो गए है ,पुलिस से नेता तक गांड में उंगली किये रहते है साला अब कुछ अलग करने की सोच रहा हूँ ,तेरे जैसे लड़को की जरूरत है मुझे ,मेरा वफादार बन कर रह जीवन भर कोई और काम करने की जरूरत नही होगी ”मैंने सर हिलाया ..“और ये ले....दे दे बे उसे ”भोला ने एक मोबाइल मेरे हाथो में थमा दिया ..“जब फोन करू तो आ जाना समझा …”“जी “मैंने फिर से सर हिलाया ,“चल जा अब “मैं वापस चला आया ,मैं खुस था की मेरे पास मोबाइल था। एक अच्छी और कमाई वाली नॉकरी करने का चांस था लेकिन …लेकिन मैं अनजाने में ही एक कीचड़ में घुस रहा था जंहा जाना तो आसान था लेकिन वापस आना ,बहुत ही मुश्किल ….अभी के समय में मेरे लिए पैसा बहुत ही मायने रखता था ,जंहा पैसे की बात आयी मेरे आंखों के सामने एक और तस्वीर घूम गई थी ,..वो थी काजल की तस्वीर ……मुझे डॉ की वो बात याद आयी जो उसने काजल को बाहर भेज कर मुझसे कही थी ..“ये कुछ टेस्ट जितनी जल्दी हो सके मुझे करवा कर दिखाओ ..”“जी सर ..”“देखो मुझे पता है की शायद तुम लोगों को पैसे की थोड़ी तंगी है लेकिन ये टेस्ट करवाना भी बहुत ही जरूरी है ..15-20 दिन के अंदर ही करवा लो तो बढ़िया होगा ..”“सर मैं आज ही करवा लूंगा …”“तब तो और भी बढ़िया है लेकिन तुम्हे बता दु की ये एक टेस्ट 14 हजार का होता है …”मैं बुरी तरह से चौक गया था …“14 हजार ..”“हम्म इसीलिए कह रहा हूँ की हो सके तो 15 -20 दिनों के अंदर करवा लेना …”“जी सर लेकिन आप काजल को कुछ मत बताइएगा ..”“इसलिए तो उसे बाहर भेजा हूँ ..” डॉक्टर ने कहा
***************डॉ की बात याद करके मैं फिर से थोड़ा चिंतित हो गया था, मेरे जैसे आदमी के लिए 14 हजार बहुत ही बड़ी रकम थी। मेरी समझ में ऐसे तो कुछ भी नही आ रहा था ,लेकिन 5 दिन से मैं इन्ही उधेड़बुन में रहता था, एक तरफ काजल थी जिसका मुझसे कोई खास संबंध नही था जिसके लिए मैं इतना फिक्रमंद हो रहा था। वहीं दूसरी ओर मेरी पढ़ाई भी इन्ही सोचो के कारण खराब हो रही थी । मेरे माँ बाप का और मेरा भविष्य सिर्फ इस पढ़ाई पर ही टिका था।अपनी स्तिथि सुधारने के लिए मेरे पास अभी तक तो यही एक रास्ता था। मुझे समझ ही नही आ रहा था की मैं क्या करू और भगवान ने मेरी सुन ली थी । मुझे एक और काम करने की ऑपर्चुनिटी मिल गई थी ..लेकिन साथ ही एक बड़ी तकलीफ ये थी की 15 दिनों में ही परीक्षा भी शुरू होने वाली थी वहीं अगर मैं इस शेयर मार्किट की किताब को पढ़ूँगा तो अपने कोर्स को कब पढ़ूँगा ...और अगर इसे पढ़ भी लू तो क्या गारेंटी है की मैं फायदे में रहूंगा ,और 15 -20 दिन में काजल का वो टेस्ट करवा पाऊंगा …बस इसी उधेड़बुन में मैं कमरे में पहुच गया था।
कहानी जारी है...... मिलते हैं कहानी के अगले भाग में.....
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