" वेदांत मैं तुम्हारे पास आ रही हुं!" रिया ने कहा। इससे पहले कि वेदांत उसे कुछ कहता फोन कट हो चुका था। वेदांत ने रिया को कई बार फोन किया पर रिया ने फोन नही उठाया क्योंकि उसे पता था कि वेदांत उसे मना करेगा।
जब रिया वेदांत के घर पहुंची तो उसने देखा की सोफी वेदान्त के घर की सफाई कर रही थी। रिया को देखकर सोफी खुशी से कहती हैं," hii रिया वेदान्त अपने कमरे में है!" रिया सोफी की बात को अनसुना करते हुए वहां से निकल जाती है। रिया सोफी को इसलिए पसंद नहीं करती थी कि कहीं वेदान्त उससे दूर ना हो जाए।
रिया वेदान्त के कमरे में पहुंची और शट से दरवाजा बंद कर दिया। रिया ने वेदान्त को चूमना शुरू कर दिया। पहले तो वेदान्त उसे दूर कर रहा था पर फिर वेदान्त ने भी रिया को अपनी बाहों में भींच लिया।
वेदान्त रिया को चूमते जा रहा था कि तभी वेदान्त को अचानक से कुछ हुआ और वेदान्त जमीन पर गिर गया। वेदान्त तड़पने लगा जैसे कोई मछली पानी के लिए तड़प रही हो। " वेदान्त क्या हुआ तुम्हें वेदांत उठो!" रिया ने चिल्लाते हुए कहा।
" मुझे खून चाहिए!" वेदांत ने कहा। रिया समझ गई थी की वेदान्त के अंदर का शैतान उसके ऊपर हावी होने लगा था। अगर वेदान्त को खून नहीं मिला तो उसकी जान भी जा सकती थी।
रिया उठी और कमरे से बाहर भागी कुछ ही देर में रिया वापिस आई और वेदान्त के मुंह में एक खून से भरी बोतल डाल दी। वेदान्त की आंखें एकदम सफेद हो गई। जो वेदान्त अभी लाचार पड़ा हुआ था अब वह एक दम फुर्तीला बन गया था।
वेदान्त को सही सलामत देख रिया खुश हो गई थी। पर तभी वेदान्त ने उसका गला पकड़ लिया। रिया का दम घुटने लगा," वेदान्त छोड़ो मुझे!" रिया ने वेदान्त को अपने से दूर करते हुए कहा।
तभी अचानक से दरवाजा खटखटाने की आवाज़ आई और दरवाजा अपने आप खुल गया। दरवाजे पर एक इन्सान खड़ा हुआ था जो एक टक वेदान्त को ही देख रहा था।
तभी उस इन्सान ने कुछ बड़बड़ाया और वेदान्त ने रिया के गले को छोड़ दिया। रिया जमीन पर बैठ गई और लंबी सांस लेने लगी। " तुम कौन हो?" रिया ने पुछा। " मैं नीव सोफी का भाई!" उस इन्सान ने कहा।
नीव की आंखें अभी भी वेदान्त को घूर रही थी कि तभी वहां सोफी आ जाती है। सोफी भी वेदान्त की हालत देखकर कहती है," मुझे लगता है की हमें वेदान्त को हॉस्पिटल में एडमिट कर देना चाहिए!"
सोफी की बात सुनकर रिया कहती है," मैं वेदान्त को हॉस्पिटल ले जाती हुं!" रिया के इतना कहते ही नीव बोल पड़ता है," मैं भी साथ चलूंगा!" नीव की बात सुनकर रिया उसे हां कर देती है।
नीव वेदान्त को कार में बिठाता है और रिया ड्राइव करती है। " नीव को vempire किसने बनाया?" नीव की बात सुनकर रिया एक दम से ब्रेक लगाती है जैसे कोई सच्चाई उसे पता चली हो।
" Vempire तुम क्या कहना चाहते हो?" रिया ने अंजान बनते हुए कहा। " हां vempire मैं सब जानता हूं!" नीव ने कहा।
तो क्या बताएगी रिया सच्चाई?
***Download NovelToon to enjoy a better reading experience!***
Updated 6 Episodes
Comments
vikram
nice
2024-07-17
0
Asha Sahu
very interesting chapter 🥰
2024-07-17
0
intense
🙂 nice
2024-07-15
0