विवाह के वक्त लड़की को परिजनों या रिश्तेदारों द्वारा दिए जाने वाले उपहारों (Gifts) को तो दहेज़ नहीं कहा जा सकता। आसान शब्दों में समझें तो जिन वस्तुओं या धन की मांग वर पक्ष द्वारा की जाती है, वही दहेज़ कहलाता है। काव्या किस तरह इस मसले को सुलझाती है, यही इस कहानी का सार है।
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दहेज , एक प्रेम कथा.. टिप्पणियाँ